ग्वालियर में 28 दिन पहले 81 वर्षीय बुजुर्ग महिला शांति भदौरिया से लूट के मामले में पुलिस अब तक आरोपियों का सुराग नहीं लगा पाई है। घटना के बाद से पुलिस की जांच ठंडे बस्ते में पड़ी है और कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। यह घटना मंदिर से दर्शन कर घर लौटते समय हुई थी। बदमाशों ने बुजुर्ग महिला को झाड़ियों में ले जाकर मारपीट की और उनके पीतल के कंगन सोने के समझकर लूट लिए थे। इस दौरान महिला के सिर पर पत्थर से भी हमला किया गया था। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे लगातार बदमाशों की तलाश में जुटे हैं। इस मामले में सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए हैं, लेकिन इसके बावजूद भी अपराधी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। शहर में दिनदहाड़े हुई इस वारदात ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि बदमाशों में पुलिस का खौफ न के बराबर रह गया है। शहर में लूटपाट, चोरी और फायरिंग जैसी घटनाएं लगातार हो रही हैं। पुलिस अक्सर शहर भर में कॉम्बिंग गश्त और बदमाशों को गिरफ्तार करने की बात कहती है, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि अपराधी बेखौफ होकर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं और पुलिस उन्हें रोकने में नाकाम साबित हो रही है। बुजुर्ग के सिर और चेहरे पर आई चोट
यह घटना ग्वालियर कम्पू थाना क्षेत्र के आमखो पहाड़िया स्थित भूरी माता मंदिर के पास 1 अक्टूबर की सुबह करीब 9:30 बजे हुई थी। जब बुजुर्ग शांति देवी भदौरिया शिवाजी नगर टंकी रोड निवासी मंदिर से दर्शन कर घर लौट रही थीं। तभी झाड़ियों के पास खड़े तीन से चार बदमाशों ने उन्हें रोका था और झाड़ियों में खींच ले गए थे। जब बुजुर्ग महिला ने इसका विरोध किया था तो बदमाशों ने उनके साथ मारपीट की और उनके सिर पर पत्थर से हमला कर घायल कर दिया था।


