सीहोर में अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस ट्रेड यूनियन और भारतीय मजदूर संघ से जुड़े सफाई कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।यह ज्ञापन यूनियन के जिलाध्यक्ष छुट्टन चावरिया और प्रदेश मंत्री विनोद बोयत के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट कार्यालय में सौंपा गया।कर्मचारियों ने मोबाइल द्वारा फेस आईडी अटेंडेंस प्रक्रिया बंद करने और समय पर वेतन भुगतान की मांग की। मोबाइल और नेटवर्क की दिक्कत से बढ़ी परेशानी कर्मचारियों ने बताया कि कई सफाई कर्मचारियों को मोबाइल चलाना नहीं आता और कुछ के पास एंड्रॉयड फोन भी नहीं हैं।अक्सर नेटवर्क समस्या, मोबाइल के नाली में गिरने या नेट बैलेंस खत्म होने जैसी दिक्कतों से हाजिरी लगाना मुश्किल हो जाता है।उन्होंने कहा कि इन वजहों से कई बार उनकी उपस्थिति दर्ज नहीं हो पाती, जिससे वेतन में कटौती जैसी समस्याएं सामने आती हैं। कर्मचारियों ने ऑनलाइन हाजिरी को बताया अव्यावहारिक कर्मचारियों ने कहा कि उनकी ड्यूटी का कोई निश्चित समय नहीं होता, क्योंकि त्योहारों, सरकारी कार्यक्रमों और रविवार को भी उन्हें काम पर बुलाया जाता है।ऐसे में फेस आईडी अटेंडेंस देना मुश्किल हो जाता है।उन्होंने इस प्रक्रिया को अपमानजनक बताते हुए पुरानी रजिस्टर आधारित हाजिरी प्रणाली बहाल करने की मांग की। समय पर वेतन भुगतान की भी उठाई मांग कर्मचारियों ने कहा कि उन्हें हर महीने के पहले हफ्ते में वेतन मिलना चाहिए, क्योंकि कई कर्मचारियों पर ईएमआई और घरेलू खर्च का दबाव रहता है।उन्होंने बताया कि शासन से चुंगी क्षतिपूर्ति राशि देर से आती है, जिससे वेतन 15 से 20 तारीख के बाद मिलता है और कई बार कटौती भी की जाती है।छुट्टन चावरिया ने चेतावनी दी कि यदि कर्मचारियों की समस्याओं का जल्द समाधान नहीं हुआ, तो वे आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।


