विदिशा में बेतवा नदी के बड़े पुल पर मंगलवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब एक महिला ने आत्महत्या के इरादे से पुल की रेलिंग पर चढ़ने का प्रयास किया। घाट पर तैनात होमगार्ड के जवानों ने सूझबूझ दिखाते हुए उसे बचा लिया और सुरक्षित पुलिस के हवाले कर दिया। रंगिया मोहल्ला निवासी 38 वर्षीय पारिवारिक विवाद के चलते यह कदम उठाने पहुंची थी। होमगार्ड जवान वीरेंद्र रघुवंशी और दशरथ सिंह राजपूत ने महिला को रेलिंग पर चढ़ते देखा और तुरंत कार्रवाई की। जवानों ने महिला को बातचीत में उलझाकर उसका ध्यान भटकाया और उसे आत्मघाती कदम उठाने से रोक लिया। इसके बाद उसे सुरक्षित नीचे उतारकर पुलिस को सूचना दी गई। महिला ने बताया कि उसके पति और ननद ने उसे घर से निकाल दिया था। उसका पति एक सरकारी विभाग में कार्यरत है और नशे का आदी है, जिसका नशा मुक्ति केंद्र में इलाज चल रहा है। पारिवारिक कलह से परेशान होकर वह बिना चप्पल और गहनों के ही घर से निकल गई थी। उसके दो छोटे बच्चे हैं जो निजी स्कूल में पढ़ते हैं। सूचना मिलने पर महिला का पति, ननद और देवर भी मौके पर पहुंचे, लेकिन होमगार्ड के जवानों ने महिला को उनके सुपुर्द नहीं किया। इसके बजाय, उन्होंने पुलिस को बुलाकर महिला को सुरक्षित पुलिस हिरासत में सौंप दिया। महिला की जान बचाने वाले दोनों होमगार्ड जवानों वीरेंद्र रघुवंशी और दशरथ सिंह राजपूत की सूझबूझ और मानवीय कार्य की स्थानीय लोगों ने सराहना की है।


