जहानाबाद के कनौदी स्थित एक निजी अस्पताल में डिलीवरी के दौरान एक महिला की मौत हो गई। परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। सूचना मिलने पर कडौना थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है। मृतक महिला की पहचान घोसी थाना क्षेत्र के बंधुगंज निवासी गीता कुमारी के रूप में हुई है। उनके भाई अशोक कुमार ने बताया कि उन्होंने अपनी बहन को डिलीवरी के लिए जहानाबाद इमरजेंसी हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। खून चढ़ाने के लिए 50,000 रुपए और दवाओं के लिए 9,000 रुपए लिए अशोक कुमार के अनुसार, डॉक्टरों ने खून की कमी बताकर खून चढ़ाने के लिए 50,000 रुपए और दवाओं के लिए 9,000 रुपए लिए। परिजनों का आरोप है कि पैसे लेने के बावजूद लंबे समय तक खून नहीं चढ़ाया गया। बेचैनी बढ़ने के बाद मौत इसके बाद डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर दिया। ऑपरेशन के कुछ घंटों तक गीता कुमारी की हालत ठीक थी, लेकिन अचानक उनकी बेचैनी बढ़ गई और कुछ ही देर में उनकी मौत हो गई। परिजनों ने डॉक्टरों की लापरवाही को मौत का कारण बताया है। डॉक्टर और अन्य कर्मचारी अस्पताल छोड़कर फरार महिला की मौत की खबर मिलते ही अस्पताल के डॉक्टर और अन्य कर्मचारी अस्पताल छोड़कर फरार हो गए। कडौना थाना पुलिस ने बताया कि उन्हें महिला की मौत की सूचना मिली है और परिजन डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। शहर में बड़ी संख्या में अवैध नर्सिंग होम संचालित हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ऐसे अवैध नर्सिंग होम के खिलाफ छापेमारी कर उन्हें सील भी कर रहा है, लेकिन इसके बावजूद ऐसी घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। जहानाबाद के कनौदी स्थित एक निजी अस्पताल में डिलीवरी के दौरान एक महिला की मौत हो गई। परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। सूचना मिलने पर कडौना थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है। मृतक महिला की पहचान घोसी थाना क्षेत्र के बंधुगंज निवासी गीता कुमारी के रूप में हुई है। उनके भाई अशोक कुमार ने बताया कि उन्होंने अपनी बहन को डिलीवरी के लिए जहानाबाद इमरजेंसी हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। खून चढ़ाने के लिए 50,000 रुपए और दवाओं के लिए 9,000 रुपए लिए अशोक कुमार के अनुसार, डॉक्टरों ने खून की कमी बताकर खून चढ़ाने के लिए 50,000 रुपए और दवाओं के लिए 9,000 रुपए लिए। परिजनों का आरोप है कि पैसे लेने के बावजूद लंबे समय तक खून नहीं चढ़ाया गया। बेचैनी बढ़ने के बाद मौत इसके बाद डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर दिया। ऑपरेशन के कुछ घंटों तक गीता कुमारी की हालत ठीक थी, लेकिन अचानक उनकी बेचैनी बढ़ गई और कुछ ही देर में उनकी मौत हो गई। परिजनों ने डॉक्टरों की लापरवाही को मौत का कारण बताया है। डॉक्टर और अन्य कर्मचारी अस्पताल छोड़कर फरार महिला की मौत की खबर मिलते ही अस्पताल के डॉक्टर और अन्य कर्मचारी अस्पताल छोड़कर फरार हो गए। कडौना थाना पुलिस ने बताया कि उन्हें महिला की मौत की सूचना मिली है और परिजन डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। शहर में बड़ी संख्या में अवैध नर्सिंग होम संचालित हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ऐसे अवैध नर्सिंग होम के खिलाफ छापेमारी कर उन्हें सील भी कर रहा है, लेकिन इसके बावजूद ऐसी घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं।


