Mount Abu Best Places: राजस्थान का नाम सुनते ही अक्सर रेतीले टीलों और भीषण गर्मी की तस्वीर सामने आती है, लेकिन अरावली पर्वतमाला की गोद में बसा माउंट आबू इस सोच को पूरी तरह बदल देता है।
समुद्र तल से करीब 1,722 मीटर की ऊंचाई पर स्थित माउंट आबू राजस्थान का एकमात्र हिल स्टेशन है। सर्दियों के मौसम में यहां का तापमान कई बार शून्य डिग्री सेल्सियस से नीचे चला जाता है। ठंडी हवा, कोहरा और हरियाली पर्यटकों को खासा आकर्षित करती है।
29 से 31 दिसंबर तक होता है विंटर फेस्टिवल
हर साल माउंट आबू में 29 से 31 दिसंबर तक विंटर फेस्टिवल 2025 का आयोजन किया जाता है। ये फेस्टिवल राजस्थान की समृद्ध संस्कृति, परंपरा और लोक कलाओं को करीब से देखने का बेहतरीन अवसर प्रदान करता है।
इस दौरान राज्य के विभिन्न जिलों से कलाकार माउंट आबू पहुंचते हैं और अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों का मनोरंजन करते हैं। यही कारण है कि इस फेस्टिवल को देखने के लिए देश ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी सैलानी यहां आते हैं।
ये होता है विंटर फेस्टिवल में खास
विंटर फेस्टिवल को खास बनाने के लिए इसमें कई तरह की गतिविधियां शामिल की जाती हैं। इसमें लोक नृत्य, गायन और CRPF बैंड का लाइव परफॉर्मेंस दर्शकों को खूब पसंद आता है। फेस्टिवल के दौरान नौकायन प्रतियोगिता भी होती है, जिसमें नक्की झील पर रंग-बिरंगी नावें नजर आती हैं।
वहीं, हैंडिक्राफ्ट मार्केट में राजस्थान की पारंपरिक कला और हस्तशिल्प की झलक देखने को मिलती है। फेस्टिवल का समापन नक्की झील पर दीपदान और भव्य आतिशबाजी के साथ किया जाता है, जो पर्यटकों के लिए यादगार अनुभव बन जाता है।
ये है माउंट आबू में घूमने की अच्छी जगहें
विंटर फेस्टिवल के दौरान माउंट आबू घूमने का मजा और भी बढ़ जाता है। यहां स्थित दिलवाड़ा जैन मंदिर अपनी बारीक संगमरमर नक्काशी और शांत वातावरण के लिए विश्व प्रसिद्ध है। वहीं गुरु शिखर ट्रेक, जो अरावली की सबसे ऊंची चोटी है, वहां से पूरे माउंट आबू का सुंदर नजारा दिखाई देता है। इसके अलावा सनसेट पॉइंट से सूर्यास्त देखना और नक्की झील में बोटिंग करना पर्यटकों के लिए खास आकर्षण है। टॉड रॉक और हनीमून पॉइंट रोमांच और फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए बेहतरीन स्थान माने जाते हैं।
न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लिए है परफेक्ट डेस्टिनेशन
अगर आप नए साल पर कहीं घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो माउंट आबू का विंटर फेस्टिवल एक शानदार विकल्प हो सकता है।


