शतक जड़ने के बावजूद रोहित शर्मा को इस बात का रह गया मलाल, टीम के युवा खिलाड़ियों के लिए कही ये बात

शतक जड़ने के बावजूद रोहित शर्मा को इस बात का रह गया मलाल, टीम के युवा खिलाड़ियों के लिए कही ये बात

Rohit Sharma ODI Century at Sydney: सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर रोहित शर्मा का बल्ला चला और भारतीय टीम जीत गई। सीरीज भले ही भारत के पक्ष में नहीं रहा लेकिन रोहित और विराट कोहली की पारियों ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि दोनों टीम के लिए कितने जरूरी हैं। 237 रन के लक्ष्य को टीम इंडिया ने 38.3 ओवर में 1 विकेट खोकर हासिल कर लिया। शुभमन गिल आउट होने वाले इकलौते बल्लेबाज रहे। रोहित शर्मा को इस शतकीय पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। साथ ही उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज भी चुना गया। रोहित शर्मा ऑस्ट्रेलिया में प्लेयर ऑफ द सीरीज का खिताब जीतने वाले सचिन तेंदुलकर के बाद सिर्फ दूसरे भारतीय हैं।

रोहित शर्मा 38 साल की उम्र में प्लेयर ऑफ द सीरीज जीतने वाले भारत के पहले खिलाड़ी हैं। उनसे पहले धोनी ने 37 साल और 194 दिन में यह खिताब जीता, तो सुनील गावस्कर ने 37 साल और 190 दिन बाद प्लेयर ऑफ द सीरीज का खिताब जीता था। इन ढेर सारी उपलब्धियों के बावजूब रोहित शर्मा को एक चीज का मलाल रह गया। पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन के दौरान POTM और POTS का अवॉर्ड लेते समय रोहित ने कहा, “ऑस्ट्रेलिया में आप यही उम्मीद करते हैं। यह आसान नहीं होगा, गेंदबाज बेहतरीन हैं। आपको परिस्थिति को समझना होगा और देखना होगा कि आप क्या बेस्ट कर सकते हैं। और यही मैं कोशिश करता था, जब भी मुझे मैदान पर मौका मिलता था।”

सीरीज न जीतने का रोहित को मलाल

रोहित शर्मा ने आगे कहा, “मैं लंबे समय से नहीं खेला हूं, यहां आने से पहले मैंने अच्छी तैयारी की थी। मुझे इस टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करने को लेकर थोड़ा आत्मविश्वास था। हालांकि, आप जानते हैं, हम सीरीज नहीं जीत पाए, लेकिन हम बहुत सारी सकारात्मक बातें लेकर जाएंगे। हमारी टीम अभी भी बहुत युवा है। बहुत से खिलाड़ी ऐसे हैं जो ऑस्ट्रेलिया पहली बार आए हैं। जब मैं पहली बार इस टीम में आया था, तो मुझे याद है कि मेरे आस-पास के सीनियर खिलाड़ी हमारी मदद करते थे। अब यह सुनिश्चित करना हमारा काम है कि हम सही संदेश पहुंचाएं।”

युवाओं को सिखाएंगे रोहित!

रोहित शर्मा ने कहा, “मुझे लगता है कि यही चीजें इन खिलाड़ियों को भी सिखाना होगा। मुझे ऑस्ट्रेलिया और सिडनी में खेलना बहुत पसंद है। यह एक शानदार मैदान है, शानदार दर्शक हैं, और शानदार पिच भी। इसलिए, जब आप ऐसी जगहों पर आते हैं, तो आप एक बल्लेबाज और एक खिलाड़ी के तौर पर खुद को चुनौती देना चाहते हैं। और मुझे यही उम्मीद थी। मैंने एक पल के लिए भी नहीं सोचा था कि यह आसान होगा। मुझे अपना काम करना बहुत पसंद है। और मुझे उम्मीद है कि मैं आगे भी ऐसा ही करता रहूंगा।”

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