Weak Bone: मानव शरीर एक मशीन है ये तो हम सब जानते हैं लेकिन क्या आपको पता है, इस मशीन का सबसे मजबूत पुर्जा हमारी हड्डियां होती हैं। अब सोचो ये पुर्जा ही कमजोर हो जाए तो क्या हमारा शरीर काम करेगा? चलो मान भी लेते हैं कि आप बोलेंगे कि एक पुर्जा खराब हो जाए तो उसकी जगह दूसरा भी लगाया जा सकता है, जब मशीन ही है तो। लेकिन बहुत सीधी और छोटी सी बात है कि असली पुर्जे की जगह जब कोई दूसरा पुर्जा लगाया जाता है तो वो मशीन उतने अच्छे से काम नहीं करती है। इसलिए हम लोग मशीनों को ज्यादा सुरक्षा से रखते हैं। अब जब शरीर भी मशीन है तो ये बात शरीर पर भी लागू होनी चाहिए न।
शरीर की हड्डियों की सुरक्षा के नाम पर हम सिर्फ इतना ध्यान रखते हैं कि हम कहीं गिर न जाएं या बस हमारी हड्डियां न टूट जाएं। यही हमारी सबसे बड़ी गलती है। हड्डियों का टूटना ही उनका एकमात्र नुकसान नहीं होता है। एक बार अगर हड्डी टूट जाए तो वो सही भी हो जाती है, लेकिन हड्डियां कमजोर हो जाएं या अंदर से खोखली हो जाएं तो बताइए क्या इलाज है उसका? हमारी हड्डियों को बाहरी कारणों से इतना नुकसान नहीं होता है जितना हमारी रोजाना की गलत आदतों के कारण होता है। आइए डॉ. मनोज जांगिड़ से जानते हैं कि हमारी ऐसी कौन सी आदतें हैं जिसके कारण हमारी हड्डियों की सेहत खराब हो रही है और इसका खामियाजा हमें भविष्य में भुगतना पड़े, उससे पहले ही हम अपनी आदतें सुधार लें।
5 आदतें जिनसे हमारी हड्डियां कमजोर हो रही हैं(Weak Bones Symptoms)
- पर्याप्त धूप नहीं लेना- आज की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में हम अपने काम में इतने व्यस्त हो गए हैं कि हम अपनी हेल्थ का ध्यान रख ही नहीं पाते हैं कि हमारा शरीर पर्याप्त पोषक तत्व ले भी पा रहा है या नहीं। हमारी हड्डियों के लिए सबसे जरूरी है विटामिन डी, जो सबसे ज्यादा फायदेमंद तब होती है जब धूप से मिले। अब धूप भी दोपहर वाली बहुत ज्यादा नुकसानदायक मानी गई है, लेकिन सुबह की धूप अगर कोई व्यक्ति प्राप्त कर लेता है तो उसकी हड्डियां चिरंजीवी हो जाती हैं। इसलिए कोशिश करें कि सर्दी हो या गर्मी, अपने शरीर को विटामिन डी की पूर्ति पर्याप्त मात्रा में हो।
- लंबे समय तक बैठना- आजकल हर ऑफिस हो या कोई और वर्कप्लेस, 8 घंटे की शिफ्ट के दौरान हम लोग बस एक जगह पर बैठकर निरंतर काम करते रहते हैं। एक ही जगह पर लगातार बैठना तो प्लास्टिक की कुर्सी को भी बीच में से मोड़ देता है, तो आप सोचिए कि ये तो हमारे फूल से कोमल और पत्थर से कठोर शरीर की हड्डियां हैं। वैज्ञानिकों ने अनेकों शिफ्ट फार्मूले बनाए हुए हैं, तो आपको उनको अपनाकर काम करना चाहिए। इससे जरूर ही आपकी हड्डियों को स्वस्थ रहने में मदद मिलेगी। कमर दर्द हो या फिर जोड़ों का दर्द, आपको लंबे समय तक बैठने की आदत से बचना चाहिए।
- ज्यादा नमक का सेवन- आजकल पश्चिमी संस्कृति का दौर चल रहा है, इसमें डिब्बेबंद सामग्री और फास्ट फूड खाने का जो चलन बढ़ा है उसके चलते हम बहुत ज्यादा नमक का सेवन करने लगे हैं। हमारी दादी-मम्मी को तो आपने कहते हुए सुना ही होगा कि ज्यादा नमक खाने से हड्डियां गल जाती हैं। इसलिए हड्डियों को स्वस्थ रखना है तो सबसे पहले हमारी डाइट में नमक की मात्रा संतुलित रखनी चाहिए। नमक की मात्रा कम रखने का मतलब ये नहीं है कि आप आयोडीन की मात्रा कम कर दें। इसलिए इस बात का विशेष ध्यान रखें कि नमक का ज्यादा सेवन न हो।
- धूम्रपान करना- आज के इस वैज्ञानिक युग में जिस प्रकार से धूम्रपान और शराब का सेवन बढ़ा है, उतना ही हमारी हड्डियों को नुकसान हुआ है। अब आप लोग कहेंगे कि ये तो पता है कि धूम्रपान करने से हमारे फेफड़ों को नुकसान होता है, लेकिन ये तो हमें पता ही नहीं था कि हड्डियों को भी इससे नुकसान होता है। धूम्रपान करने से हड्डियों की कैल्शियम अवशोषण करने की क्षमता कम हो जाती है, जिससे हड्डियां पर्याप्त कैल्शियम का अवशोषण नहीं कर पाती हैं। इससे हड्डियों को फ्रैक्चर होने के बाद ठीक होने में भी समय लगता है। धूम्रपान करने से हड्डियों में ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ जाता है।
- सोडा ज्यादा पीना- विज्ञान ने अपनी प्रगति की दौड़ में हमारे ज्ञान को बहुत ज्यादा आगे बढ़ाया है, लेकिन कहीं न कहीं ये ज्ञान हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा रहा है। अब आप इसको सोडा पीने की आदत से ही जोड़ लीजिए, हम लोग सादा पानी की जगह भी सोडा पीने लग गए हैं। नींबू पानी और अन्य पुराने पेय के नाम से तो हमें शर्म आती है कि अरे! लोग क्या कहेंगे कि ये अभी भी पुराने जमाने में जी रहा है क्या? लेकिन आपको ये ध्यान रखना चाहिए कि लोगों की बातों से ज्यादा आपको अपने शरीर का ख्याल होना चाहिए। हमारे लिए हमारी हड्डियों से ज्यादा आवश्यक चीज और क्या ही होगी। अपने आहार में किसी भी तत्व की मात्रा बढ़ाने से पहले आपको अपनी हड्डियों का ध्यान रखना ही होगा।


