‘उनसे मंत्रालय छीना गया, या दबाव में सरेंडर किया’:कटिहार में सांसद तारिक अनवर बोले- ‘कुछ शर्तों के साथ मंत्रालय की मांग की होगी’

‘उनसे मंत्रालय छीना गया, या दबाव में सरेंडर किया’:कटिहार में सांसद तारिक अनवर बोले- ‘कुछ शर्तों के साथ मंत्रालय की मांग की होगी’

कटिहार के विजय बाबू पोखर स्थित बियाडा परिसर में रविवार को यास्मीन फाउंडेशन ने एक कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें 200 महिलाओं और बच्चियों को सिलाई व ब्यूटीशियन प्रशिक्षण के प्रमाणपत्र वितरित किए गए। कटिहार के सांसद तारिक अनवर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। प्रमाणपत्र वितरण के दौरान सांसद तारिक अनवर ने कहा कि यास्मीन फाउंडेशन द्वारा चलाए गए कौशल प्रशिक्षण का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है। उन्होंने जोर दिया कि ये प्रमाणपत्र युवतियों को रोजगार दिलाने में सहायक होंगे, जिससे वे अपना व्यवसाय शुरू कर आर्थिक रूप से सशक्त हो सकेंगी। 200 लाभार्थियों को प्रमाणपत्र दिए गए सांसद अनवर ने बताया कि 200 लाभार्थियों को प्रमाणपत्र दिए गए हैं और फाउंडेशन की गतिविधियों को प्रखंड स्तर तक विस्तारित करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने सरकारी आर्थिक सहयोग की कमी का भी जिक्र किया, जिससे कई योजनाओं पर बेहतर ढंग से काम नहीं हो पाता। इसके बावजूद, उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में मेडिकल कैंप लगाने और भविष्य में भी ऐसी पहल जारी रखने की बात कही। ‘प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व को तत्काल समीक्षा बैठक बुलानी चाहिए थी’ कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत में सांसद तारिक अनवर ने बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की हार पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी हार के बाद प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व को तत्काल समीक्षा बैठक बुलानी चाहिए थी। अनवर ने यह भी कहा कि चुनाव में शर्मनाक हार के लिए प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से जिम्मेदार लोगों को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पद छोड़ देना चाहिए। ‘पार्टी किसी भी फिरकापरस्ती को पसंद नहीं करती’ सीमांचल में AIMIM की बढ़ती उपस्थिति पर सांसद अनवर ने कहा कि हिंदू और मुस्लिम सांप्रदायिकता दोनों एक-दूसरे को बढ़ावा देती हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी किसी भी फिरकापरस्ती को पसंद नहीं करती और धर्मनिरपेक्षता तथा सर्वधर्म समभाव में विश्वास रखती है। ‘उनसे मंत्रालय छीना गया है या उन्होंने दबाव में सरेंडर किया’ नीतीश कुमार से गृह मंत्रालय वापस लिए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि या तो उनसे मंत्रालय छीना गया है या उन्होंने दबाव में सरेंडर किया है। उन्होंने संभावना जताई कि भाजपा ने कुछ शर्तों के साथ मंत्रालय की मांग की होगी, जिसके कारण उन्हें यह पद छोड़ना पड़ा होगा। कार्यक्रम शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ। कटिहार के विजय बाबू पोखर स्थित बियाडा परिसर में रविवार को यास्मीन फाउंडेशन ने एक कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें 200 महिलाओं और बच्चियों को सिलाई व ब्यूटीशियन प्रशिक्षण के प्रमाणपत्र वितरित किए गए। कटिहार के सांसद तारिक अनवर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। प्रमाणपत्र वितरण के दौरान सांसद तारिक अनवर ने कहा कि यास्मीन फाउंडेशन द्वारा चलाए गए कौशल प्रशिक्षण का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है। उन्होंने जोर दिया कि ये प्रमाणपत्र युवतियों को रोजगार दिलाने में सहायक होंगे, जिससे वे अपना व्यवसाय शुरू कर आर्थिक रूप से सशक्त हो सकेंगी। 200 लाभार्थियों को प्रमाणपत्र दिए गए सांसद अनवर ने बताया कि 200 लाभार्थियों को प्रमाणपत्र दिए गए हैं और फाउंडेशन की गतिविधियों को प्रखंड स्तर तक विस्तारित करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने सरकारी आर्थिक सहयोग की कमी का भी जिक्र किया, जिससे कई योजनाओं पर बेहतर ढंग से काम नहीं हो पाता। इसके बावजूद, उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में मेडिकल कैंप लगाने और भविष्य में भी ऐसी पहल जारी रखने की बात कही। ‘प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व को तत्काल समीक्षा बैठक बुलानी चाहिए थी’ कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत में सांसद तारिक अनवर ने बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की हार पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी हार के बाद प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व को तत्काल समीक्षा बैठक बुलानी चाहिए थी। अनवर ने यह भी कहा कि चुनाव में शर्मनाक हार के लिए प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से जिम्मेदार लोगों को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पद छोड़ देना चाहिए। ‘पार्टी किसी भी फिरकापरस्ती को पसंद नहीं करती’ सीमांचल में AIMIM की बढ़ती उपस्थिति पर सांसद अनवर ने कहा कि हिंदू और मुस्लिम सांप्रदायिकता दोनों एक-दूसरे को बढ़ावा देती हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी किसी भी फिरकापरस्ती को पसंद नहीं करती और धर्मनिरपेक्षता तथा सर्वधर्म समभाव में विश्वास रखती है। ‘उनसे मंत्रालय छीना गया है या उन्होंने दबाव में सरेंडर किया’ नीतीश कुमार से गृह मंत्रालय वापस लिए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि या तो उनसे मंत्रालय छीना गया है या उन्होंने दबाव में सरेंडर किया है। उन्होंने संभावना जताई कि भाजपा ने कुछ शर्तों के साथ मंत्रालय की मांग की होगी, जिसके कारण उन्हें यह पद छोड़ना पड़ा होगा। कार्यक्रम शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ।  

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *