अररिया में 11 नवंबर 2025 को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए मतदाताओं को जागरूक करने का अभियान तेज हो गया है। जैसे-जैसे मतदान का दिन नजदीक आ रहा है, जागरूकता अभियान भी जोर पकड़ रहा है। जीविका (जिला परियोजना समन्वयन इकाई) द्वारा मतदाताओं को जागरूक करने के लिए एक स्वीप कंट्रोल रूम का गठन किया गया है। यह कंट्रोल रूम जिला, प्रखंड और सीएलएफ (क्लस्टर लेवल फेडरेशन) स्तर पर स्थापित किया गया है। यहां से जिले की विभिन्न पंचायतों में होने वाली गतिविधियों का लेखा-जोखा लिया जाता है। हर स्तर पर माइक्रो प्लानिंग की जा रही अभियान को प्रभावी बनाने के लिए हर स्तर पर माइक्रो प्लानिंग की जा रही है, जिसके आधार पर मतदाता जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। यह योजना जिला, प्रखंड और पंचायत स्तर तक लागू की गई है, जिससे दूर-दराज के इलाकों में भी इसका असर दिख रहा है। जीविका दीदियों द्वारा विभिन्न प्रकार की गतिविधियां आयोजित मतदाता अभियान को प्रभावी बनाने के लिए जीविका दीदियों द्वारा विभिन्न प्रकार की गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। जिला प्रशासन के समन्वय से यह कार्य बखूबी अंजाम दिया जा रहा है। जीविका दीदियां बैठकों में मतदान के महत्व पर चर्चा करती हैं, रैलियां निकालती हैं, कैंडल मार्च करती हैं, शपथ दिलाती हैं और घर-घर जाकर लोगों को मतदान के लिए जागरूक करती हैं। लोगों में मतदान के प्रति जागरूकता देखी जा रही इन प्रयासों से लोगों में मतदान के प्रति जागरूकता देखी जा रही है। उन्हें यह समझाया जा रहा है कि मतदान कितना आवश्यक है और इसके माध्यम से ही वे अपने समाज, जिले और प्रदेश के विकास का सपना देख सकते हैं। यह जागरूकता लोगों को यह समझने में मदद कर रही है कि उनके मत से ही प्रदेश में खुशहाली और तरक्की आ सकती है। सूचना जनसंपर्क कार्यालय द्वारा गुरुवार शाम 6 बजे जारी प्रेस विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई। जिले के मतदाता 11 नवंबर का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, ताकि वे अपने मताधिकार का प्रयोग कर एक सुंदर बिहार के निर्माण में योगदान दे सकें। अररिया में 11 नवंबर 2025 को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए मतदाताओं को जागरूक करने का अभियान तेज हो गया है। जैसे-जैसे मतदान का दिन नजदीक आ रहा है, जागरूकता अभियान भी जोर पकड़ रहा है। जीविका (जिला परियोजना समन्वयन इकाई) द्वारा मतदाताओं को जागरूक करने के लिए एक स्वीप कंट्रोल रूम का गठन किया गया है। यह कंट्रोल रूम जिला, प्रखंड और सीएलएफ (क्लस्टर लेवल फेडरेशन) स्तर पर स्थापित किया गया है। यहां से जिले की विभिन्न पंचायतों में होने वाली गतिविधियों का लेखा-जोखा लिया जाता है। हर स्तर पर माइक्रो प्लानिंग की जा रही अभियान को प्रभावी बनाने के लिए हर स्तर पर माइक्रो प्लानिंग की जा रही है, जिसके आधार पर मतदाता जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। यह योजना जिला, प्रखंड और पंचायत स्तर तक लागू की गई है, जिससे दूर-दराज के इलाकों में भी इसका असर दिख रहा है। जीविका दीदियों द्वारा विभिन्न प्रकार की गतिविधियां आयोजित मतदाता अभियान को प्रभावी बनाने के लिए जीविका दीदियों द्वारा विभिन्न प्रकार की गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। जिला प्रशासन के समन्वय से यह कार्य बखूबी अंजाम दिया जा रहा है। जीविका दीदियां बैठकों में मतदान के महत्व पर चर्चा करती हैं, रैलियां निकालती हैं, कैंडल मार्च करती हैं, शपथ दिलाती हैं और घर-घर जाकर लोगों को मतदान के लिए जागरूक करती हैं। लोगों में मतदान के प्रति जागरूकता देखी जा रही इन प्रयासों से लोगों में मतदान के प्रति जागरूकता देखी जा रही है। उन्हें यह समझाया जा रहा है कि मतदान कितना आवश्यक है और इसके माध्यम से ही वे अपने समाज, जिले और प्रदेश के विकास का सपना देख सकते हैं। यह जागरूकता लोगों को यह समझने में मदद कर रही है कि उनके मत से ही प्रदेश में खुशहाली और तरक्की आ सकती है। सूचना जनसंपर्क कार्यालय द्वारा गुरुवार शाम 6 बजे जारी प्रेस विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई। जिले के मतदाता 11 नवंबर का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, ताकि वे अपने मताधिकार का प्रयोग कर एक सुंदर बिहार के निर्माण में योगदान दे सकें।


