बदायूं में विश्व हिंदू महासभा के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने बुधवार को प्रधानमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन एसडीएम को सौंपा। इस ज्ञापन में गौशालाओं की बदहाल व्यवस्था, बांग्लादेश में हिंदुओं पर कथित अत्याचार और अवैध रूप से रह रहे लोगों के खिलाफ कार्रवाई सहित विभिन्न मांगें उठाई गईं। विश्व हिंदू महासभा के जिलाध्यक्ष प्रिंस देव शर्मा ने ज्ञापन देते हुए बताया कि जिले की अधिकांश गौशालाओं में नियमित आहार और दवाइयों की भारी कमी है। उन्होंने आरोप लगाया कि चिकित्सा व्यवस्था लगभग ध्वस्त हो चुकी है, जिससे गौवंश की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। शर्मा ने यह भी कहा कि मृत या अर्धमृत गौवंश का सम्मानजनक ढंग से अंतिम संस्कार करने के बजाय उन्हें मिट्टी में दबा दिया जाता है। संगठन ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों पर भी प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया और कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने दीपू चंद दास की हत्या के आरोपियों को शीघ्र फांसी की सजा देने की मांग भी रखी। ज्ञापन में यह भी मांग की गई कि बिना आईडी प्रूफ के भारत में पाए जाने वाले लोगों पर एसआईआर के माध्यम से कठोर कार्रवाई की जाए। साथ ही, देश में रह रहे बांग्लादेशी रोहिंग्याओं को तत्काल बाहर निकालने की बात कही गई। विश्व हिंदू महासभा ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर ठोस कार्रवाई नहीं हुई, तो संगठन आगामी 28 दिसंबर को परशुराम चौक पर बांग्लादेश सरकार का पुतला दहन करेगा।


