करौली के सपोटरा थाना क्षेत्र में एक युवती के अपहरण के मामले में पुलिस कार्रवाई नहीं होने से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। सोमवार को पूर्व मंत्री रमेश मीणा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने एसपी कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और पीड़ित परिवार की सुरक्षा की मांग की। पूर्व मंत्री रमेश मीणा ने बताया कि 6 दिसंबर की सुबह लगभग 4:30 बजे 8-10 लोग बोलेरो गाड़ी में सवार होकर पीड़ित के घर पहुंचे और उसकी पुत्री का जबरन अपहरण कर लिया। इस संबंध में पीड़ित परिवार ने उसी दिन सपोटरा थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। ग्रामीणों का आरोप है कि घटना के बाद से पुलिस अब तक युवती को बरामद नहीं कर पाई है और न ही आरोपियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई की गई है। पीड़ित परिवार का कहना है कि उन्हें लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं और पुलिस कथित राजनीतिक दबाव के कारण उदासीन बनी हुई है। पूर्व मंत्री रमेश मीणा ने पुलिस की निष्क्रियता पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा- इतने गंभीर मामले में पुलिस की उदासीनता बेहद चिंताजनक है। युवती की सुरक्षित बरामदगी और आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी सुनिश्चित की जानी चाहिए। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही इस मामले में कार्रवाई नहीं हुई, तो वे जिला कलेक्ट्रेट के बाहर आमरण अनशन करने को मजबूर होंगे। एसपी करौली को सौंपे गए ज्ञापन में युवती की शीघ्र बरामदगी, आरोपियों की गिरफ्तारी और पीड़ित परिवार को सुरक्षा प्रदान करने की मांग की गई है।


