UP Schools Shut Dense Fog Hits Multiple Districts: उत्तर प्रदेश में कड़ाके की सर्दी ने जनजीवन को पूरी तरह जकड़ लिया है। रविवार और सोमवार को प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में घना कोहरा, शीतलहर और गलन भरी हवाओं ने लोगों को बेहाल कर दिया। कई जिलों में रात का तापमान न्यूनतम स्तर के करीब पहुंच गया, जबकि दृश्यता इतनी कम हो गई कि सड़क, रेल और हवाई यातायात पर भी असर पड़ा। ठंड के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए रायबरेली, सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर समेत कई जिलों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं और कुछ जगहों पर स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है।
घने कोहरे से थमी रफ्तार

सोमवार को प्रदेश के कई जिलों में दिन की शुरुआत घने कोहरे के साथ हुई। आगरा, अलीगढ़ और बाराबंकी में सुबह के समय दृश्यता लगभग शून्य तक पहुंच गई। बहराइच में दृश्यता 50 मीटर, कानपुर में 70 मीटर और श्रावस्ती, अयोध्या व अमेठी में महज 100 मीटर दर्ज की गई। कोहरे की वजह से राष्ट्रीय राजमार्गों पर वाहनों की रफ्तार थम गई और कई जगह जाम की स्थिति बन गई। रेल सेवाओं पर भी कोहरे का असर साफ दिखा। कई ट्रेनें देरी से चलीं, जबकि कुछ को एहतियातन धीमी गति से चलाया गया। सुबह के समय दफ्तर जाने वाले लोगों और स्कूल जाने वाले बच्चों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ा।
39 जिलों में शीत दिवस की चेतावनी
मौसम विभाग ने प्रदेश में ठंड को लेकर गंभीर चेतावनी जारी की है। सोमवार के लिए प्रतापगढ़, कानपुर नगर, उन्नाव, रायबरेली और अमेठी जिलों में घने कोहरे का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही प्रदेश के 39 जिलों में शीत दिवस की चेतावनी दी गई है, जहां दिन का तापमान सामान्य से काफी नीचे रहने की आशंका है।

आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश में लगातार दो पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहे हैं। इनके असर से अगले दो दिनों में तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हो सकती है और कोहरे के घनत्व में कुछ कमी आने की संभावना है।
पश्चिमी विक्षोभ से बदलेगा मौसम
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, रविवार से प्रदेश के ऊपर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण हवा का रुख पछुआ से बदलकर पूर्वा हो गया है। इसी वजह से रविवार को दिन में धूप खिली और अधिकतम तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी दर्ज की गई। रविवार को अधिकतम तापमान 18.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो पिछले दिन की तुलना में 2.9 डिग्री अधिक था। वहीं न्यूनतम तापमान में भी मामूली बढ़ोतरी दर्ज हुई और यह 10.1 डिग्री सेल्सियस रहा। हालांकि तापमान में यह बढ़ोतरी लोगों को खास राहत नहीं दे सकी, क्योंकि गलन भरी ठंडी हवाएं दिनभर चलती रहीं।
दिन में धूप, शाम को फिर बढ़ी गलन
रविवार को सुबह की शुरुआत घने कोहरे के साथ हुई थी। सुबह के समय न्यूनतम दृश्यता करीब 500 मीटर तक पहुंच गई थी। धीरे-धीरे कोहरा छंटा और दिन चढ़ने के साथ धूप खिली, जिससे लोगों को थोड़ी राहत मिली। लेकिन यह राहत ज्यादा देर तक नहीं टिक सकी। दिन में धूप के बावजूद ठंडी हवाओं के कारण गलन बनी रही। लोग धूप में भी शॉल, स्वेटर और जैकेट पहनने को मजबूर नजर आए। शाम ढलते ही एक बार फिर गलन ने जोर पकड़ लिया और तापमान गिरने से लोग ठिठुरने लगे।
बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कूल बंद
भीषण ठंड को देखते हुए प्रशासन ने एहतियाती कदम उठाए हैं। अवध क्षेत्र के करीब-करीब सभी जिलों में स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है। रायबरेली, अंबेडकरनगर और सुल्तानपुर में कक्षा आठ तक के सभी स्कूलों को पूरी तरह बंद कर दिया गया है।

इन जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों ने आदेश जारी कर कहा है कि अत्यधिक ठंड और कोहरे के कारण बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है, इसलिए एहतियातन स्कूल बंद रखने का निर्णय लिया गया है। अन्य जिलों में भी प्राथमिक और जूनियर स्कूलों के समय में देरी की गई है। अभिभावकों ने प्रशासन के इस फैसले का स्वागत किया है। उनका कहना है कि सुबह के समय घना कोहरा और गलन बच्चों के लिए बेहद खतरनाक हो सकती है।
जनजीवन पर व्यापक असर
कड़ाके की ठंड और कोहरे का असर आम जनजीवन पर साफ दिखाई दे रहा है। सुबह और देर रात सड़कों पर आवाजाही कम हो गई है। चौराहों और बस अड्डों पर अलाव जलाकर लोग ठंड से बचने की कोशिश कर रहे हैं। गरीब और बेघर लोगों के लिए ठंड सबसे बड़ी चुनौती बन गई है। प्रशासन की ओर से कई जिलों में रैन बसेरे सक्रिय किए गए हैं और कंबल वितरण की व्यवस्था भी की जा रही है। नगर निगम और जिला प्रशासन को अलाव जलाने और ठंड से बचाव के इंतजाम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इस मौसम में विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। बुजुर्गों, बच्चों और पहले से बीमार लोगों को ठंड से बचाकर रखने की सलाह दी गई है। डॉक्टरों के अनुसार, ठंड में सांस की बीमारी, जोड़ों का दर्द और वायरल संक्रमण बढ़ने की आशंका रहती है। लोगों को सुबह-शाम बाहर निकलने से बचने, गर्म कपड़े पहनने और पर्याप्त गर्म तरल पदार्थ लेने की सलाह दी गई है।
आगे क्या रहेगा मौसम का मिजाज
मौसम विभाग के अनुसार,अगले दो दिनों में तापमान में हल्की बढ़ोतरी जरूर हो सकती है, लेकिन पूरी तरह से ठंड से राहत मिलने की संभावना फिलहाल नहीं है। सुबह के समय मध्यम से घना कोहरा बना रह सकता है, जबकि रात में गलन जारी रहेगी। विशेषज्ञों का कहना है कि जनवरी के शुरुआती दिनों तक ठंड का यह दौर जारी रह सकता है और बीच-बीच में पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में हल्के बदलाव देखने को मिलेंगे।


