UP BJP New President: उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी को नया नेतृत्व मिलने की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने भाजपा प्रदेश मुख्यालय लखनऊ में आयोजित संगठन पर्व के तहत उत्तर प्रदेश भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। पंकज चौधरी ने कुल चार सेट में नामांकन पत्र दाखिल किए। नामांकन की अंतिम तिथि तक उनके अलावा किसी अन्य नेता द्वारा नामांकन न किए जाने से यह तय हो गया है कि वे सर्वसम्मति से यूपी बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष होंगे। औपचारिक घोषणा पार्टी की ओर से मंगलवार को किए जाने की संभावना है।

प्रदेश मुख्यालय में दिखा शक्ति प्रदर्शन
शनिवार को भाजपा प्रदेश मुख्यालय का माहौल पूरी तरह संगठनात्मक उत्साह से भरा नजर आया। पंकज चौधरी के नामांकन के दौरान पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की मौजूदगी ने इस प्रक्रिया को खास बना दिया। इस मौके पर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, वरिष्ठ नेता सुरेश खन्ना, स्वतंत्र देव सिंह, सूर्य प्रताप शाही, बेबी रानी मौर्य सहित कई मंत्री, सांसद, विधायक और संगठन पदाधिकारी उपस्थित रहे।
चार सेट में दाखिल हुआ नामांकन
पंकज चौधरी ने प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए चार सेट में नामांकन दाखिल किया। पार्टी सूत्रों के अनुसार यह पूरी तरह औपचारिक प्रक्रिया थी, लेकिन इसमें संगठन की एकजुटता और शक्ति का स्पष्ट संदेश दिया गया। नामांकन कक्ष में पंकज चौधरी के समर्थन में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं की भारी मौजूदगी रही।

दिग्गज नेता बने प्रस्तावक
पंकज चौधरी के नामांकन को मजबूत समर्थन मिला। उनके प्रस्तावकों में पार्टी और सरकार के बड़े चेहरे शामिल रहे, जिनमें—
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
- उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य
- उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक
- केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी
- स्वतंत्र देव सिंह
- सूर्य प्रताप शाही
- वरिष्ठ नेता सुरेश खन्ना
- पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य
इन नामों ने साफ कर दिया कि पंकज चौधरी को संगठन और सरकार दोनों का पूर्ण समर्थन प्राप्त है।
संगठन में सर्वसम्मति का संकेत
नामांकन की समय-सीमा समाप्त होने तक किसी अन्य नेता ने प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए पर्चा दाखिल नहीं किया। इसे भाजपा संगठन में सर्वसम्मति से लिया गया निर्णय माना जा रहा है। पार्टी के भीतर लंबे समय से इस बात के संकेत मिल रहे थे कि नए प्रदेश अध्यक्ष के चयन में कोई टकराव नहीं होगा और शीर्ष नेतृत्व की सहमति से नाम तय किया जाएगा।

पंकज चौधरी का राजनीतिक सफर
पंकज चौधरी उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक अनुभवी और संतुलित नेता माने जाते हैं। वे लंबे समय से संगठन और सरकार दोनों में सक्रिय भूमिका निभाते रहे हैं। वर्तमान में वे केंद्र सरकार में वित्त राज्य मंत्री हैं। इससे पहले वे संगठन में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभा चुके हैं। पार्टी के भीतर उनकी छवि एक ऐसे नेता की है जो संगठनात्मक अनुशासन, सामाजिक संतुलन और जमीनी कार्यकर्ताओं से संवाद को प्राथमिकता देते हैं।
2027 के चुनाव की रणनीति में अहम भूमिका

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पंकज चौधरी का प्रदेश अध्यक्ष बनना केवल संगठनात्मक बदलाव नहीं, बल्कि 2027 के विधानसभा चुनाव की रणनीति का अहम हिस्सा है। उत्तर प्रदेश में भाजपा को लगातार मजबूत बनाए रखने और बूथ स्तर तक संगठन को और सशक्त करने की जिम्मेदारी नए प्रदेश अध्यक्ष के कंधों पर होगी।
मुख्यमंत्री योगी की मौजूदगी के मायने
नामांकन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का प्रस्तावक बनना और उनकी सक्रिय मौजूदगी को राजनीतिक रूप से अहम माना जा रहा है। इससे यह संकेत भी मिलता है कि सरकार और संगठन के बीच बेहतर समन्वय बनाए रखने की दिशा में पार्टी आगे बढ़ रही है।

कार्यकर्ताओं में उत्साह
पंकज चौधरी के नामांकन के बाद प्रदेश मुख्यालय पर कार्यकर्ताओं में उत्साह देखने को मिला। कार्यकर्ताओं ने इसे पार्टी में स्थिरता और एकजुटता का प्रतीक बताया। कई नेताओं ने कहा कि नया नेतृत्व संगठन को नई ऊर्जा देगा और आगामी चुनावों में भाजपा को और मजबूत करेगा। हालांकि नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और चयन तय माना जा रहा है, लेकिन पार्टी की ओर से औपचारिक घोषणा मंगलवार को की जाएगी। इसके बाद पंकज चौधरी प्रदेश अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालेंगे।


