बक्सर में मादक पदार्थों के खिलाफ चलाए जा रहे सघन अभियान के तहत नया भोजपुर थाना पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए लाखों रुपए मूल्य की ड्रग्स के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार युवकों के पास से करीब 480 ग्राम प्रतिबंधित मादक पदार्थ बरामद किया गया है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 30 लाख रुपए से अधिक बताई जा रही है। वर्ष के अंतिम दिनों में हुई इस बड़ी कार्रवाई से जिले में सक्रिय नशा तस्करों के बीच हड़कंप मच गया है। गोपनीय सूचना पर की गई बड़ी कार्रवाई पुलिस सूत्रों के अनुसार, नया भोजपुर थाना पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि इलाके में मादक पदार्थों की एक बड़ी खेप की डिलीवरी की जाने वाली है। सूचना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने विशेष टीम गठित की और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी। योजनाबद्ध तरीके से की गई छापेमारी में दो युवकों को दबोच लिया गया, जिनके पास से भारी मात्रा में ड्रग्स बरामद हुई। हालांकि, जांच के मद्देनज़र पुलिस ने फिलहाल गिरफ्तार तस्करों की पहचान सार्वजनिक नहीं की है। अधिकारियों का कहना है कि जल्दबाजी में नाम उजागर करने से नेटवर्क से जुड़े अन्य लोग सतर्क हो सकते हैं। पूछताछ में खुल सकते हैं बड़े राज पुलिस दोनों गिरफ्तार तस्करों से गहन पूछताछ कर रही है। प्रारंभिक पूछताछ में कुछ अहम सुराग मिलने की बात सामने आई है, जिससे संकेत मिलता है कि यह खेप किसी बड़े और संगठित ड्रग्स रैकेट का हिस्सा हो सकती है। आशंका जताई जा रही है कि इस नेटवर्क की जड़ें न केवल बक्सर बल्कि आसपास के जिलों तक फैली हुई हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। नेटवर्क के सप्लायर, डिलीवरी चैन और स्थानीय संपर्कों को चिन्हित करने की दिशा में जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। डुमरांव और आसपास के इलाकों में बढ़ता नशे का कारोबार स्थानीय लोगों के अनुसार, डुमरांव और उसके आसपास के क्षेत्रों में बीते कुछ समय से सूखे नशे और प्रतिबंधित नशीली दवाओं का अवैध कारोबार तेजी से फैल रहा है। इस अवैध धंधे की चपेट में बड़ी संख्या में युवा आ चुके हैं। नशे की लत के कारण कई युवाओं का भविष्य अंधकारमय हो रहा है, जिससे परिवार और समाज दोनों चिंतित हैं। अभिभावकों का कहना है कि नशे की उपलब्धता आसान होने से युवा जल्दी इसकी गिरफ्त में आ जाते हैं। यही वजह है कि पुलिस की यह कार्रवाई समाज के लिए एक राहत भरा संदेश लेकर आई है। पुलिस की रणनीति: सिर्फ गिरफ्तारी नहीं, जड़ तक पहुंचने का लक्ष्य पुलिस स्पष्ट कर चुकी है कि यह कार्रवाई केवल दो तस्करों की गिरफ्तारी तक सीमित नहीं रहेगी। अधिकारियों का कहना है कि नशे के इस अवैध कारोबार की पूरी चेन को तोड़ना प्राथमिक लक्ष्य है। इसके लिए टेक्निकल इनपुट, कॉल डिटेल, लेन-देन और पुराने आपराधिक रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं। नया भोजपुर थाना पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि,“हम चाहते हैं कि यह कार्रवाई एक उदाहरण बने। जो भी लोग नशे के कारोबार में लिप्त हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।” समाज के लिए चेतावनी और उम्मीद यह कार्रवाई एक तरफ जहां नशा तस्करों के लिए कड़ा संदेश है, वहीं दूसरी ओर समाज के लिए उम्मीद की किरण भी है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि पुलिस, प्रशासन और समाज मिलकर प्रयास करें, तो नशे की समस्या पर काफी हद तक नियंत्रण पाया जा सकता है। स्थानीय सामाजिक संगठनों ने भी पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है और मांग की है कि स्कूलों, कॉलेजों और गांव-टोले स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जाए, ताकि युवा पीढ़ी को नशे के दुष्परिणामों से बचाया जा सके। आगे भी जारी रहेगा अभियान पुलिस अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि आने वाले दिनों में जिलेभर में नशा विरोधी अभियान और तेज किया जाएगा। संदिग्ध इलाकों में निगरानी बढ़ाई जाएगी और तस्करों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। कुल मिलाकर, बक्सर में हुई यह बरामदगी न सिर्फ एक बड़ी पुलिस सफलता है, बल्कि नशे के खिलाफ चल रही लड़ाई में एक अहम कदम भी मानी जा रही है। बक्सर में मादक पदार्थों के खिलाफ चलाए जा रहे सघन अभियान के तहत नया भोजपुर थाना पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए लाखों रुपए मूल्य की ड्रग्स के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार युवकों के पास से करीब 480 ग्राम प्रतिबंधित मादक पदार्थ बरामद किया गया है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 30 लाख रुपए से अधिक बताई जा रही है। वर्ष के अंतिम दिनों में हुई इस बड़ी कार्रवाई से जिले में सक्रिय नशा तस्करों के बीच हड़कंप मच गया है। गोपनीय सूचना पर की गई बड़ी कार्रवाई पुलिस सूत्रों के अनुसार, नया भोजपुर थाना पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि इलाके में मादक पदार्थों की एक बड़ी खेप की डिलीवरी की जाने वाली है। सूचना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने विशेष टीम गठित की और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी। योजनाबद्ध तरीके से की गई छापेमारी में दो युवकों को दबोच लिया गया, जिनके पास से भारी मात्रा में ड्रग्स बरामद हुई। हालांकि, जांच के मद्देनज़र पुलिस ने फिलहाल गिरफ्तार तस्करों की पहचान सार्वजनिक नहीं की है। अधिकारियों का कहना है कि जल्दबाजी में नाम उजागर करने से नेटवर्क से जुड़े अन्य लोग सतर्क हो सकते हैं। पूछताछ में खुल सकते हैं बड़े राज पुलिस दोनों गिरफ्तार तस्करों से गहन पूछताछ कर रही है। प्रारंभिक पूछताछ में कुछ अहम सुराग मिलने की बात सामने आई है, जिससे संकेत मिलता है कि यह खेप किसी बड़े और संगठित ड्रग्स रैकेट का हिस्सा हो सकती है। आशंका जताई जा रही है कि इस नेटवर्क की जड़ें न केवल बक्सर बल्कि आसपास के जिलों तक फैली हुई हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। नेटवर्क के सप्लायर, डिलीवरी चैन और स्थानीय संपर्कों को चिन्हित करने की दिशा में जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। डुमरांव और आसपास के इलाकों में बढ़ता नशे का कारोबार स्थानीय लोगों के अनुसार, डुमरांव और उसके आसपास के क्षेत्रों में बीते कुछ समय से सूखे नशे और प्रतिबंधित नशीली दवाओं का अवैध कारोबार तेजी से फैल रहा है। इस अवैध धंधे की चपेट में बड़ी संख्या में युवा आ चुके हैं। नशे की लत के कारण कई युवाओं का भविष्य अंधकारमय हो रहा है, जिससे परिवार और समाज दोनों चिंतित हैं। अभिभावकों का कहना है कि नशे की उपलब्धता आसान होने से युवा जल्दी इसकी गिरफ्त में आ जाते हैं। यही वजह है कि पुलिस की यह कार्रवाई समाज के लिए एक राहत भरा संदेश लेकर आई है। पुलिस की रणनीति: सिर्फ गिरफ्तारी नहीं, जड़ तक पहुंचने का लक्ष्य पुलिस स्पष्ट कर चुकी है कि यह कार्रवाई केवल दो तस्करों की गिरफ्तारी तक सीमित नहीं रहेगी। अधिकारियों का कहना है कि नशे के इस अवैध कारोबार की पूरी चेन को तोड़ना प्राथमिक लक्ष्य है। इसके लिए टेक्निकल इनपुट, कॉल डिटेल, लेन-देन और पुराने आपराधिक रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं। नया भोजपुर थाना पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि,“हम चाहते हैं कि यह कार्रवाई एक उदाहरण बने। जो भी लोग नशे के कारोबार में लिप्त हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।” समाज के लिए चेतावनी और उम्मीद यह कार्रवाई एक तरफ जहां नशा तस्करों के लिए कड़ा संदेश है, वहीं दूसरी ओर समाज के लिए उम्मीद की किरण भी है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि पुलिस, प्रशासन और समाज मिलकर प्रयास करें, तो नशे की समस्या पर काफी हद तक नियंत्रण पाया जा सकता है। स्थानीय सामाजिक संगठनों ने भी पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है और मांग की है कि स्कूलों, कॉलेजों और गांव-टोले स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जाए, ताकि युवा पीढ़ी को नशे के दुष्परिणामों से बचाया जा सके। आगे भी जारी रहेगा अभियान पुलिस अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि आने वाले दिनों में जिलेभर में नशा विरोधी अभियान और तेज किया जाएगा। संदिग्ध इलाकों में निगरानी बढ़ाई जाएगी और तस्करों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। कुल मिलाकर, बक्सर में हुई यह बरामदगी न सिर्फ एक बड़ी पुलिस सफलता है, बल्कि नशे के खिलाफ चल रही लड़ाई में एक अहम कदम भी मानी जा रही है।


