पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और PTI के संस्थापक इमरान खान तथा उनकी पत्नी बुशरा बीबी को तोशाखाना केस-2 मामले में 17-17 साल की जेल की सजा सुनाई गई है। यह फैसला शनिवार को फेडरल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (FIA) की विशेष अदालत ने सुनाया। दोनों पर 16.4 करोड़ रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है। यह मामला एक महंगे बुल्गारी घड़ी सेट को बहुत कम कीमत पर खरीदने से जुड़ा है। रावलपिंडी की अडियाला जेल में हुई सुनवाई के दौरान विशेष न्यायाधीश शाहरुख अरजुमंद ने फैसला सुनाया। इमरान भ्रष्टाचार के मामले में अगस्त 2023 से अडियाला जेल में बंद हैं। इमरान को उम्रदराज और बुशरा को महिला होने के कारण कम सजा मिली इमरान को कुल 17 साल की जेल की सजा सुनाई गई। उन्हें भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 409 (आपराधिक विश्वासघात) के तहत 10 साल का कठोर कारावास और धारा 5(2)47 के तहत सात साल की सजा सुनाई गई। डॉन अखबार के मुताबिक अदालत ने सजा सुनाते समय इमरान के ज्यादा उम्र (73 साल ) और बुशरा के महिला होने पर विचार किया है। सजा देने में नरमी बरती गई है। फैसले के बाद, इमरान और बुशरा की कानूनी टीमों ने उच्च न्यायालय में फैसले को चुनौती देने का इरादा जताया। तोशाखान केस में पत्नी बुशरा की गलती से फंसे इमरान खान साल 2018 की बात है। प्रधानमंत्री बनने के बाद इमरान खान सऊदी अरब के दौरे पर गए थे। इसी समय इमरान को सऊदी प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने सोने और हीरों से बनी एक घड़ी गिफ्ट की थी। सऊदी से वापस लौटने के बाद इमरान खान ने ये घड़ी अपनी पत्नी बुशरा को रखने के लिए दे दी। कुछ दिनों बाद बुशरा ने यह घड़ी उस वक्त के एक मंत्री जुल्फी बुखारी को देकर कीमत पता करने को कहा। मंत्री ने पता किया तो पता चला कि वह घड़ी बेहद महंगी है। बुशरा ने मंत्री से कहा कि वह उस घड़ी को बेच दें। बुशरा की दोस्त फराह खान और मंत्री जुल्फी बुखारी इस ब्रांडेड घड़ी को बेचने महंगी घड़ियों के एक शोरूम पर पहुंचे। इस शोरूम के मालिक ने इसकी मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी को फोन कर दिया। बुशरा और जुल्फी बुखारी का ऑडियो लीक हुआ था यह घड़ी बनाने वाली कंपनी को जैसे ही इसकी जानकारी हुई, उसने सीधे सऊदी प्रिंस के ऑफिस से संपर्क कर पूछा कि आपने जो 2 घड़ियां बनवाईं थीं, उनमें से एक बिकने के लिए आई है। ये आपने भेजी है या चोरी हुई है? सऊदी प्रिंस के ऑफिस ने पाकिस्तान सरकार से संपर्क कर इसके बारे में जानना चाहा। इससे पूरा मामला सामने आ गया। कुछ समय बाद इमरान की पत्नी बुशरा और दोस्त जुल्फी बुखारी का ऑडियो लीक हुआ। इससे साफ हो गया कि इमरान के कहने पर ही बुशरा ने जुल्फी बुखारी से संपर्क किया था और उन्हें घड़ी बिकवाने को कहा था। इस केस में पुख्ता सबूत मिलने की बात कहकर अदालत ने इमरान खान को दोषी माना है। इमरान ने 2 करोड़ की घड़ी को 5 लाख का बताया था पाकिस्तान में प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति या दूसरे पद पर रहने वालों को मिले तोहफों की जानकारी नेशनल आर्काइव को देनी होती है। इन्हें तोशाखाना में जमा कराना होता है। अगर तोहफा 10 हजार पाकिस्तानी रुपए की कीमत वाला होता है तो बिना कोई पैसा चुकाए इसे संबंधित व्यक्ति रख सकता है। तोहफे की अनुमानित कीमत अगर 10 हजार से ज्यादा है तो 20% कीमत देकर गिफ्ट अपने पास रखा जा सकता है। अगर 4 लाख से ज्यादा का गिफ्ट है तो इसे सिर्फ वजीर-ए-आजम यानी प्रधानमंत्री या सदर-ए-रियासत यानी राष्ट्रपति ही खरीद सकता है। अगर कोई नहीं खरीदता तो नीलामी होती है। इमरान ने 2 करोड़ के तोहफों को कहीं 5 लाख तो कहीं 7 लाख का बताया। इसी कीमत पर उन्होंने इनकी खरीदारी की और फिर ओरिजिनल कीमत से कई गुना ज्यादा पर बेच दिया। मुख्य तोहफे जिन पर विवाद इमरान खान को प्रधानमंत्री रहते (2018-2022) कुल 108 तोहफे मिले, जिनमें से कई महंगे थे। इनमें मुख्य रूप से सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान और अन्य विदेशी नेताओं से मिले लग्जरी आइटम्स शामिल हैं। इमरान खान 2 साल से ज्यादा समय से जेल में बंद हैं इमरान खान पर 100 से ज्यादा केस चल रहे हैं और वे अगस्त 2023 से जेल में हैं। भ्रष्टाचार मामले में उन्हें 14 साल की सजा सुनाई जा चुकी है, जिसमें सरकारी गिफ्ट (तोशाखाना केस) बेचने और सरकारी सीक्रेट लीक करने जैसे आरोप शामिल हैं। इमरान पर आरोप है कि उन्होंने अल-कादिर ट्रस्ट के लिए पाकिस्तान सरकार की अरबों रुपए की जमीन को सस्ते में बेच दिया था। इस मामले में इमरान को 9 मई 2023 को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद पूरे मुल्क में फौज के कई अहम ठिकानों पर हमले हुए थे। पाकिस्तान के नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (NAB) ने अल-कादिर ट्रस्ट केस में दिसंबर 2023 में इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी और अन्य 6 व्यक्तियों पर मामला दर्ज किया था। हालांकि जब इमरान के खिलाफ ये केस दर्ज हुआ, उससे पहले से ही वे तोशाखाना केस में अडियाला जेल में बंद थे। ——————— ये खबर भी पढ़ें… इमरान खान जिंदा हैं या नहीं, बेटे ने सबूत मांगा: बहन नोरीन बोलीं- पाकिस्तान में मुनीर का शासन हिटलर से भी बदतर पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के बेटे कासिम खान ने गुरुवार को जेल में बंद अपने पिता के जिंदा होने का सबूत मांगा है। उन्होंने कहा कि किसी को भी नहीं पता है कि इमरान जिंदा हैं या नहीं। पूरी खबर पढ़ें..
तोशाखाना केस- इमरान, बुशरा बीबी को 17-17 साल की सजा:₹16.40 करोड़ का जुर्माना भी लगाया; पूर्व पाकिस्तान पीएम 28 महीने से जेल में हैं


