किशनगंज शहर के सफा नगर में एक 18 वर्षीय युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बुधवार को पिंटू आलम का शव उसके कमरे में फांसी के फंदे से झूलता मिला। आत्महत्या करने से पहले पिंटू ने अपने बड़े भाई गुड्डू को फोन कर इसकी जानकारी दी थी। गुड्डू ने तुरंत पड़ोसियों को घटना की सूचना दी और मदद मांगी। लोग पिंटू के घर पहुंचे, तो गेट बंद से बंद मिला स्थानीय लोग जब पिंटू के घर पहुंचे, तो उन्हें बाहर का गेट बंद मिला। लोगों ने चाहर दीवारी लांघकर घर में प्रवेश किया और पिंटू को फांसी के फंदे से नीचे उतारा। उसे जीवित मानकर इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल में जांच के बाद डॉक्टरों ने पिंटू को मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही गुड्डू और अन्य परिजन सदर अस्पताल पहुंचे और शव से लिपटकर रोने लगे। परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से किया इनकार, शव लेकर घर लौटे पिंटू के फांसी लगाने के कारणों के संबंध में पूछने पर परिजनों ने अनभिज्ञता जाहिर की। अस्पताल प्रबंधन ने घटना की सूचना पुलिस को दी, लेकिन परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया। इसके बाद वे शव लेकर घर लौट गए। किशनगंज शहर के सफा नगर में एक 18 वर्षीय युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बुधवार को पिंटू आलम का शव उसके कमरे में फांसी के फंदे से झूलता मिला। आत्महत्या करने से पहले पिंटू ने अपने बड़े भाई गुड्डू को फोन कर इसकी जानकारी दी थी। गुड्डू ने तुरंत पड़ोसियों को घटना की सूचना दी और मदद मांगी। लोग पिंटू के घर पहुंचे, तो गेट बंद से बंद मिला स्थानीय लोग जब पिंटू के घर पहुंचे, तो उन्हें बाहर का गेट बंद मिला। लोगों ने चाहर दीवारी लांघकर घर में प्रवेश किया और पिंटू को फांसी के फंदे से नीचे उतारा। उसे जीवित मानकर इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल में जांच के बाद डॉक्टरों ने पिंटू को मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही गुड्डू और अन्य परिजन सदर अस्पताल पहुंचे और शव से लिपटकर रोने लगे। परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से किया इनकार, शव लेकर घर लौटे पिंटू के फांसी लगाने के कारणों के संबंध में पूछने पर परिजनों ने अनभिज्ञता जाहिर की। अस्पताल प्रबंधन ने घटना की सूचना पुलिस को दी, लेकिन परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया। इसके बाद वे शव लेकर घर लौट गए।


