मध्य प्रदेश के छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री उर्फ बाबा बागेश्वर सरकारी विमान से रायपुर पहुंचे। इस दौरान माना थाना प्रभारी मनीष तिवारी ने जूता और टोपी उतारकर बाबा के पैर छुए। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। कोई पुलिसकर्मी पर कार्रवाई की मांग कर रहा है तो कोई पैर छूने को सही बता रहा है। इस मामले में रायपुर SSP डॉ लाल उमेद सिंह ने कहा कि पुलिसकर्मी पूरी वर्दी में नहीं था। उसने टोपी और जूते उतार दिए थे। फिलहाल, पुलिसकर्मी पर कोई एक्शन नहीं लिया गया है। इसके अलावा बाबा बागेश्वर छत्तीसगढ़ सरकार के शासकीय विमान से रायपुर पहुंचे, जहां से वे भिलाई रवाना हुए। धीरेंद्र शास्त्री को सरकारी विमान की सुविधा मिलने पर सोशल मीडिया पर लोग सवाल उठा रहे हैं। कांग्रेस ने इसे जनता के पैसों की बर्बादी बताया है। जानकारी के अनुसार धीरेंद्र शास्त्री को लाने प्रदेश सरकार के एक मंत्री पहले उसी सरकारी विमान से सतना गए, फिर बाबा बागेश्वर को लेकर रायपुर आए। वीडियो में विमान से तकनीकी शिक्षा मंत्री गुरू खुशवंत साहेब उतरते हुए नजर आ रहे हैं। दरअसल, भिलाई के जयंती स्टेडियम में कथावाचक पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की हनुमंत कथा 25 दिसंबर से 29 दिसंबर तक होगी। जिसके लिए वो गुरुवार को रायपुर से भिलाई पहुंचे थे। पहले देखिए ये तस्वीरें- निजी धार्मिक कार्यक्रम के लिए सरकारी विमान? लोगों का कहना है कि धीरेंद्र शास्त्री एक कथावाचक हैं और किसी भी संवैधानिक पद पर नहीं हैं। ऐसे में निजी धार्मिक आयोजन के लिए सरकारी विमान का उपयोग नियमों के खिलाफ है। सोशल मीडिया पर इसे सरकारी संसाधनों के दुरुपयोग का मामला बताया जा रहा है। पुलिसकर्मी के आचरण पर भी सवाल विवाद यहीं नहीं थमा। रायपुर के स्टेट हैंगर से सामने आए एक वीडियो में देखा जा सकता है कि एक वर्दीधारी पुलिसकर्मी जूते उतारकर बाबा बागेश्वर के पैर छूता है। वीडियो वायरल होने के बाद इस पर भी तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आईं। लोगों ने पुलिसकर्मी के इस व्यवहार को पुलिस की गरिमा और सेवा नियमों के खिलाफ बताया है। सोशल मीडिया पर निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए संबंधित पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जा रही है। SSP बोले- पूरी वर्दी में नहीं था पुलिसकर्मी दैनिक भास्कर डिजिटल ने इस विषय पर रायपुर SSP डॉ लाल उम्मेद सिंह से बात की। SSP ने कहा कि पुलिसकर्मी पैर छूने के दौरान पूरी वर्दी में नहीं था। उसने अपनी कैप और शूज उतारा हुआ था। प्रारंभिक जांच में नियमों का उल्लंघन नहीं दिख रहा है। फिलहाल, पुलिसकर्मी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। कांग्रेस बोली- सरकारी खजाने का दुरुपयोग प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि कथावाचक को लाने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार का विमान भेजना राज्य के खजाने का दुरुपयोग है। सरकार ने धीरेन्द्र शास्त्री के किस संवैधानिक हैसियत के कारण उनके लिए विमान भेजा था। यह राज्य के खजाने पर डकैती के समान है। सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि धीरेन्द्र शास्त्री हिन्दू समाज और सनातन के धर्मगुरु नहीं है। वे कथावाचक हो सकते हैं। टोना-टोटका करने वाले बाबा हो सकते हैं, लेकिन वे कोई धर्माचार्य नहीं है, न ही किसी शास्त्र के मान्यता प्राप्त पीठ के पीठाधीश्वर हैं। उनका आचार-विचार, व्यवहार देश की गंगा जमुनी संस्कृति के खिलाफ है। दूसरे दिन की कथा के बाद मुंबई रवाना हुए धीरेंद्र शास्त्री इस विवाद बीच बताया जा रहा है कि पंडित धीरेंद्र शास्त्री भिलाई में आयोजित कथा के दूसरे दिन कथा समाप्ति के बाद मुंबई के लिए रवाना हो गए। जानकारी के मुताबिक वे कल यानी शनिवार को कथा के समय से पहले भिलाई लौट आएंगे। भिलाई में 25 से 29 दिसंबर तक कथा का आयोजन होना है। …………………………… धीरेंद्र शास्त्री से संबंधित यह खबर भी पढ़ें… 01. भूपेश बोले-मुगल शासन में भी हिंदू खतरे में नहीं था:BJP-RSS ने डर दिखाकर 3 बार जीता चुनाव, कथावाचक प्रदीप मिश्रा-धीरेंद्र शास्त्री फैला रहे अंधविश्वास दुर्ग में पूर्व CM भूपेश बघेल ने बीजेपी, RSS, कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा और धीरेंद्र शास्त्री पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि, देश में कभी हिंदू खतरे में नहीं था। लेकिन जब से बीजेपी-आरएसएस सत्ता में आई है, तब से हिंदू खतरे में है का डर दिखाकर तीन बार चुनाव जीत चुके हैं। पढ़ें पूरी खबर… 02. धीरेंद्र बोले- हिंदुओं को जोड़ना, भक्ति-राष्ट्रवाद अंधविश्वास नहीं: कहा- जिन्हें ऐसा लगता है तो देश छोड़ दें, भूपेश बोले थे- टोटके की बातें करते हैं छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि कथावाचक प्रदीप मिश्रा और धीरेंद्र शास्त्री अंधविश्वास फैला रहे हैं। देश में हिंदू कभी खतरे में नहीं था। अब पं. धीरेंद्र शास्त्री ने भूपेश बघेल के बयान पर पलटवार किया है। पढ़ें पूरी खबर…
जूता-टोपी उतारकर टीआई ने धीरेंद्र शास्त्री के छूए पैर,VIDEO:सरकारी विमान से कथा करने छत्तीसगढ़ पहुंचे बागेश्वर बाबा, साथ दिखे मंत्री खुशवंत साहेब, छिड़ा विवाद


