बरेली। तीन सौ बेड अस्पताल में चोरों के हौसले इस कदर बुलंद हो चुके हैं कि अब वे न रात देख रहे हैं, न दिन। सोमवार को दिनदहाड़े सीटी स्कैन सेंटर का इंटरनेट केबल काट लिया गया। हैरत की बात यह रही कि चोरी रोकने के लिए कुछ दिन पहले ही लगवाया गया सीसीटीवी कैमरा भी चोर ने उखाड़कर नीचे फेंक दिया। जिस कारण इंटरनेट ठप, सीटी स्कैन की जांचें प्रभावित और मरीज बेहाल हैं।
सीटी स्कैन मशीन इंटरनेट केबल चोरी
अस्पताल जैसे संवेदनशील परिसर में इस तरह की बेखौफ चोरी ने सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है। सीटी स्कैन मशीन के लिए लगाया गया इंटरनेट केबल कटते ही लखनऊ भेजी जाने वाली जांच रिपोर्ट का ट्रांसफर रुक गया। घंटों तक मरीज जांच के लिए भटकते रहे, लेकिन अस्पताल प्रशासन के हाथ बंधे नजर आए। यह कोई पहली घटना नहीं है। कुछ दिन पहले ही सीटी स्कैन सेंटर के सभी छह एसी के केबल चोरी हो चुके हैं। इसके बाद निगरानी बढ़ाने के लिए नया सीसीटीवी कैमरा लगाया गया था, लेकिन इस बार चोरों ने उसी कैमरे को निशाना बना लिया। दोपहर के वक्त छत पर लगे कैमरे को उखाड़कर फेंक दिया गया और आराम से केबल काटकर फरार हो गए।
सीसीटीवी में नजर आए चोर
अस्पताल प्रशासन का दावा है कि अंदर लगे दूसरे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में चोर दिखाई दे रहा है, हालांकि तस्वीरें साफ नहीं हैं। अब अस्पताल के बाहर सड़क की ओर लगे कैमरों की फुटेज भी खंगाली जा रही है। पुलिस को सूचना भेज दी गई है, लेकिन सवाल वही पुराना है, सूचना के बाद भी चोर क्यों नहीं पकड़े जा रहे। तीन सौ बेड अस्पताल में लगातार हो रही चोरी की घटनाओं से प्रशासन परेशान है, लेकिन चोरों पर शिकंजा कसता नजर नहीं आ रहा। मरीजों और तीमारदारों में नाराजगी है। लोगों का कहना है कि अगर अस्पताल में ही सुरक्षा नहीं है, तो आम जगहों की हालत क्या होगी।
सीएमएस का बयान
अस्पताल के सीएमएस डा. इंतजार अली ने साफ शब्दों में नाराजगी जताते हुए कहा चोर ने सीटी स्कैन मशीन के लिए लगवाई गई इंटरनेट केबल काट दी है। इससे पहले भी यहां चोरी की कई घटनाएं हो चुकी हैं। हर बार पुलिस को सूचना दी जाती है, लेकिन अब तक चोरों पर शिकंजा नहीं कस पाया है। दिनदहाड़े अस्पताल में चोरी, कैमरे उखाड़े जा रहे हैं और इलाज व्यवस्था प्रभावित हो रही है कि यह हालात सिर्फ चोरी की घटना नहीं, बल्कि सिस्टम पर सीधा सवाल हैं। अब देखना यह है कि पुलिस और प्रशासन इस बार सिर्फ फुटेज देखने तक सीमित रहते हैं या सच में चोरों तक पहुंच पाते हैं।


