सीतापुर : सीतापुर जिले के डीएम डॉ. राजा गणपति आर इस समय सुर्खियों में बने हुए हैं। सीतापुर से वह सिद्धार्थनगर जिले के जिलाधिकारी के रूप में काम कर रहे थे। सीतापुर के डीएम रहे अभिषेक आनंद को बड़ी जिम्मेदारी सौंपते हुए उन्हें आबकारी विभाग का विशेष सचिव बनाया दिया गया।
डीएम डॉ. राजा गणपति आर अपने निरीक्षणों और कार्रवाईयों की वजह से लगातार सुर्खियों में हैं। वह कभी भी किसी भी तरह निकल जाते हैं और सरकारी कार्यों का निरीक्षण करते हैं। हाल ही में एक प्राथमिक विद्यालय के निर्माण को चेक करने का उनका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल है। इस दौरान वह निर्माण कार्य की गुणवत्ता चेक करने के लिए ईंट से ईंट बजाते दिखे। इसके अलावा उनका एक सड़क की क्वालिटी चेक करने का वीडियो भी सामने आया था, जिसमें वह सड़क को खुदवाते हुए नजर आए थे।
आईएएस राजा गणपति आर का जन्म 1 अक्टूबर 1984 को हुआ था। वह चेन्नई के रहने वाले हैं। उनकी पत्नी जे रीभा भी आईएएस अधिकारी हैं। डॉ. राजा गणपति आर की पहचान एक कर्मठ, सख्त और जनहित में सक्रिय अधिकारी के रूप में रही है। मूल रूप से तमिलनाडु के चेन्नई निवासी राजा गणपति आर ने चेन्नई के गवर्नमेंट कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की है। मेडिकल की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू की और साल 2015 बैच में पहले ही प्रयास में आईएएस बन गए थे।
जनता ने जबरन रुकवाया था तबादला
प्रशिक्षु अधिकारी के रूप में उन्होंने प्रयागराज जिले की करछना तहसील में एसडीएम के पद पर कार्यभार संभाला था। वहां अपने छोटे से कार्यकाल में ही राजा गणपति आर ने जनता के बीच मजबूत छवि बना ली थी। केवल 55 दिनों में ही उन्होंने जिस तरह से पारदर्शिता और अनुशासन से काम किया, उससे वह क्षेत्रीय लोगों के बीच लोकप्रिय हो गए थे। जब उनका तबादला हुआ तो स्थानीय लोगों ने सड़क पर उतरकर विरोध किया था। उपमुख्यमंत्री के हस्तक्षेप पर तबादला आदेश निरस्त भी कर दिया गया था।
सीतापुर में चर्चा में क्यों?
डीएम डॉ. राजा गणपति आर ने अक्टूबर लास्ट में सीतापुर जिलाधिकारी के रूप में पदभार ग्रहण किया। इसके बाद वह अपने निरीक्षण, भ्रष्टाचार पर कार्रवाईयों को लेकर चर्चा में हैं। वह अवैध-अतिक्रमण से जिले को मुक्ति दिलाने का काम कर रहे हैं। सीतापुर डीएम डॉ. राजा गणपति आर ने विकास खंड परसेण्डी के उच्च प्राथमिक विद्यालय बेदौरा का गुरुवार को औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान मिड-डे-मील में अनियमितता पाए जाने पर प्रिंसिपल सहित 3 को नोटिस दी थी। इसी विद्यालय में उन्होंने ईंट से ईंट बजाकर देखी थी।


