Personal Loan Calculator: पर्सनल लोन लेना आज के दौर में काफी आसान हो गया है। अगर आप वेतनभोगी कर्मचारी हैं, तो आपको कई प्री-अप्रूव्ड पर्सनल लोन्स के ऑफर्स मिले होंगे। आजकल कई ऐप्स भी पर्सनल लोन ऑफर करते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि यह लोन काफी अधिक ब्याज दर के साथ आता है। अगर आप एक साथ कई लोन्स ले लेते हो, तो कर्ज के जाल में भी फंस सकते हो। इसलिए जब बहुत ज्यादा जरूरत हो और दूसरा कोई रास्ता न हो, तब ही पर्सनल लोन लेना चाहिए।
क्या है पर्सनल लोन पर ब्याज दरें
अधिकतर बैकों की पर्सनल लोन्स पर न्यूनतम ब्याज दरें इस समय 9.75 फीसदी से लेकर 9.99 फीसदी तक है। बड़े बैंकों की बात करें, तो एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक की पर्सनल लोन पर शुरुआती ब्याज दर 9.99 फीसदी है। बैंक ऑफ महाराष्ट्र 9 फीसदी की न्यूनतम ब्याज दर पर पर्सनल लोन दे रहा है। इसके अलावा एसबीआई 10.05%, बैंक ऑफ बड़ौदा 10.40%, पीएनबी 10.60%, कोटक महिंद्रा बैंक 10.99% और आईसीआईसीआई बैंक 10.45% की शुरुआती ब्याज दर पर पर्सनल लोन ऑफर कर रहा है।
| बैंक का नाम | पर्सनल लोन की शुरुआती ब्याज दर (वार्षिक) |
|---|---|
| बैंक ऑफ महाराष्ट्र | 9.00% |
| एचडीएफसी बैंक | 9.99% |
| एक्सिस बैंक | 9.99% |
| आईडीएफसी फर्स्ट बैंक | 9.99% |
| स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) | 10.05% |
| बैंक ऑफ बड़ौदा | 10.40% |
| आईसीआईसीआई बैंक | 10.45% |
| पंजाब नेशनल बैंक (PNB) | 10.60% |
| कोटक महिंद्रा बैंक | 10.99% |
4 लाख के पर्सनल लोन पर कितनी बनेगी EMI
अगर आप भारतीय स्टेट बैंक से 10.05 फीसदी ब्याज दर पर 5 साल के लिए 4 लाख रुपये का पर्सनल लोन लेते हैं, तो मंथली ईएमआई 8,509 रुपये की बनेगी। इस लोन में आप कुल ब्याज 1,10,520 रुपये चुकाएंगे। अगर यह लोन हम 11.50 फीसदी ब्याज दर पर लेते हैं, तो मंथली ईएमआई 8,797 रुपये की बनेगी। इस लोन में हम कुल ब्याज 1,27,823 रुपये चुकाएंगे। वहीं, यह लोन 13 फीसदी ब्याज दर पर लिया जाता है, तो मंथली ईएमआई 9,101 रुपये की बनेगी। वहीं, कुल ब्याज 1,46,074 रुपये चुकाएंगे।
| ब्याज दर (वार्षिक) | लोन अवधि | मासिक EMI | कुल ब्याज राशि |
|---|---|---|---|
| 10.05% | 5 साल | ₹8,509 | ₹1,10,520 |
| 11.50% | 5 साल | ₹8,797 | ₹1,27,823 |
| 13.00% | 5 साल | ₹9,101 | ₹1,46,074 |
पर्सनल लोन लेते समय इन बातों का रखें ध्यान
- प्रोसेसिंग फीस चेक कर लें। प्रोसेसिंग फीस लोन देने से पहले ही लोन अमाउंट में से काट ली जाती है। आमतौर पर यह फीस कम होती है, लेकिन कुछ मामलों में यह लोन राशि का 5% तक भी हो सकती है। लोन लेते समय इस फीस को ध्यान में रखकर अपना कर्जदाता चुनें।
- लोन की अवधि जितनी लंबी होगी, ईएमआई उतनी कम बनेगी। अवधि जितनी छोटी होगी ईएमआई की रकम उतनी ज्यादा बनेगी।
- अपनी मंथली ईएमआई पता करने के लिए ईएमआई कैलकुलेटर का यूज करें। इससे आप पता कर पाएंगे कि आपको हर महीने कितना पैसा देना होगा।
- पर्सनल लोन आमतौर पर फिक्स्ड रेट ऑफ इंटेरेस्ट पर मिलता है। पूरी लोन अवधि में ब्याज दर समान रहती है। इससे ईएमआई में भी बदलाव नहीं होता है।
अपने लोन की एपीआर (एनुअल पर्सेंटेज रेट) पता करें। यह बताता है कि सभी खर्च मिलाकर लोन वास्तव में कितना महंगा पड़ेगा।


