खगड़िया जिले के परबत्ता प्रखंड क्षेत्र में बढ़ती शीतलहर के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है। दिसंबर की कड़ाके की ठंड के बावजूद इस वर्ष अंचल कार्यालय द्वारा चिह्नित स्थानों पर अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है। इन स्थानों पर नहीं है अलाव की व्यवस्था जिन स्थानों पर अभी तक अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है उनमें परबत्ता बाजार, अगुवानी, सरकारी अस्पताल, सलारपुर चौक, नयागांव चौक और मड़ैया सहित कई प्रमुख जगह शामिल हैं ।पिछले वर्षों में अंचल प्रशासन समय पर जलावन उपलब्ध कराता था, जिससे राहगीरों, मरीजों के परिजनों और बाजार के लोगों को ठंड से राहत मिलती थी। इस वर्ष लोग चंदा इकट्ठा कर और लकड़ी का इंतजाम कर अलाव जलाने को मजबूर हैं। CPM अंचल मंत्री ने जताई नाराजगी इस मामले पर सीपीएम अंचल मंत्री नवीन चौधरी ने प्रशासन पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि प्रखंड प्रशासन पूरी तरह विफल है और अधिकारियों की लापरवाही के कारण गरीब व कमजोर वर्ग के लोग ठिठुरने को मजबूर हैं। चौधरी ने इसे घोर लापरवाही बताते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की। अंचलाधिकारी ने दिया आश्वासन परबत्ता अंचलाधिकारी हरिनाथ राम ने देरी स्वीकार की। उन्होंने बताया कि अंचल कार्यालय व्यवस्था बहाल करने का प्रयास कर रहा है, लेकिन कर्मियों के दल-बदल और मानव बल की कमी के कारण प्रक्रिया में देर हो रही है। उन्होंने जनता को आश्वासन दिया कि जल्द ही सभी चिन्हित स्थानों पर अलाव की व्यवस्था बहाल कर दी जाएगी। खगड़िया जिले के परबत्ता प्रखंड क्षेत्र में बढ़ती शीतलहर के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है। दिसंबर की कड़ाके की ठंड के बावजूद इस वर्ष अंचल कार्यालय द्वारा चिह्नित स्थानों पर अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है। इन स्थानों पर नहीं है अलाव की व्यवस्था जिन स्थानों पर अभी तक अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है उनमें परबत्ता बाजार, अगुवानी, सरकारी अस्पताल, सलारपुर चौक, नयागांव चौक और मड़ैया सहित कई प्रमुख जगह शामिल हैं ।पिछले वर्षों में अंचल प्रशासन समय पर जलावन उपलब्ध कराता था, जिससे राहगीरों, मरीजों के परिजनों और बाजार के लोगों को ठंड से राहत मिलती थी। इस वर्ष लोग चंदा इकट्ठा कर और लकड़ी का इंतजाम कर अलाव जलाने को मजबूर हैं। CPM अंचल मंत्री ने जताई नाराजगी इस मामले पर सीपीएम अंचल मंत्री नवीन चौधरी ने प्रशासन पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि प्रखंड प्रशासन पूरी तरह विफल है और अधिकारियों की लापरवाही के कारण गरीब व कमजोर वर्ग के लोग ठिठुरने को मजबूर हैं। चौधरी ने इसे घोर लापरवाही बताते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की। अंचलाधिकारी ने दिया आश्वासन परबत्ता अंचलाधिकारी हरिनाथ राम ने देरी स्वीकार की। उन्होंने बताया कि अंचल कार्यालय व्यवस्था बहाल करने का प्रयास कर रहा है, लेकिन कर्मियों के दल-बदल और मानव बल की कमी के कारण प्रक्रिया में देर हो रही है। उन्होंने जनता को आश्वासन दिया कि जल्द ही सभी चिन्हित स्थानों पर अलाव की व्यवस्था बहाल कर दी जाएगी।


