खगड़िया जिले के मानसी प्रखंड की बलहा पंचायत में स्थित एपीएचसी (अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र) में एमबीबीएस डॉक्टर और प्रसव सुविधा न होने से स्थानीय लोगों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। बलहा पंचायत के मुखिया राजेश भारती उर्फ पप्पू साह ने बताया कि डॉक्टर न होने के कारण मामूली चोट या बीमारियों का सही इलाज नहीं हो पाता, जिससे लोग मजबूरन निजी क्लीनिकों का सहारा लेने को मजबूर हैं। बलहा पंचायत और आसपास के आधा दर्जन से अधिक गांवों की गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिए मानसी या खगड़िया जाना पड़ता है, जो उनके लिए खतरे और असुविधा का कारण बनता है। मुखिया ने कई बार खगड़िया सिविल सर्जन को लिखित आवेदन देकर बलहा अस्पताल में एमबीबीएस डॉक्टर और प्रसव सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की है। स्थानीय ग्रामीणों ने भी जिलाधिकारी से अस्पताल में डॉक्टर तैनात करने की मांग की है ताकि रात में भी मरीजों को उचित इलाज मिल सके। मानसी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) प्रभारी डॉ. राजीव रंजन कुमार ने बताया कि प्रसव सुविधा उपलब्ध कराने के लिए विभाग से मांग की गई है। उन्होंने कहा कि एमबीबीएस डॉक्टरों की कमी के कारण बलहा एपीएचसी में अभी तक डॉक्टर तैनात नहीं किए जा सके हैं, लेकिन मांग के बाद जल्द ही एक एमबीबीएस डॉक्टर की पोस्टिंग की जाएगी। फिलहाल, यहां आयुर्वेद डॉक्टर द्वारा ही इलाज किया जा रहा है। खगड़िया जिले के मानसी प्रखंड की बलहा पंचायत में स्थित एपीएचसी (अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र) में एमबीबीएस डॉक्टर और प्रसव सुविधा न होने से स्थानीय लोगों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। बलहा पंचायत के मुखिया राजेश भारती उर्फ पप्पू साह ने बताया कि डॉक्टर न होने के कारण मामूली चोट या बीमारियों का सही इलाज नहीं हो पाता, जिससे लोग मजबूरन निजी क्लीनिकों का सहारा लेने को मजबूर हैं। बलहा पंचायत और आसपास के आधा दर्जन से अधिक गांवों की गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिए मानसी या खगड़िया जाना पड़ता है, जो उनके लिए खतरे और असुविधा का कारण बनता है। मुखिया ने कई बार खगड़िया सिविल सर्जन को लिखित आवेदन देकर बलहा अस्पताल में एमबीबीएस डॉक्टर और प्रसव सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की है। स्थानीय ग्रामीणों ने भी जिलाधिकारी से अस्पताल में डॉक्टर तैनात करने की मांग की है ताकि रात में भी मरीजों को उचित इलाज मिल सके। मानसी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) प्रभारी डॉ. राजीव रंजन कुमार ने बताया कि प्रसव सुविधा उपलब्ध कराने के लिए विभाग से मांग की गई है। उन्होंने कहा कि एमबीबीएस डॉक्टरों की कमी के कारण बलहा एपीएचसी में अभी तक डॉक्टर तैनात नहीं किए जा सके हैं, लेकिन मांग के बाद जल्द ही एक एमबीबीएस डॉक्टर की पोस्टिंग की जाएगी। फिलहाल, यहां आयुर्वेद डॉक्टर द्वारा ही इलाज किया जा रहा है।


