सुकमा जिले में फोर्स ने मीनागट्टा इलाके में जंगल-पहाड़ों के बीच छिपी नक्सलियों की हथियार फैक्ट्री ध्वस्त कर दी। इसमें सिंगल शॉट रायफल व अन्य हथियार बनाए जा रहे थे। जवानों की आमदरफ्त अव जंगलों में लगातार बढ़ती चली जा रही है। जवानों की इसी आमदरफ्त का फायदा ये मिल रहा है कि नक्सलियों के सुरक्षित ठिकानों का पता भी जवानों को चल पा रहा है। बीते एक साल में सुकमा और बीजापुर जिलों में 20 से ज्यादा जगाहों पर जवान दबिश देकर नक्सलियों की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री व हथियारों के डंप को बरामद कर चुके हैं। दरअसल बीते एक साल में बस्तर, दंतेवाड़ा, सुकमा, बीजापुर, नारायणपुर और कोंडागांव जिलों में आत्मसमर्पण हुए हैं, उसके बाद इन्हीं आत्मसमर्पित नक्सली से पुलिस को गोपनीय ठिकानों का राज पता चल रहा है। इन्हीं इनपुट्स के आधार पर जवान ऑपरेशन लॉन्च करते हुए नक्सलियों के हथियारों की फैक्ट्री और डंप तक आसानी से पहुंच पा रहे हैं। अकेले सुकमा जिले में ही इस साल जनवरी से लेकर अब तक नक्सलियों के 16 ठिकानों को पुलिस ध्वस्त कर चुकी है। जानिए… सुकमा व बीजापुर जिलों में कब-कहां जवानों ने ध्वस्त किया डंप


