गया कॉलेज गया में लगातार बढ़ती अव्यवस्था, प्रशासनिक लापरवाही और छात्रों की बुनियादी सुविधाओं की अनदेखी के खिलाफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने आज विरोध-प्रदर्शन किया। सैकड़ों छात्रों और कार्यकर्ताओं ने कॉलेज के सामने प्राचार्य का पुतला दहन कर प्रशासन को चेतावनी दी। प्रदर्शन के दौरान कॉलेज परिसर “छात्र विरोधी प्रशासन होश में आओ”, “ABVP जिंदाबाद” और “भ्रष्टाचार बंद करो” जैसे नारों से गूंज उठा। ABVP ने कहा कि अब उदासीनता और घमंड की नीति बर्दाश्त नहीं की जाएगी। गया कॉलेज के मंत्री चंदन शर्मा ने आरोप लगाया कि मगध विश्वविद्यालय प्रशासन की चुप्पी ही अराजकता को जन्म दे रही है। उन्होंने कहा कि कॉलेज में व्याप्त अराजकता का मुख्य कारण प्राचार्य की उदासीनता और निष्क्रिय रवैया है। चंदन शर्मा बोले- क्लासेज समय पर नहीं चलती शर्मा ने बताया कि क्लासेज समय पर नहीं चलतीं, छात्रों की शिकायतें अनसुनी कर दी जाती हैं और समस्याओं के समाधान के नाम पर केवल आश्वासन मिलता है। उन्होंने यह भी कहा कि जब छात्र अपनी मांगों को लेकर प्राचार्य के पास जाते हैं, तो प्राचार्य उनसे दुर्व्यवहार करते हैं, जो अलोकतांत्रिक है। महानगर मंत्री आदित्य मिश्रा ने कॉलेज की स्थिति पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि गया कॉलेज आज उपेक्षा का केंद्र बन चुका है। पीने के पानी की गंभीर कमी है, जिसके कारण छात्रों को बाहर से पानी खरीदना पड़ता है। बोले- शौचालयों की स्थिति भी खराब है, सफाई का नाम नहीं मिश्रा ने आगे बताया कि शौचालयों की स्थिति बेहद खराब है और सफाई का कोई नामोनिशान नहीं है। कई विषयों की कक्षाएँ नियमित रूप से नहीं चलतीं, जिससे छात्रों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है। लैब जर्जर पड़ी हैं, उपकरण और किताबें उपलब्ध नहीं हैं। बॉयज हॉस्टल की हालत भी दयनीय है, जहाँ न सुरक्षा है और न स्वच्छता। छात्राओं की सुरक्षा को लेकर प्रशासन की चुप्पी भी चिंताजनक है। गया कॉलेज गया में लगातार बढ़ती अव्यवस्था, प्रशासनिक लापरवाही और छात्रों की बुनियादी सुविधाओं की अनदेखी के खिलाफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने आज विरोध-प्रदर्शन किया। सैकड़ों छात्रों और कार्यकर्ताओं ने कॉलेज के सामने प्राचार्य का पुतला दहन कर प्रशासन को चेतावनी दी। प्रदर्शन के दौरान कॉलेज परिसर “छात्र विरोधी प्रशासन होश में आओ”, “ABVP जिंदाबाद” और “भ्रष्टाचार बंद करो” जैसे नारों से गूंज उठा। ABVP ने कहा कि अब उदासीनता और घमंड की नीति बर्दाश्त नहीं की जाएगी। गया कॉलेज के मंत्री चंदन शर्मा ने आरोप लगाया कि मगध विश्वविद्यालय प्रशासन की चुप्पी ही अराजकता को जन्म दे रही है। उन्होंने कहा कि कॉलेज में व्याप्त अराजकता का मुख्य कारण प्राचार्य की उदासीनता और निष्क्रिय रवैया है। चंदन शर्मा बोले- क्लासेज समय पर नहीं चलती शर्मा ने बताया कि क्लासेज समय पर नहीं चलतीं, छात्रों की शिकायतें अनसुनी कर दी जाती हैं और समस्याओं के समाधान के नाम पर केवल आश्वासन मिलता है। उन्होंने यह भी कहा कि जब छात्र अपनी मांगों को लेकर प्राचार्य के पास जाते हैं, तो प्राचार्य उनसे दुर्व्यवहार करते हैं, जो अलोकतांत्रिक है। महानगर मंत्री आदित्य मिश्रा ने कॉलेज की स्थिति पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि गया कॉलेज आज उपेक्षा का केंद्र बन चुका है। पीने के पानी की गंभीर कमी है, जिसके कारण छात्रों को बाहर से पानी खरीदना पड़ता है। बोले- शौचालयों की स्थिति भी खराब है, सफाई का नाम नहीं मिश्रा ने आगे बताया कि शौचालयों की स्थिति बेहद खराब है और सफाई का कोई नामोनिशान नहीं है। कई विषयों की कक्षाएँ नियमित रूप से नहीं चलतीं, जिससे छात्रों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है। लैब जर्जर पड़ी हैं, उपकरण और किताबें उपलब्ध नहीं हैं। बॉयज हॉस्टल की हालत भी दयनीय है, जहाँ न सुरक्षा है और न स्वच्छता। छात्राओं की सुरक्षा को लेकर प्रशासन की चुप्पी भी चिंताजनक है।


