औरंगाबाद जिले में ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा कराए जा रहे सड़क निर्माण कार्यों की गुणवत्ता को लेकर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। ताजा मामला कुटुंबा प्रखंड अंतर्गत जौड़ा गांव का है, जहां जौड़ा डीहवार से संडा बालूगंज पथ तक हाल ही में बनाई गई सड़क महज 10 दिन के भीतर ही टूटकर बिखर गई। नई सड़क की बदहाल स्थिति को देखकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है और विभागीय कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं।ग्रामीणों का आरोप है कि सड़क निर्माण में घटिया किस्म के मैटेरियल का इस्तेमाल किया गया है, जिसके कारण सड़क की ऊपरी परत जगह-जगह से उखड़ गई है और गिट्टियां बाहर निकल आई हैं। नई सड़क के उखड़ने से राहगीरों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। खासकर दोपहिया वाहन चालकों के लिए यह सड़क बेहद खतरनाक साबित हो रही है। 7 साल पहले इसी सड़क पर पीसीसी का निर्माण कराया गया था स्थानीय लोगों ने बताया कि करीब सात वर्ष पूर्व इसी सड़क पर पीसीसी का निर्माण कराया गया था, जो अभी भी काफी हद तक ठीक-ठाक स्थिति में था। इसके बावजूद बिना समुचित तकनीकी प्रक्रिया अपनाए उसी पीसीसी सड़क के ऊपर कालीकरण कर दिया गया। ग्रामीणों का कहना है कि पुराने पीसीसी की सतह की उचित सफाई और लेयरिंग किए बिना ही कालीकरण कर दिया गया, जिसके कारण सड़क की पकड़ कमजोर हो गई और कुछ ही दिनों में गिट्टियां उखड़ने लगीं। ग्रामीण विकास कुमार, सुशील कुमार सहित अन्य लोगों ने बताया कि घटिया सामग्री और लापरवाही के कारण सड़क एक सप्ताह के भीतर ही खराब हो गई। उन्होंने बताया कि इसी सड़क से होकर लोग चेड़ी थाना मंदिर तक आवागमन करते हैं। इसके अलावा वन विभाग द्वारा बनाए गए गारलैंड ट्रेंचिंग तक पहुंचने का भी यही एकमात्र मार्ग है, जिससे सड़क की खराब स्थिति के कारण आम लोगों के साथ-साथ विभागीय कार्यों में भी परेशानी हो रही है। गांव के लोगों ने मामले की जांच कर दोषी ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की ग्रामीणों ने मांग की है कि पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए और दोषी संवेदक व संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही सड़क का दोबारा गुणवत्तापूर्ण निर्माण कराया जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की समस्या न उत्पन्न हो। इस संबंध में ग्रामीण कार्य विभाग के सहायक अभियंता अमर कुमार ने बताया कि हाल के दिनों में खराब मौसम के कारण पीचिंग ठीक से नहीं हो पाई है। उन्होंने कहा कि संवेदक को सड़क की मरम्मत एवं आवश्यक सुधार कार्य करने का निर्देश दिया गया है। विभाग का दावा है कि जल्द ही सड़क को दुरुस्त करा दिया जाएगा। औरंगाबाद जिले में ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा कराए जा रहे सड़क निर्माण कार्यों की गुणवत्ता को लेकर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। ताजा मामला कुटुंबा प्रखंड अंतर्गत जौड़ा गांव का है, जहां जौड़ा डीहवार से संडा बालूगंज पथ तक हाल ही में बनाई गई सड़क महज 10 दिन के भीतर ही टूटकर बिखर गई। नई सड़क की बदहाल स्थिति को देखकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है और विभागीय कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं।ग्रामीणों का आरोप है कि सड़क निर्माण में घटिया किस्म के मैटेरियल का इस्तेमाल किया गया है, जिसके कारण सड़क की ऊपरी परत जगह-जगह से उखड़ गई है और गिट्टियां बाहर निकल आई हैं। नई सड़क के उखड़ने से राहगीरों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। खासकर दोपहिया वाहन चालकों के लिए यह सड़क बेहद खतरनाक साबित हो रही है। 7 साल पहले इसी सड़क पर पीसीसी का निर्माण कराया गया था स्थानीय लोगों ने बताया कि करीब सात वर्ष पूर्व इसी सड़क पर पीसीसी का निर्माण कराया गया था, जो अभी भी काफी हद तक ठीक-ठाक स्थिति में था। इसके बावजूद बिना समुचित तकनीकी प्रक्रिया अपनाए उसी पीसीसी सड़क के ऊपर कालीकरण कर दिया गया। ग्रामीणों का कहना है कि पुराने पीसीसी की सतह की उचित सफाई और लेयरिंग किए बिना ही कालीकरण कर दिया गया, जिसके कारण सड़क की पकड़ कमजोर हो गई और कुछ ही दिनों में गिट्टियां उखड़ने लगीं। ग्रामीण विकास कुमार, सुशील कुमार सहित अन्य लोगों ने बताया कि घटिया सामग्री और लापरवाही के कारण सड़क एक सप्ताह के भीतर ही खराब हो गई। उन्होंने बताया कि इसी सड़क से होकर लोग चेड़ी थाना मंदिर तक आवागमन करते हैं। इसके अलावा वन विभाग द्वारा बनाए गए गारलैंड ट्रेंचिंग तक पहुंचने का भी यही एकमात्र मार्ग है, जिससे सड़क की खराब स्थिति के कारण आम लोगों के साथ-साथ विभागीय कार्यों में भी परेशानी हो रही है। गांव के लोगों ने मामले की जांच कर दोषी ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की ग्रामीणों ने मांग की है कि पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए और दोषी संवेदक व संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही सड़क का दोबारा गुणवत्तापूर्ण निर्माण कराया जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की समस्या न उत्पन्न हो। इस संबंध में ग्रामीण कार्य विभाग के सहायक अभियंता अमर कुमार ने बताया कि हाल के दिनों में खराब मौसम के कारण पीचिंग ठीक से नहीं हो पाई है। उन्होंने कहा कि संवेदक को सड़क की मरम्मत एवं आवश्यक सुधार कार्य करने का निर्देश दिया गया है। विभाग का दावा है कि जल्द ही सड़क को दुरुस्त करा दिया जाएगा।


