‘पति ने मेरी सौतन के साथ मिलकर दवाई खिलाने के बहाने दूध में जहर मिलाकर पिला दिया। मैं आज नहीं तो कल मर जाऊंगी, लेकिन मेरे पति को मेरा चेहरा मत दिखाना। ये बयान 30 साल की विवाहित का है। इस बयान के 17 दिनों बाद वो इलाज के दौरान दम तोड़ दी। बुधवार को 3 साल के बेटे ने अपनी मां को मुखाग्नि दी। घटना के बाद से मृतक महिला का पति फरार है। पुलिस से अब तक शिकायत नहीं की गई है। मृतका के मायके पक्ष का कहना है कि मामला दो जिलों से जुड़ा है, इसलिए आवेदन नहीं दिया है। अंतिम संस्कार कर दिया गया है। पुलिस को जल्द आवेदन देकर FIR दर्ज कराएंगे। सबसे पहले मुखाग्नि देने वाले बच्चे की 3 तस्वीरें देखिए अब जानिए, विवाहिता ने मौत से पहले कैमरे पर क्या कहा? इलाज के दौरान अनोखा देवी ने मायके वाले को बताया, ‘घटना 6 दिसंबर की है। मेरी सौतन मेरे सीने पर चढ़कर बैठ गई और जबरदस्ती मुंह खोलकर जहर वाला दूध मुंह में डाल दिया। इसके बाद भूसा वाले घर में रख दिया। मेरी हालत ऐसी नहीं थी कि मैं चल पाऊं। किसी तरह मेरे मायके वालों को सूचना दी तो वे 10 दिसंबर को मेरे पास आए और मुझे इलाज के लिए डीएमसीएच में एडमिट कराया। यहां मेरा पति पहुंचा और मुझे जबरन प्राइवेट अस्पताल में एडमिट करा दिया।’ मृतका के भाई ने बताया कि, प्राइवेट अस्पताल में 13 दिसंबर से लेकर 23 दिसंबर तक इलाज चला। इलाज के दौरान ही मंगलवार (23 दिसंबर) को मेरी बहन की मौत हो गई। अब सिलसिलेवार तरीके से जानिए मृतक महिला की पूरी कहानी महिला की पहचान 30 साल की अनोखा देवी के रूप में की गई। अनोखा देवी धनश्यामपुर थाना क्षेत्र के देवता गांव की रहने वाली थी। चार साल पहले अनोखा देवी की शादी मधुबनी जिले के भेजा थाना क्षेत्र के भेलाही टोला के रहने वाले घूरन यादव (35) से हुई थी। भाई कुलदीप यादव के अनुसार, शादी के बाद अनोखा सिर्फ 10 दिन ही ससुराल में रही थी। इसके बाद मारपीट कर घूरन यादव ने मेरी बहन को मायका पहुंचा दिया था। हालांकि, बीच-बीच में घूरन यादव का यहां आना-जाना लगा रहता था। इसी दौरान मेरी बहन प्रेग्नेंट हो गई और एक बच्चे को जन्म दिया, जो 3 साल का है। मेरी बहन प्रेग्नेंट थी, तब घूरन यादव उसे अपने घर ले गया था। मेरी बहन की देखभाल के लिए चचेरी बहन उसके घर गई थी। इसी दौरान घूरन यादव मेरी चचेरी बहन रुक्मणि को अपने प्यार के जाल में फंसा लिया और उसे भागकर दिल्ली ले गया। दिल्ली में रहने के दौरान घूरन यादव ने रुक्मणि से मंदिर में शादी कर ली। उसे दिल्ली में ही रखा। इधर, परिजन लगातार रुक्मणि को ढूंढ रहे थे। उन्हें घूरन और उसके परिवार के लोगों ने बताया कि देखभाल के लिए रुक्मणि आई थी, लेकिन पता नहीं वो किसके साथ चली गई। उधर, रुक्मणि के गायब होने के 2 साल बाद पता चला कि रुक्मणि दिल्ली में ही है और घूरन यादव ने उससे शादी कर ली है। इसकी सूचना मिलने के बाद गांव में पंचायत बैठी, जिसमें घूरन ने रुक्मणि से शादी से इनकार कर दिया। 2 महीने पहले घूरन का बड़ा भाई आया, मेरी बहन को विदा कराकर ले गया कुलदीप के मुताबिक, 2 महीने पहले घूरन का बड़ा भाई अचानक मेरे घर पहुंचे और इस बात को स्वीकार किया कि घूरन और रुक्मणि ने शादी कर ली है। दोनों बहनें साथ रहेंगी। दोनों को बराबर हक भी दिया जाएगा। हम लोग घूरन यादव के बड़े भाई के झांसे में आ गए और अपनी बहन को ससुराल भेज दिया। मृतका की बहन सुमित्रा ने बताया कि, अनोखा देवी की मौत के बाद से घूरन यादव, रुक्मणि देवी और उसके परिवार के सभी लोग फरार हैं। घर में ताला लटका है। अर्थी उठने से पहले अनोखा देवी को दुल्हन की तरह सजाया गांव के लोगों की मदद से अनोखा देवी का शव उसके मायका से 35 से 40 किलोमीटर दूर ससुराल ले जाया गया। यहां अनोखा देवी के 3 साल के बेटे ने मुखाग्नि दी। गांव के लोगों ने बताया कि अनोखा देवी के पिता ने धूमधाम से बेटी की शादी की थी। चार साल बाद ही उसकी मौत हो गई। अर्थी उठने से पहले अनोखा देवी को दुल्हन की तरह सजाया गया था। फिर लाश पर दुल्हन की विदाई में यूज किए जाने वाला लाल रंग की चुनरी ओढ़ाई गई। फिर गांव के लोगों की मदद से लाश को मधुबनी स्थित उसके ससुराल ले जाया गया। फिर घूरन यादव के ही खेत में अंतिम संस्कार किया गया। घनश्यामपुर थाने के SHO आलोक कुमार ने कहा कि, मृतका के परिवार की ओर से कोई आवेदन नहीं मिला है। अगर आवेदन मिलता है तो निश्चित रूप से आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ‘पति ने मेरी सौतन के साथ मिलकर दवाई खिलाने के बहाने दूध में जहर मिलाकर पिला दिया। मैं आज नहीं तो कल मर जाऊंगी, लेकिन मेरे पति को मेरा चेहरा मत दिखाना। ये बयान 30 साल की विवाहित का है। इस बयान के 17 दिनों बाद वो इलाज के दौरान दम तोड़ दी। बुधवार को 3 साल के बेटे ने अपनी मां को मुखाग्नि दी। घटना के बाद से मृतक महिला का पति फरार है। पुलिस से अब तक शिकायत नहीं की गई है। मृतका के मायके पक्ष का कहना है कि मामला दो जिलों से जुड़ा है, इसलिए आवेदन नहीं दिया है। अंतिम संस्कार कर दिया गया है। पुलिस को जल्द आवेदन देकर FIR दर्ज कराएंगे। सबसे पहले मुखाग्नि देने वाले बच्चे की 3 तस्वीरें देखिए अब जानिए, विवाहिता ने मौत से पहले कैमरे पर क्या कहा? इलाज के दौरान अनोखा देवी ने मायके वाले को बताया, ‘घटना 6 दिसंबर की है। मेरी सौतन मेरे सीने पर चढ़कर बैठ गई और जबरदस्ती मुंह खोलकर जहर वाला दूध मुंह में डाल दिया। इसके बाद भूसा वाले घर में रख दिया। मेरी हालत ऐसी नहीं थी कि मैं चल पाऊं। किसी तरह मेरे मायके वालों को सूचना दी तो वे 10 दिसंबर को मेरे पास आए और मुझे इलाज के लिए डीएमसीएच में एडमिट कराया। यहां मेरा पति पहुंचा और मुझे जबरन प्राइवेट अस्पताल में एडमिट करा दिया।’ मृतका के भाई ने बताया कि, प्राइवेट अस्पताल में 13 दिसंबर से लेकर 23 दिसंबर तक इलाज चला। इलाज के दौरान ही मंगलवार (23 दिसंबर) को मेरी बहन की मौत हो गई। अब सिलसिलेवार तरीके से जानिए मृतक महिला की पूरी कहानी महिला की पहचान 30 साल की अनोखा देवी के रूप में की गई। अनोखा देवी धनश्यामपुर थाना क्षेत्र के देवता गांव की रहने वाली थी। चार साल पहले अनोखा देवी की शादी मधुबनी जिले के भेजा थाना क्षेत्र के भेलाही टोला के रहने वाले घूरन यादव (35) से हुई थी। भाई कुलदीप यादव के अनुसार, शादी के बाद अनोखा सिर्फ 10 दिन ही ससुराल में रही थी। इसके बाद मारपीट कर घूरन यादव ने मेरी बहन को मायका पहुंचा दिया था। हालांकि, बीच-बीच में घूरन यादव का यहां आना-जाना लगा रहता था। इसी दौरान मेरी बहन प्रेग्नेंट हो गई और एक बच्चे को जन्म दिया, जो 3 साल का है। मेरी बहन प्रेग्नेंट थी, तब घूरन यादव उसे अपने घर ले गया था। मेरी बहन की देखभाल के लिए चचेरी बहन उसके घर गई थी। इसी दौरान घूरन यादव मेरी चचेरी बहन रुक्मणि को अपने प्यार के जाल में फंसा लिया और उसे भागकर दिल्ली ले गया। दिल्ली में रहने के दौरान घूरन यादव ने रुक्मणि से मंदिर में शादी कर ली। उसे दिल्ली में ही रखा। इधर, परिजन लगातार रुक्मणि को ढूंढ रहे थे। उन्हें घूरन और उसके परिवार के लोगों ने बताया कि देखभाल के लिए रुक्मणि आई थी, लेकिन पता नहीं वो किसके साथ चली गई। उधर, रुक्मणि के गायब होने के 2 साल बाद पता चला कि रुक्मणि दिल्ली में ही है और घूरन यादव ने उससे शादी कर ली है। इसकी सूचना मिलने के बाद गांव में पंचायत बैठी, जिसमें घूरन ने रुक्मणि से शादी से इनकार कर दिया। 2 महीने पहले घूरन का बड़ा भाई आया, मेरी बहन को विदा कराकर ले गया कुलदीप के मुताबिक, 2 महीने पहले घूरन का बड़ा भाई अचानक मेरे घर पहुंचे और इस बात को स्वीकार किया कि घूरन और रुक्मणि ने शादी कर ली है। दोनों बहनें साथ रहेंगी। दोनों को बराबर हक भी दिया जाएगा। हम लोग घूरन यादव के बड़े भाई के झांसे में आ गए और अपनी बहन को ससुराल भेज दिया। मृतका की बहन सुमित्रा ने बताया कि, अनोखा देवी की मौत के बाद से घूरन यादव, रुक्मणि देवी और उसके परिवार के सभी लोग फरार हैं। घर में ताला लटका है। अर्थी उठने से पहले अनोखा देवी को दुल्हन की तरह सजाया गांव के लोगों की मदद से अनोखा देवी का शव उसके मायका से 35 से 40 किलोमीटर दूर ससुराल ले जाया गया। यहां अनोखा देवी के 3 साल के बेटे ने मुखाग्नि दी। गांव के लोगों ने बताया कि अनोखा देवी के पिता ने धूमधाम से बेटी की शादी की थी। चार साल बाद ही उसकी मौत हो गई। अर्थी उठने से पहले अनोखा देवी को दुल्हन की तरह सजाया गया था। फिर लाश पर दुल्हन की विदाई में यूज किए जाने वाला लाल रंग की चुनरी ओढ़ाई गई। फिर गांव के लोगों की मदद से लाश को मधुबनी स्थित उसके ससुराल ले जाया गया। फिर घूरन यादव के ही खेत में अंतिम संस्कार किया गया। घनश्यामपुर थाने के SHO आलोक कुमार ने कहा कि, मृतका के परिवार की ओर से कोई आवेदन नहीं मिला है। अगर आवेदन मिलता है तो निश्चित रूप से आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।


