बांग्लादेश में हिन्दू समुदाय पर कथित अत्याचारों को लेकर बिहार सरकार के पूर्व गन्ना उद्योग मंत्री कृष्ण नंदन पासवान ने कड़ा बयान दिया है। मोतिहारी में उन्होंने बांग्लादेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि वह भारत के साथ टकराव के रास्ते पर चला, तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। पासवान ने स्पष्ट शब्दों में कहा, ‘अगर बांग्लादेश भारत के चक्कर में फंसा, तो वह नक्शे से ग़ायब हो जाएगा।’ लोकतांत्रिक और सभ्य देश में अल्पसंख्यकों पर हमले अस्वीकार्य यह बयान बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे कथित अत्याचारों, मठ-मंदिरों को तोड़े जाने और धार्मिक स्थलों को नुकसान पहुंचाने की खबरों के बाद आया है। पूर्व मंत्री कृष्ण नंदन पासवान ने इन घटनाओं पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने जोर देकर कहा कि किसी भी लोकतांत्रिक और सभ्य देश में अल्पसंख्यकों पर ऐसे हमले अस्वीकार्य हैं। धर्म के नाम पर हिंसा और उत्पीड़न मानवता के विरुद्ध अपराध है। बांग्लादेश को अपनी सीमाओं और क्षमताओं को समझना चाहिए पूर्व मंत्री ने बांग्लादेश को कड़ी हिदायत देते हुए कहा कि भारत एक शक्तिशाली राष्ट्र है, जिसके सामने बड़े-बड़े देश और आतंकी संगठन भी टिक नहीं पाए हैं। उन्होंने सलाह दी कि बांग्लादेश को अपनी सीमाओं और क्षमताओं को समझना चाहिए। पासवान ने कहा कि भारत हमेशा शांति और सौहार्द में विश्वास करता है, लेकिन यदि किसी भी समुदाय पर अत्याचार की सीमा पार होती है, तो भारत चुप नहीं बैठेगा। प्रधानमंत्री से बांग्लादेश के मामले में हस्तक्षेप करने की अपील कृष्ण नंदन पासवान ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को इस मामले में मजबूती से निर्णय लेना चाहिए, ताकि बांग्लादेश में रहने वाले हिन्दुओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। पासवान ने यह भी जोड़ा कि इस विषय पर पूरा देश प्रधानमंत्री के साथ खड़ा है। पूर्व मंत्री के इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों में हलचल तेज हो गई है। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और भारत की कूटनीतिक भूमिका को लेकर एक बार फिर बहस छिड़ गई है। बांग्लादेश में हिन्दू समुदाय पर कथित अत्याचारों को लेकर बिहार सरकार के पूर्व गन्ना उद्योग मंत्री कृष्ण नंदन पासवान ने कड़ा बयान दिया है। मोतिहारी में उन्होंने बांग्लादेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि वह भारत के साथ टकराव के रास्ते पर चला, तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। पासवान ने स्पष्ट शब्दों में कहा, ‘अगर बांग्लादेश भारत के चक्कर में फंसा, तो वह नक्शे से ग़ायब हो जाएगा।’ लोकतांत्रिक और सभ्य देश में अल्पसंख्यकों पर हमले अस्वीकार्य यह बयान बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे कथित अत्याचारों, मठ-मंदिरों को तोड़े जाने और धार्मिक स्थलों को नुकसान पहुंचाने की खबरों के बाद आया है। पूर्व मंत्री कृष्ण नंदन पासवान ने इन घटनाओं पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने जोर देकर कहा कि किसी भी लोकतांत्रिक और सभ्य देश में अल्पसंख्यकों पर ऐसे हमले अस्वीकार्य हैं। धर्म के नाम पर हिंसा और उत्पीड़न मानवता के विरुद्ध अपराध है। बांग्लादेश को अपनी सीमाओं और क्षमताओं को समझना चाहिए पूर्व मंत्री ने बांग्लादेश को कड़ी हिदायत देते हुए कहा कि भारत एक शक्तिशाली राष्ट्र है, जिसके सामने बड़े-बड़े देश और आतंकी संगठन भी टिक नहीं पाए हैं। उन्होंने सलाह दी कि बांग्लादेश को अपनी सीमाओं और क्षमताओं को समझना चाहिए। पासवान ने कहा कि भारत हमेशा शांति और सौहार्द में विश्वास करता है, लेकिन यदि किसी भी समुदाय पर अत्याचार की सीमा पार होती है, तो भारत चुप नहीं बैठेगा। प्रधानमंत्री से बांग्लादेश के मामले में हस्तक्षेप करने की अपील कृष्ण नंदन पासवान ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को इस मामले में मजबूती से निर्णय लेना चाहिए, ताकि बांग्लादेश में रहने वाले हिन्दुओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। पासवान ने यह भी जोड़ा कि इस विषय पर पूरा देश प्रधानमंत्री के साथ खड़ा है। पूर्व मंत्री के इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों में हलचल तेज हो गई है। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और भारत की कूटनीतिक भूमिका को लेकर एक बार फिर बहस छिड़ गई है।


