राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) पटना की टीम अवैध हथियार एवं गोला-बारूद तस्करी के मामले में फिर से कुरुक्षेत्र के शाहाबाद पहुंची। टीम ने तस्करी के मास्टरमाइंड कमलकांत वर्मा उर्फ अंकल जी के ड्राइवर की निशानदेही पर यहां कई होटल्स के रिकॉर्ड और सीसीटीवी फुटेज की छानबीन की गई। सूत्रों के मुताबिक, टीम गुरुवार देर शाम कमलकांत वर्मा के ड्राइवर शत्रुघन को साथ लेकर आई थी। टीम ने उसकी निशानदेही पर दिल्ली-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे-44 के कई होटल्स की जांच की। कमलकांत इन होटल में ही शाहाबाद के गन हाउस के संचालक के साथ हथियार और गोला-बारूद की खरीद डील करता था। पुलिस को नहीं दी गई कोई सूचना इस कार्रवाई को NIA की टीम ने गुप्त ही रखा। स्थानीय पुलिस प्रशासन तक को सूचना नहीं दी। हालांकि शाम के समय टीम ने जिले के एक बड़े अधिकारी के साथ मीटिंग जरूर की। टीम ने पूरी कार्रवाई के दौरान किसी स्थानीय अधिकारी को अपने साथ नहीं रखा। शाहाबाद से बाप-बेटे की गिरफ्तारी बताते दें कि 4 दिसंबर को NIA की टीम ने शाहाबाद के कालड़ा गन हाउस के ओनर विजय कालड़ा के दफ्तर और ग्रीन हाउस काॅलोनी स्थित घर पर रेड डाली थी। जांच-पड़ताल के बाद टीम विजय कालड़ा और उसके छोटे बेटे कुश कालड़ा को गिरफ्तार करके अपने साथ पटना ले गई थी।
गन हाउस को किया सील टीम ने अगले दिन यानी 5 दिसंबर को फिर से दबिश देकर गन हाउस को सील कर दिया था, जबकि कार्रवाई से पहले विजय कालड़ा का बड़ा बेटा लक्ष्य कालड़ा टीम को देखते ही मकान की छत से फरार हो गया था। अब फिर टीम लगातार 2 दिन से मामले में सबूत जुटाने की कोशिश में लगी है। अंकल जी तस्करी का मास्टरमाइंड NIA की ओर से प्रेस नोट में बताया गया कि अंतरराज्यीय अवैध हथियार और गोला-बारूद तस्करी नेटवर्क के मास्टरमाइंड कमलकांत वर्मा उर्फ अंकल जी निवासी पटना (बिहार) को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में ये 11वीं गिरफ्तारी है, जो RC01/2025/एनआईए/पीएटी के तहत दर्ज है। हरियाणा समेत उत्तर भारत में नेटवर्क जांच में सामने आया है कि अंकल जी, हरियाणा समेत उत्तर भारत के कई गन हाउस के ओनर्स से अवैध रूप से गोला-बारूद की खरीदता था। इसे यूपी के रास्ते बिहार व अन्य स्टेट्स में सप्लाई करता था। NIA ने 4 दिसंबर को यूपी, बिहार और हरियाणा में 23 ठिकानों पर एकसाथ छापेमारी कर नेटवर्क का भंडाफोड़ किया था। कई गन हाउस ओनर्स गिरफ्तार इस छापामारी के बाद टीम ने रवि रंजन, शशि प्रकाश, विजय कालड़ा और कुश कालड़ा समेत कई आरोपियों को गिरफ्तार किया था। साथ ही उनके कब्जे से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया। उधर, टीम विजय कालड़ा के बेटे और अन्य फैमिली मेंबर्स पर सरेंडर कराने का दबाव बना रही है।


