बस्ती में जीआरपी की सतर्कता और मानवीय पहल से एक मंदबुद्धि बच्चा गलती से ट्रेन में चढ़ गया था। वह सकुशल अपनी मां से मिल गया। बच्चे को गुरुवार को बस्ती रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से उतारा गया और शुक्रवार को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) के समक्ष पेश करने के बाद उसकी मां को सौंप दिया गया। गोरखपुर जनपद के कैंपियरगंज थाना क्षेत्र के ठाकुरनगर गांव निवासी भानुमति का पुत्र आर्यन मंदबुद्धि है। बुधवार को गांव के समीप रेलवे स्टेशन पर एक यात्री ट्रेन रुकी, तभी आर्यन अनजाने में उसमें चढ़ गया। ट्रेन चलने के बाद परिजनों को आर्यन के लापता होने की जानकारी हुई। काफी खोजबीन के बाद भी जब वह नहीं मिला, तो परिजनों ने स्थानीय थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। उधर, ट्रेन में यात्रा के दौरान आर्यन की गतिविधियों को देखकर जीआरपी कर्मियों को संदेह हुआ। बस्ती रेलवे स्टेशन पर ट्रेन पहुंचने पर जीआरपी पुलिस ने बच्चे को उतारा और उससे पूछताछ की। बच्चे की मानसिक स्थिति को देखते हुए पुलिस ने धैर्य और संवेदनशीलता के साथ उसकी पहचान सुनिश्चित करने का प्रयास किया। आवश्यक पूछताछ और सूचनाओं के आधार पर गुरुवार को परिजनों से संपर्क किया गया। गुरुवार देर शाम बस्ती जीआरपी से सूचना मिलने पर परिजन बस्ती पहुंचे। शुक्रवार को औपचारिक प्रक्रिया के तहत बच्चे को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) के समक्ष प्रस्तुत किया गया। सभी तथ्यों की पुष्टि के बाद सीडब्ल्यूसी ने आर्यन को उसकी मां भानुमति को सौंप दिया। अपने बेटे को सुरक्षित पाकर मां भानुमति ने जीआरपी पुलिस और सीडब्ल्यूसी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पुलिस की समय पर की गई कार्रवाई से एक बड़ी अनहोनी टल गई।


