बिहार के पहले मॉडर्न श्मशान घाट में लगने वाली भगवान शिव की प्रतिमा अब आकार ले चुकी है और एक हफ्ते के अंदर इसे स्थापित कर दिया जाएगा। इस प्रतिमा को तमिलनाडु के आदियोगी के तर्ज पर तैयार किया जा रहा है। यह प्रतिमा 12 फीट ऊंची होगी, जिसे दो तालाबों के बीच में स्थापित किया जाएगा। इसे बनाने के लिए जालंधर से कारीगर आए हैं और इसे फाइबर मटेरियल से बनाया जा रहा है। इस प्रतिमा के आगे की तरफ रास्तों पर ग्रीन एरिया को डेवलप किया जाएगा। इस प्रतिमा में भगवान शिव की जटाओं से पानी निकलता दिखाई देगा और साथ ही आसपास लाइटिंग भी की जाएगी। कांसे से बना ओम चिह्न भी स्थापित किया जाएगा पटना के बांस घाट में बनाया जा रहा मोक्ष द्वार। पटना स्मार्ट सिटी और बुडको की ओर से 89.40 करोड़ रुपए की लागत से इस श्मशान घाट का निर्माण किया जा रहा है। इस श्मशान घाट में दो द्वार भी बनाए जाएंगे, जिसमें से एक मोक्ष और दूसरा बैकुंठ द्वार होगा। दोनों द्वार में कांसे से बना ओम चिह्न भी स्थापित किया जाएगा। मोक्ष द्वार को धौलपुर पत्थर से तैयार किया जाएगा। यह द्वार करीब 46.58 फीट ऊंचा रहेगा। यहां चार इलेक्ट्रिक क्रीमेसन ओवन इंस्टॉल कर दिया गया है। 4.5 एकड़ में फैला है श्मशान घाट यह श्मशान घाट 4.5 एकड़ में फैला है, जो पिछले श्मशान घाट से 3 गुना बड़ा है, जो केवल 1.24 एकड़ में फैला था। इसमें दो वेटिंग हॉल, दो प्रार्थना कक्ष, दो पूजा कक्ष, एक प्रशासनिक कार्यालय, एक कैंटीन, एक मंदिर और स्टाफ क्वार्टर होंगे। अन्य सुविधाओं में छह ब्लॉक शौचालय, दो चेंजिंग रूम, 40 वर्ग मीटर का सब-स्टेशन, एक शवगृह, पार्किंग स्थल, आंतरिक सड़कें और एक सार्वजनिक घोषणा प्रणाली शामिल हैं। बिहार के पहले मॉडर्न श्मशान घाट में लगने वाली भगवान शिव की प्रतिमा अब आकार ले चुकी है और एक हफ्ते के अंदर इसे स्थापित कर दिया जाएगा। इस प्रतिमा को तमिलनाडु के आदियोगी के तर्ज पर तैयार किया जा रहा है। यह प्रतिमा 12 फीट ऊंची होगी, जिसे दो तालाबों के बीच में स्थापित किया जाएगा। इसे बनाने के लिए जालंधर से कारीगर आए हैं और इसे फाइबर मटेरियल से बनाया जा रहा है। इस प्रतिमा के आगे की तरफ रास्तों पर ग्रीन एरिया को डेवलप किया जाएगा। इस प्रतिमा में भगवान शिव की जटाओं से पानी निकलता दिखाई देगा और साथ ही आसपास लाइटिंग भी की जाएगी। कांसे से बना ओम चिह्न भी स्थापित किया जाएगा पटना के बांस घाट में बनाया जा रहा मोक्ष द्वार। पटना स्मार्ट सिटी और बुडको की ओर से 89.40 करोड़ रुपए की लागत से इस श्मशान घाट का निर्माण किया जा रहा है। इस श्मशान घाट में दो द्वार भी बनाए जाएंगे, जिसमें से एक मोक्ष और दूसरा बैकुंठ द्वार होगा। दोनों द्वार में कांसे से बना ओम चिह्न भी स्थापित किया जाएगा। मोक्ष द्वार को धौलपुर पत्थर से तैयार किया जाएगा। यह द्वार करीब 46.58 फीट ऊंचा रहेगा। यहां चार इलेक्ट्रिक क्रीमेसन ओवन इंस्टॉल कर दिया गया है। 4.5 एकड़ में फैला है श्मशान घाट यह श्मशान घाट 4.5 एकड़ में फैला है, जो पिछले श्मशान घाट से 3 गुना बड़ा है, जो केवल 1.24 एकड़ में फैला था। इसमें दो वेटिंग हॉल, दो प्रार्थना कक्ष, दो पूजा कक्ष, एक प्रशासनिक कार्यालय, एक कैंटीन, एक मंदिर और स्टाफ क्वार्टर होंगे। अन्य सुविधाओं में छह ब्लॉक शौचालय, दो चेंजिंग रूम, 40 वर्ग मीटर का सब-स्टेशन, एक शवगृह, पार्किंग स्थल, आंतरिक सड़कें और एक सार्वजनिक घोषणा प्रणाली शामिल हैं।


