औरंगाबाद में पोखर में डूबकर किशोर की मौत:परिजनों के साथ घाट पर गया था;नहाने के दौरान हादसा,गोताखोरों ने 2 घंटे बाद बाहर निकाला

औरंगाबाद में पोखर में डूबकर किशोर की मौत:परिजनों के साथ घाट पर गया था;नहाने के दौरान हादसा,गोताखोरों ने 2 घंटे बाद बाहर निकाला

औरंगाबाद में पोखर में डूब कर 17 साल के किशोर की मौत हो गई। घटना बारुण थाना क्षेत्र अंतर्गत जनकोप गांव स्थित पोखरा की है। मृतक की पहचान गांव निवासी जितेंद्र ठाकुर के पुत्र प्रकाश ठाकुर के रूप में की गई। जानकारी के अनुसार प्रकाश की चाची छठ पर्व की थी। पर्व के चौथे दिन समापन के अवसर पर वह भी घाट पर गया था, जहां स्नान करने के समय गहरे पानी में चला गया और डूब कर उसकी मौत हो गई। वहां मौजूद अन्य लोगों ने जब उसे डूबते देखा तो ढूंढने के लिए पानी में छलांग लगा दिया। लेकिन गहराई अधिक होने से काफी देर तक उसका पता नहीं चल सका। लगभग 2 घंटे के बाद स्थानीय गोताखोरों ने उसे पोखर से ढूंढ निकाला। जिंदा समझ कर आनन- फानन में उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने नब्ज टटोलत ही उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद परिजन शव से लिपटकर चीत्कार उठे। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया सदर अस्पताल में किशोर की मौत की सूचना मिलते ही नगर थाना की पुलिस वहां पहुंची तथा शव को अपने कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। थानाध्यक्ष उपेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया है। घटना के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। वहीं गांव में मातमी सनाता पसरा हुआ है। घटना की सूचना पर खैरा बिंद पंचायत के पंचायत समिति सदस्य उदय पासवान घटनास्थल पर पहुंचे तथा परिजनों को ढाढ़स बंधाया। उन्होंने बताया कि मृतक प्रकाश अत्यंत ही निर्धन परिवार से था।वह अपने चार भाई बहनों में तीसरे स्थान पर था। औरंगाबाद शहर के एक मोबाइल दुकान में काम करता था। इससे होने वाली कमाई से वह अपनी पढ़ाई करता था। औरंगाबाद में पोखर में डूब कर 17 साल के किशोर की मौत हो गई। घटना बारुण थाना क्षेत्र अंतर्गत जनकोप गांव स्थित पोखरा की है। मृतक की पहचान गांव निवासी जितेंद्र ठाकुर के पुत्र प्रकाश ठाकुर के रूप में की गई। जानकारी के अनुसार प्रकाश की चाची छठ पर्व की थी। पर्व के चौथे दिन समापन के अवसर पर वह भी घाट पर गया था, जहां स्नान करने के समय गहरे पानी में चला गया और डूब कर उसकी मौत हो गई। वहां मौजूद अन्य लोगों ने जब उसे डूबते देखा तो ढूंढने के लिए पानी में छलांग लगा दिया। लेकिन गहराई अधिक होने से काफी देर तक उसका पता नहीं चल सका। लगभग 2 घंटे के बाद स्थानीय गोताखोरों ने उसे पोखर से ढूंढ निकाला। जिंदा समझ कर आनन- फानन में उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने नब्ज टटोलत ही उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद परिजन शव से लिपटकर चीत्कार उठे। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया सदर अस्पताल में किशोर की मौत की सूचना मिलते ही नगर थाना की पुलिस वहां पहुंची तथा शव को अपने कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। थानाध्यक्ष उपेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया है। घटना के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। वहीं गांव में मातमी सनाता पसरा हुआ है। घटना की सूचना पर खैरा बिंद पंचायत के पंचायत समिति सदस्य उदय पासवान घटनास्थल पर पहुंचे तथा परिजनों को ढाढ़स बंधाया। उन्होंने बताया कि मृतक प्रकाश अत्यंत ही निर्धन परिवार से था।वह अपने चार भाई बहनों में तीसरे स्थान पर था। औरंगाबाद शहर के एक मोबाइल दुकान में काम करता था। इससे होने वाली कमाई से वह अपनी पढ़ाई करता था।  

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