औरंगाबाद में भाई-बहन की संदिग्ध मौत:जहरीला लड्‌डू खाने से जान जाने की आशंका; पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार

औरंगाबाद में भाई-बहन की संदिग्ध मौत:जहरीला लड्‌डू खाने से जान जाने की आशंका; पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार

औरंगाबाद में भाई-बहन की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। भाई दिव्यांश की उम्र 5 साल, जबकि बहन अंशिका सिर्फ 8 महीने की थी। घटना खुदवां थाना क्षेत्र के पथरा गांव की है। ग्रामीण ऑन कैमरा कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं हैं। हालांकि गांव में इस बात की चर्चा है कि मासूम दिव्यांश अपने घर के बाहर खेल रहा था। जहां किसी ने उसे लड्डू खाने को दिया। लड्डू लेकर खाते हुए वह अपने घर पहुंचा। अपनी छोटी बहन को भी खिलाया। इसके बाद दोनों दोनों की हालत बिगड़ने लगी। पिता रवि भारती जम्मू में प्राइवेट कंपनी में मजदूरी का काम करते हैं। जबकि मां संयुक्ता देवी सास-ससुर और बच्चों के साथ घर पर रहती थी। घटना के समय वह घर पर अकेली थी। हायर सेंटर पहुंचने से पहले तोड़ा दम शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल लाया गया है। दादा मथुरा सिंह ने बताया कि पत्नी और बेटी के साथ बाधार में धान काटने गया था। शाम में जब घर पहुंचा तो दोनों बच्चों की स्थिति गंभीर बनी हुई थी। इसके बाद आनन-फानन में दाउदनगर स्थित प्राइवेट हॉस्पिटल पहुंचे। जहां से डॉक्टरों ने हायर सेंटर रेफर कर दिया, लेकिन रास्ते में ही दम तोड़ दिया। इसके बाद शव लेकर घर आ गए। लिखिति आवेदन नहीं मिला है सूचना पर खुदवां पुलिस गांव पहुंची। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। थानाध्यक्ष सुशील कुमार ने बताया मामले में किसी ने कोई लिखित आवेदन नहीं दिया है। आवेदन मिलने पर एफआईआर दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अपने स्तर से छानबीन कर रही है। दोनों बच्चों की मौत कैसे हुई, इसकी स्पष्ट जानकारी फिलहाल नहीं मिली है। मामले को संदिग्ध मानते हुए परिजनों से भी पूछताछ की गई है। परिजनों को भी मासूम बच्चों के मौत के कारणों की स्पष्ट जानकारी नहीं है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही असली कारणों का पता चल सकेगा। औरंगाबाद में भाई-बहन की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। भाई दिव्यांश की उम्र 5 साल, जबकि बहन अंशिका सिर्फ 8 महीने की थी। घटना खुदवां थाना क्षेत्र के पथरा गांव की है। ग्रामीण ऑन कैमरा कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं हैं। हालांकि गांव में इस बात की चर्चा है कि मासूम दिव्यांश अपने घर के बाहर खेल रहा था। जहां किसी ने उसे लड्डू खाने को दिया। लड्डू लेकर खाते हुए वह अपने घर पहुंचा। अपनी छोटी बहन को भी खिलाया। इसके बाद दोनों दोनों की हालत बिगड़ने लगी। पिता रवि भारती जम्मू में प्राइवेट कंपनी में मजदूरी का काम करते हैं। जबकि मां संयुक्ता देवी सास-ससुर और बच्चों के साथ घर पर रहती थी। घटना के समय वह घर पर अकेली थी। हायर सेंटर पहुंचने से पहले तोड़ा दम शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल लाया गया है। दादा मथुरा सिंह ने बताया कि पत्नी और बेटी के साथ बाधार में धान काटने गया था। शाम में जब घर पहुंचा तो दोनों बच्चों की स्थिति गंभीर बनी हुई थी। इसके बाद आनन-फानन में दाउदनगर स्थित प्राइवेट हॉस्पिटल पहुंचे। जहां से डॉक्टरों ने हायर सेंटर रेफर कर दिया, लेकिन रास्ते में ही दम तोड़ दिया। इसके बाद शव लेकर घर आ गए। लिखिति आवेदन नहीं मिला है सूचना पर खुदवां पुलिस गांव पहुंची। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। थानाध्यक्ष सुशील कुमार ने बताया मामले में किसी ने कोई लिखित आवेदन नहीं दिया है। आवेदन मिलने पर एफआईआर दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अपने स्तर से छानबीन कर रही है। दोनों बच्चों की मौत कैसे हुई, इसकी स्पष्ट जानकारी फिलहाल नहीं मिली है। मामले को संदिग्ध मानते हुए परिजनों से भी पूछताछ की गई है। परिजनों को भी मासूम बच्चों के मौत के कारणों की स्पष्ट जानकारी नहीं है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही असली कारणों का पता चल सकेगा।  

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