बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों के बीच जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने अररिया में एक महत्वपूर्ण रणनीतिक बैठक की। इस बैठक में उन्होंने पार्टी के उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओं को अररिया की छह विधानसभा सीटों पर मजबूती से चुनाव लड़ने के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए। प्रशांत किशोर ने कार्यकर्ताओं को जमीनी स्तर पर सक्रिय रहने और जनता से सीधा संवाद स्थापित करने का निर्देश दिया। इसका उद्देश्य पार्टी के ‘जन-केंद्रित’ एजेंडे को हर घर तक पहुंचाना है। बैठक की शुरुआत में अररिया विधानसभा से जन सुराज की प्रत्याशी डॉ. फरहत आरा ने प्रशांत किशोर का पारंपरिक तरीके से स्वागत किया। बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए दिया जाना चाहिए वोट – डॉ. फरहत आरा डॉ. आरा ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार वोट सिर्फ पार्टियों के लिए नहीं, बल्कि बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए दिया जाना चाहिए। उन्होंने बिहार को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाने को सामूहिक जिम्मेदारी बताया। उनकी इस अपील से सभा में मौजूद सैकड़ों कार्यकर्ताओं में उत्साह भर गया। जाति और धर्म के बंधनों से ऊपर उठकर मतदान करने की अपील प्रशांत किशोर ने अपने संबोधन में छठी मैया से बिहार की तरक्की और जनता की खुशहाली के लिए प्रार्थना का जिक्र किया। उन्होंने जोर दिया कि सच्चा विकास तभी संभव है जब लोग जाति और धर्म के बंधनों से ऊपर उठें और अपने बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए मतदान करें। उन्होंने कहा कि जन सुराज बिहार को नई दिशा देगी, जहां शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार हर नागरिक का हक होगा। पार्टी के उम्मीदवारों को मजबूत समर्थन मिलने का दावा किशोर ने हाल ही में जारी उम्मीदवार सूची का उल्लेख करते हुए बताया कि अररिया में पार्टी के उम्मीदवारों को मजबूत समर्थन मिल रहा है, लेकिन उन्हें विपक्षी दलों के दबाव का भी सामना करना पड़ रहा है। बैठक में जोकीहाट से प्रत्याशी सरफराज आलम, सिकटी से रागीब उर्फ बबलू, फारबिसगंज से इकरामुल हक और जिला अध्यक्ष अली रेजा सहित अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित थे। अररिया को विकास का नया मॉडल बनाया जाएगा – डॉ. फरहत आरा डॉ. फरहत आरा ने कहा कि प्रशांत किशोर के नेतृत्व में अररिया को विकास का नया मॉडल बनाया जाएगा और किसानों तथा युवाओं की आवाज को सदन तक पहुंचाया जाएगा। बैठक के दौरान कार्यकर्ताओं ने चुनावी रणनीति पर विस्तृत चर्चा की, जिसमें घर-घर जाकर प्रचार, सोशल मीडिया अभियान और स्थानीय मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना शामिल था। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों के बीच जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने अररिया में एक महत्वपूर्ण रणनीतिक बैठक की। इस बैठक में उन्होंने पार्टी के उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओं को अररिया की छह विधानसभा सीटों पर मजबूती से चुनाव लड़ने के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए। प्रशांत किशोर ने कार्यकर्ताओं को जमीनी स्तर पर सक्रिय रहने और जनता से सीधा संवाद स्थापित करने का निर्देश दिया। इसका उद्देश्य पार्टी के ‘जन-केंद्रित’ एजेंडे को हर घर तक पहुंचाना है। बैठक की शुरुआत में अररिया विधानसभा से जन सुराज की प्रत्याशी डॉ. फरहत आरा ने प्रशांत किशोर का पारंपरिक तरीके से स्वागत किया। बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए दिया जाना चाहिए वोट – डॉ. फरहत आरा डॉ. आरा ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार वोट सिर्फ पार्टियों के लिए नहीं, बल्कि बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए दिया जाना चाहिए। उन्होंने बिहार को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाने को सामूहिक जिम्मेदारी बताया। उनकी इस अपील से सभा में मौजूद सैकड़ों कार्यकर्ताओं में उत्साह भर गया। जाति और धर्म के बंधनों से ऊपर उठकर मतदान करने की अपील प्रशांत किशोर ने अपने संबोधन में छठी मैया से बिहार की तरक्की और जनता की खुशहाली के लिए प्रार्थना का जिक्र किया। उन्होंने जोर दिया कि सच्चा विकास तभी संभव है जब लोग जाति और धर्म के बंधनों से ऊपर उठें और अपने बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए मतदान करें। उन्होंने कहा कि जन सुराज बिहार को नई दिशा देगी, जहां शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार हर नागरिक का हक होगा। पार्टी के उम्मीदवारों को मजबूत समर्थन मिलने का दावा किशोर ने हाल ही में जारी उम्मीदवार सूची का उल्लेख करते हुए बताया कि अररिया में पार्टी के उम्मीदवारों को मजबूत समर्थन मिल रहा है, लेकिन उन्हें विपक्षी दलों के दबाव का भी सामना करना पड़ रहा है। बैठक में जोकीहाट से प्रत्याशी सरफराज आलम, सिकटी से रागीब उर्फ बबलू, फारबिसगंज से इकरामुल हक और जिला अध्यक्ष अली रेजा सहित अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित थे। अररिया को विकास का नया मॉडल बनाया जाएगा – डॉ. फरहत आरा डॉ. फरहत आरा ने कहा कि प्रशांत किशोर के नेतृत्व में अररिया को विकास का नया मॉडल बनाया जाएगा और किसानों तथा युवाओं की आवाज को सदन तक पहुंचाया जाएगा। बैठक के दौरान कार्यकर्ताओं ने चुनावी रणनीति पर विस्तृत चर्चा की, जिसमें घर-घर जाकर प्रचार, सोशल मीडिया अभियान और स्थानीय मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना शामिल था।


