खगड़िया जिले के मानसी प्रखंड स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में सोमवार को 31 महिलाओं का सफल नसबंदी ऑपरेशन किया गया। यह प्रक्रिया 1 दिसंबर से 15 दिसंबर तक चलने वाले विशेष शिविर के तहत संपन्न हुई। मानसी सीएचसी प्रभारी डॉ. राजीव रंजन ने बताया कि महिलाओं के सफल नसबंदी ऑपरेशन के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने जानकारी दी कि एक गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) के सहयोग से प्रसिद्ध डॉक्टर गुलासरोवर ने इन महिलाओं का ऑपरेशन किया। इस अभियान के तहत आशा और एएनएम सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी प्रखंड की सभी पंचायतों के गांवों में जाकर महिलाओं को पहले से जानकारी देते हैं। इसके बाद शिविर लगाकर नसबंदी ऑपरेशन किया जाता है। नसबंदी ऑपरेशन के बाद महिलाओं को दवा और भोजन उपलब्ध कराया जाता है। उन्हें एक दिन बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी जाती है। सीएचसी प्रभारी ने यह भी बताया कि यह अभियान पूरे शीतकाल में जारी रहेगा, ताकि अधिक से अधिक महिलाएं इस सुविधा का फायदा उठा सकें। मानसी सीएचसी के बीसीएम सचिन कुमार ने कहा कि आशा कार्यकर्ता लगातार गांवों से महिलाओं को परिवार नियोजन के लिए प्रेरित कर रही हैं। इसके परिणामस्वरूप महिलाएं मानसी अस्पताल पहुंचकर परिवार नियोजन कार्यक्रम में हिस्सा ले रही हैं। खगड़िया जिले के मानसी प्रखंड स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में सोमवार को 31 महिलाओं का सफल नसबंदी ऑपरेशन किया गया। यह प्रक्रिया 1 दिसंबर से 15 दिसंबर तक चलने वाले विशेष शिविर के तहत संपन्न हुई। मानसी सीएचसी प्रभारी डॉ. राजीव रंजन ने बताया कि महिलाओं के सफल नसबंदी ऑपरेशन के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने जानकारी दी कि एक गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) के सहयोग से प्रसिद्ध डॉक्टर गुलासरोवर ने इन महिलाओं का ऑपरेशन किया। इस अभियान के तहत आशा और एएनएम सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी प्रखंड की सभी पंचायतों के गांवों में जाकर महिलाओं को पहले से जानकारी देते हैं। इसके बाद शिविर लगाकर नसबंदी ऑपरेशन किया जाता है। नसबंदी ऑपरेशन के बाद महिलाओं को दवा और भोजन उपलब्ध कराया जाता है। उन्हें एक दिन बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी जाती है। सीएचसी प्रभारी ने यह भी बताया कि यह अभियान पूरे शीतकाल में जारी रहेगा, ताकि अधिक से अधिक महिलाएं इस सुविधा का फायदा उठा सकें। मानसी सीएचसी के बीसीएम सचिन कुमार ने कहा कि आशा कार्यकर्ता लगातार गांवों से महिलाओं को परिवार नियोजन के लिए प्रेरित कर रही हैं। इसके परिणामस्वरूप महिलाएं मानसी अस्पताल पहुंचकर परिवार नियोजन कार्यक्रम में हिस्सा ले रही हैं।


