राज्य सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर राज्य स्तरीय लखपति दीदी संवाद कार्यक्रम का जिला स्तर पर सजीव प्रसारण किया गया। यह प्रसारण जिला कलक्टर कार्यालय परिसर स्थित वीसी कक्ष में हुआ। इसमें जिला कलक्टर अवधेश मीना, अतिरिक्त जिला कलक्टर डॉ. दिनेश राय सापेला और एसीईओ दिनेश चंद्र पाटीदार ने भाग लिया। जिले की लखपति दीदियों ने भी कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक सहभागिता की। कार्यक्रम के दौरान राज्य स्तर से लखपति दीदी योजना के उद्देश्यों, उपलब्धियों और भविष्य की कार्ययोजना पर विस्तृत चर्चा की गई। सजीव प्रसारण के माध्यम से स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं ने अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने आर्थिक आत्मनिर्भरता की दिशा में किए गए नवाचारों की जानकारी भी प्राप्त की। इस अवसर पर जिला कलक्टर अवधेश मीना ने कहा कि लखपति दीदी योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है। उन्होंने बताया कि स्वयं सहायता समूहों के जरिए महिलाएं न केवल अपने परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत कर रही हैं, बल्कि समाज में भी सशक्त भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने महिलाओं से योजनाओं का अधिकतम लाभ उठाने और अन्य महिलाओं को भी इससे जोड़ने का आह्वान किया। कार्यक्रम में मौजूद लखपति दीदियों ने बताया कि सरकार द्वारा दी गई सहायता, प्रशिक्षण और ऋण सुविधा से उन्हें स्वरोजगार स्थापित करने में मदद मिली है। कई महिलाओं ने कृषि, पशुपालन, हस्तशिल्प, सिलाई-कढ़ाई, डेयरी और लघु उद्योगों के माध्यम से अपनी आय में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है। राजीविका के अधिकारियों ने योजना की प्रगति की जानकारी देते हुए बताया कि जिले में बड़ी संख्या में स्वयं सहायता समूह सक्रिय हैं। लगातार महिलाएं लखपति दीदी बनने की दिशा में आगे बढ़ रही हैं। कार्यक्रम के अंत में अतिरिक्त जिला कलक्टर डॉ. दिनेश राय सापेला ने महिलाओं को निरंतर मेहनत, नवाचार और आपसी सहयोग के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। जिला कलक्टर अवधेश मीना ने सभी लखपति दीदियों से सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करने और घर से निकलते समय कपड़े के थैले का प्रयोग करने का भी आह्वान किया।


