सीतामढ़ी स्कूल विवाद, तीसरे शिक्षक निलंबित:मारपीट-अभद्रता मामले में निलंबित शिक्षिका के पति अमरेंद्र कुमार पर कार्रवाई

सीतामढ़ी स्कूल विवाद, तीसरे शिक्षक निलंबित:मारपीट-अभद्रता मामले में निलंबित शिक्षिका के पति अमरेंद्र कुमार पर कार्रवाई

सीतामढ़ी के डुमरा प्रखंड स्थित प्राथमिक विद्यालय पोखर टोल, बरियारपुर में शिक्षकों के बीच हुए विवाद को लेकर शिक्षा विभाग ने तीसरी कार्रवाई की है। जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) राघवेंद्र मणि त्रिपाठी ने विशिष्ट शिक्षक अमरेन्द्र कुमार को निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई 13 दिसंबर 2025 को स्कूल परिसर में हुई मारपीट और अभद्रता का वीडियो वायरल होने के बाद की गई है। बिना सूचना ड्यूटी से गैरमौजूद पाए गए शिक्षक अमरेन्द्र कुमार, पहले से निलंबित विशिष्ट शिक्षिका पुनीता कुमारी के पति हैं। जांच प्रतिवेदन में सामने आया है कि अमरेन्द्र कुमार अपनी पत्नी के साथ विद्यालय पहुंचे थे, जबकि उनकी ड्यूटी किसी अन्य विद्यालय में निर्धारित थी। इसके बावजूद वे बिना किसी पूर्व सूचना के अनुपस्थित पाए गए, जिसे गंभीर लापरवाही माना गया। स्पष्टीकरण नहीं देने पर हुई कार्रवाई डीईओ कार्यालय द्वारा 16 दिसंबर को अमरेन्द्र कुमार से स्पष्टीकरण मांगा गया था, लेकिन निर्धारित समय सीमा तक कोई जवाब नहीं दिया गया। इसे आदेश की अवहेलना मानते हुए विभाग ने निलंबन की कार्रवाई की। पहले ही निलंबित हो चुके हैं दो शिक्षक इससे पहले इसी मामले में डीईओ ने प्रधानाध्यापिका अहाना गुप्ता और सहायक/विशिष्ट शिक्षिका पुनीता कुमारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया था। निलंबन अवधि के दौरान दोनों का मुख्यालय बीईओ, डुमरा कार्यालय निर्धारित किया गया है। जांच में यह भी स्पष्ट हुआ कि प्रधानाध्यापिका पर विवाद का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल करने और विभाग को समय पर सूचना नहीं देने के आरोप सही पाए गए। वहीं पुनीता कुमारी पर उग्र व्यवहार, मारपीट और विद्यालय का माहौल खराब करने के आरोप प्रमाणित हुए। संतरा वितरण से शुरू हुआ था विवाद बताया गया कि पूरा विवाद बच्चों के बीच संतरा वितरण के दौरान शुरू हुआ, जो बाद में शिक्षकों के बीच खुले टकराव में बदल गया। मारपीट की घटना के बाद ग्रामीणों और अभिभावकों में भारी आक्रोश देखा गया। मामले को शांत कराने के लिए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी (बीईओ) की मौजूदगी में करीब दो घंटे तक पंचायत भी चली। अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं: DEO डीईओ राघवेंद्र मणि त्रिपाठी ने स्पष्ट किया कि स्कूल बच्चों के सर्वांगीण विकास के केंद्र होते हैं और वहां किसी भी तरह की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि शिक्षा व्यवस्था की गरिमा बनाए रखने के लिए आगे भी सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। सीतामढ़ी के डुमरा प्रखंड स्थित प्राथमिक विद्यालय पोखर टोल, बरियारपुर में शिक्षकों के बीच हुए विवाद को लेकर शिक्षा विभाग ने तीसरी कार्रवाई की है। जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) राघवेंद्र मणि त्रिपाठी ने विशिष्ट शिक्षक अमरेन्द्र कुमार को निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई 13 दिसंबर 2025 को स्कूल परिसर में हुई मारपीट और अभद्रता का वीडियो वायरल होने के बाद की गई है। बिना सूचना ड्यूटी से गैरमौजूद पाए गए शिक्षक अमरेन्द्र कुमार, पहले से निलंबित विशिष्ट शिक्षिका पुनीता कुमारी के पति हैं। जांच प्रतिवेदन में सामने आया है कि अमरेन्द्र कुमार अपनी पत्नी के साथ विद्यालय पहुंचे थे, जबकि उनकी ड्यूटी किसी अन्य विद्यालय में निर्धारित थी। इसके बावजूद वे बिना किसी पूर्व सूचना के अनुपस्थित पाए गए, जिसे गंभीर लापरवाही माना गया। स्पष्टीकरण नहीं देने पर हुई कार्रवाई डीईओ कार्यालय द्वारा 16 दिसंबर को अमरेन्द्र कुमार से स्पष्टीकरण मांगा गया था, लेकिन निर्धारित समय सीमा तक कोई जवाब नहीं दिया गया। इसे आदेश की अवहेलना मानते हुए विभाग ने निलंबन की कार्रवाई की। पहले ही निलंबित हो चुके हैं दो शिक्षक इससे पहले इसी मामले में डीईओ ने प्रधानाध्यापिका अहाना गुप्ता और सहायक/विशिष्ट शिक्षिका पुनीता कुमारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया था। निलंबन अवधि के दौरान दोनों का मुख्यालय बीईओ, डुमरा कार्यालय निर्धारित किया गया है। जांच में यह भी स्पष्ट हुआ कि प्रधानाध्यापिका पर विवाद का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल करने और विभाग को समय पर सूचना नहीं देने के आरोप सही पाए गए। वहीं पुनीता कुमारी पर उग्र व्यवहार, मारपीट और विद्यालय का माहौल खराब करने के आरोप प्रमाणित हुए। संतरा वितरण से शुरू हुआ था विवाद बताया गया कि पूरा विवाद बच्चों के बीच संतरा वितरण के दौरान शुरू हुआ, जो बाद में शिक्षकों के बीच खुले टकराव में बदल गया। मारपीट की घटना के बाद ग्रामीणों और अभिभावकों में भारी आक्रोश देखा गया। मामले को शांत कराने के लिए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी (बीईओ) की मौजूदगी में करीब दो घंटे तक पंचायत भी चली। अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं: DEO डीईओ राघवेंद्र मणि त्रिपाठी ने स्पष्ट किया कि स्कूल बच्चों के सर्वांगीण विकास के केंद्र होते हैं और वहां किसी भी तरह की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि शिक्षा व्यवस्था की गरिमा बनाए रखने के लिए आगे भी सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।  

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