लखनऊ में दो दिवसीय शार्ट फिल्म फेस्टिवल का समापन हुआ। कला, सिनेमा और संवेदना का अद्भुत संगम देखने को मिला। अंतिम दिन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में हुमा कुरैशी शामिल हुई। समापन दिवस पर एफटीआईआई छात्रों और स्वतंत्र फिल्मकारों की दस विशेष शॉर्ट फिल्मों का प्रदर्शन किया गया, जिनमें शांति और सद्भाव की थीम को जीवन के विविध पहलुओं , डिमेंशिया, सामाजिक कलंक, आध्यात्मिक जागरण, बाल श्रम और मानवीय करुणा पर आधारित थी। विभन्न मुद्दों पर हुई चर्चा अभिनेत्री हुमा कुरैशी और अभिनेता-निर्देशक सनी सिंह मंच पर मौजूद रहे। उन्होंने एमरेन फाउंडेशन की संस्थापक रेणुका टंडन के साथ पैनल चर्चा में भाग लिया, जिसमें भारतीय सिनेमा में महिलाओं की भूमिका, स्वतंत्र फिल्म निर्माण की चुनौतियों और मीडिया की भूमिका पर विचार साझा किए गए। प्रसिद्ध पटकथा लेखिका ज्योति कपूर दास ने युवा फिल्मकारों को क्राउडफंडिंग और रणनीतिक कास्टिंग के रचनात्मक उपायों पर सुझाव दिए। ‘थुनई’ को मिला सर्वश्रेष्ठ फिल्म का खिताब कार्यक्रम में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार तमिल फिल्म ‘थुनई’ (निर्देशक विग्नेश परमासिवम) को मिला, जबकि सर्वश्रेष्ठ वृत्तचित्र का सम्मान गंगा पुत्र (निर्देशक जय प्रकाश) ने जीता। दोनों को ₹45,000 का नकद पुरस्कार प्रदान किया गया। दद्दू जिंदाबाद को प्रथम रनर-अप और रिजॉल्व: चाइल्ड लेबर को द्वितीय रनर-अप घोषित किया गया। दद्दू जिंदाबाद के समर जैन को सर्वश्रेष्ठ निर्देशक, थुनई को सर्वश्रेष्ठ पटकथा और संपादन के पुरस्कार मिले। ‘फिल्मों से समाज मे सकारात्मक बदलाव’ हुमा कुरैशी ने पैनल डिस्कशन में लखनऊ शहर की जमकर तारीफ किया। उन्होंने कहा कि यह शहर हमेशा मुझे बहुत प्रिया रहा है। लखनऊ के जायकों के हम दीवाने हैं। यहां के कबाब , बिरयानी और चाट सब कुछ ट्राई करते हैं। उन्होंने अपनी फिल्मों को लेकर भी चर्चा किया आने वाली फिल्म सिंगल सलमा के बारे में कहा कि यह दर्शकों को बेहद पसंद आएगी। फिल्म डबल XL के बारे में बताया कि यह समाज में एक नए नजरिया की फिल्म थी। ये उन लोगों के लिए बेहद खास जो थोड़े हेल्थी होते है और समाज मे ताने सुनने पड़ते है। लखनऊ सिनेमा का केंद्र बन रहा फेस्टिवल की संस्थापक रेणुका टंडन ने कहा, यह आयोजन केवल फिल्मों का नहीं, बल्कि सपनों, जुनून और सिनेमा प्रेम का उत्सव है। कार्यक्रम निदेशक गौरव दिवेदी ने कहा कि लखनऊवासियों के लिए यह गौरव की बात है कि उनका शहर देश के सिनेमा का केंद्र बन रहा है।समापन समारोह में अंतरराष्ट्रीय नृत्यांगना संजुक्ता सिन्हा और उनके समूह ने मोहक नृत्य प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।


