पटना में पद्म विभूषण से सम्मानित लोक गीत गायब शारदा सिन्हा के ड्राइवर आलोक की पत्नी और बेटा-बेटी का अपहरण हो गया है। आलोक की पत्नी नेहा कुमारी (24) 12 नवंबर को बच्चों को स्कूल से लाने के लिए गई थी, जिसके बाद से तीनों का पता नहीं चल रहा है। तीनों अभी कहां किस परिस्थिति में है, कोई जानकारी नहीं है। आलोक बताते हैं कि जिस दिन तीनों लापता हुए उस दिन पत्नी नेहा के नाम से मुझे कॉल आया। उधर से कहा गया कि हमलोगों को नहीं खोजो। हम सभी सुरक्षित हैं। इतना कहने के बाद फोन कट हो गया। फोन पर नेहा थी या कोई और पता नहीं चला। मुझे आशंका है कि उन तीनों के जान को खतरा है, उनका अपहरण हो चुका है। अब तो नेहा का फोन भी स्विच ऑफ हो गया है। जब फोन चालू था तो पुलिस ने कार्रवाई नहीं की, अब कह रही कि सीडीआर आएगा तो कार्रवाई होगी। आलोक की पत्नी-बच्चे के लापता हुए 5 दिन हो चुके हैं, पर पुलिस ने अभी कोई एक्शन नहीं लिया है। पीड़ित ने सोमवार को एसएसपी कार्तिकेय शर्मा से गुहार लगाई है। मामला कंकड़बाग थाना क्षेत्र का है। घर से 500 मीटर दूर है स्कूल आलोक का बेटा लव कुमार (4) और बेटी हर्षिता रानी उर्फ एंजल (7) कंकड़बाग इंदिरानगर रोड नंबर-3 स्थित प्रज्ञा इंटरनेशनल में पढ़ाई करते हैं। लव कुमार नर्सरी और रानी एल केजी में पढ़ती है। 12 नवंबर को दोपहर 1:30 बजे आलोक की पत्नी बच्चों को स्कूल से लाने के लिए घर से निकली थी। घर से स्कूल की दूरी करीब 500 मीटर है। नेहा पैदल ही घर से निकली थी। उसके बाद नेहा अपने बच्चों के साथ घर नहीं लौटी। एक सीसीटीवी आया है। जिसमें नेहा और उसके दोनों बच्चे घर से जाते दिख रहे हैं। ये सीसीटीवी 12 नवंबर की सुबह की है, जब नेहा बच्चों को स्कूल छोड़ने के लिए जा रही थी। आवेदन देने के अगले दिन एफआईआर हुई पत्नी और बच्चे घर नहीं पहुंचे तो आलोक काफी परेशान हो गए। स्कूल में पता लगाया तो वहां तीनों का पता नहीं चला। फोन भी नहीं लग रहा था। आलोक ने अपने सभी रिश्तेदारों के यहां तीनों का पता लगाया, पर कहीं तीनों नहीं मिले। अंत में परेशान होकर कंकड़बाग थाने में आलोक ने आवेदन दिया, पर पुलिस ने एफआईआर 12 नवंबर को दर्ज नहीं किया था। एफआईआर 13 नवंबर को दर्ज हुई। पति आलोक कुमार ने कहा कि मैं थाने पर गया था। पुलिस से कहा था कि पत्नी का मोबाइल नंबर ऑन है। कृपया लोकेशन से पता कीजिए कि किस परिस्थिति में है, लेकिन वहां कहा गया कि सीडीआर आने के बाद ही कार्रवाई होगी। सीडीआर आने दीजिए। अभी तक उनलोगों की सीडीआर नहीं आई। घटना के 5 दिन बीत गए। ना मेरी बीवी मिली और ना बच्चे मिले हैं। शारदा सिन्हा के लिए 12 साल से काम कर रहा हूं आलोक बताते हैं कि मैं शारदा सिन्हा के लिए 12 साल से काम कर रहा हूं। फिलहाल मैं उनके कार्यशाला में कार्यरत हूं। कार्यशाला में जो भी सदस्य आते हैं, मैं उन्हें पिक करता हूं। अब तक लगातार चक्कर लगा रहा हूं। कई बार कंकड़बाग थानेदार से मिला, लेकिन कोई मदद नहीं मिली। पटना SSP से मिलकर मैंने मदद की गुहार लगाई है। इन्होंने आश्वासन दिया है। आलोक ने बताया कि मेरी पत्नी के घर वाले भी आए हैं। उनसे भी उसकी कोई बातचीत नहीं हो पाई है। वो सभी भी परेशान हैं। किसी को समझ नहीं आ रहा है कि क्या करें। पुलिस भी मदद नहीं कर रही है। आवेदन के आधार पर पटना के कंकड़बाग थाने में अपहरण का केस दर्ज हुआ है। पटना में पद्म विभूषण से सम्मानित लोक गीत गायब शारदा सिन्हा के ड्राइवर आलोक की पत्नी और बेटा-बेटी का अपहरण हो गया है। आलोक की पत्नी नेहा कुमारी (24) 12 नवंबर को बच्चों को स्कूल से लाने के लिए गई थी, जिसके बाद से तीनों का पता नहीं चल रहा है। तीनों अभी कहां किस परिस्थिति में है, कोई जानकारी नहीं है। आलोक बताते हैं कि जिस दिन तीनों लापता हुए उस दिन पत्नी नेहा के नाम से मुझे कॉल आया। उधर से कहा गया कि हमलोगों को नहीं खोजो। हम सभी सुरक्षित हैं। इतना कहने के बाद फोन कट हो गया। फोन पर नेहा थी या कोई और पता नहीं चला। मुझे आशंका है कि उन तीनों के जान को खतरा है, उनका अपहरण हो चुका है। अब तो नेहा का फोन भी स्विच ऑफ हो गया है। जब फोन चालू था तो पुलिस ने कार्रवाई नहीं की, अब कह रही कि सीडीआर आएगा तो कार्रवाई होगी। आलोक की पत्नी-बच्चे के लापता हुए 5 दिन हो चुके हैं, पर पुलिस ने अभी कोई एक्शन नहीं लिया है। पीड़ित ने सोमवार को एसएसपी कार्तिकेय शर्मा से गुहार लगाई है। मामला कंकड़बाग थाना क्षेत्र का है। घर से 500 मीटर दूर है स्कूल आलोक का बेटा लव कुमार (4) और बेटी हर्षिता रानी उर्फ एंजल (7) कंकड़बाग इंदिरानगर रोड नंबर-3 स्थित प्रज्ञा इंटरनेशनल में पढ़ाई करते हैं। लव कुमार नर्सरी और रानी एल केजी में पढ़ती है। 12 नवंबर को दोपहर 1:30 बजे आलोक की पत्नी बच्चों को स्कूल से लाने के लिए घर से निकली थी। घर से स्कूल की दूरी करीब 500 मीटर है। नेहा पैदल ही घर से निकली थी। उसके बाद नेहा अपने बच्चों के साथ घर नहीं लौटी। एक सीसीटीवी आया है। जिसमें नेहा और उसके दोनों बच्चे घर से जाते दिख रहे हैं। ये सीसीटीवी 12 नवंबर की सुबह की है, जब नेहा बच्चों को स्कूल छोड़ने के लिए जा रही थी। आवेदन देने के अगले दिन एफआईआर हुई पत्नी और बच्चे घर नहीं पहुंचे तो आलोक काफी परेशान हो गए। स्कूल में पता लगाया तो वहां तीनों का पता नहीं चला। फोन भी नहीं लग रहा था। आलोक ने अपने सभी रिश्तेदारों के यहां तीनों का पता लगाया, पर कहीं तीनों नहीं मिले। अंत में परेशान होकर कंकड़बाग थाने में आलोक ने आवेदन दिया, पर पुलिस ने एफआईआर 12 नवंबर को दर्ज नहीं किया था। एफआईआर 13 नवंबर को दर्ज हुई। पति आलोक कुमार ने कहा कि मैं थाने पर गया था। पुलिस से कहा था कि पत्नी का मोबाइल नंबर ऑन है। कृपया लोकेशन से पता कीजिए कि किस परिस्थिति में है, लेकिन वहां कहा गया कि सीडीआर आने के बाद ही कार्रवाई होगी। सीडीआर आने दीजिए। अभी तक उनलोगों की सीडीआर नहीं आई। घटना के 5 दिन बीत गए। ना मेरी बीवी मिली और ना बच्चे मिले हैं। शारदा सिन्हा के लिए 12 साल से काम कर रहा हूं आलोक बताते हैं कि मैं शारदा सिन्हा के लिए 12 साल से काम कर रहा हूं। फिलहाल मैं उनके कार्यशाला में कार्यरत हूं। कार्यशाला में जो भी सदस्य आते हैं, मैं उन्हें पिक करता हूं। अब तक लगातार चक्कर लगा रहा हूं। कई बार कंकड़बाग थानेदार से मिला, लेकिन कोई मदद नहीं मिली। पटना SSP से मिलकर मैंने मदद की गुहार लगाई है। इन्होंने आश्वासन दिया है। आलोक ने बताया कि मेरी पत्नी के घर वाले भी आए हैं। उनसे भी उसकी कोई बातचीत नहीं हो पाई है। वो सभी भी परेशान हैं। किसी को समझ नहीं आ रहा है कि क्या करें। पुलिस भी मदद नहीं कर रही है। आवेदन के आधार पर पटना के कंकड़बाग थाने में अपहरण का केस दर्ज हुआ है।


