औरंगाबाद में स्थित ऐतिहासिक शमशेर खान के मकबरे को असामाजिक तत्वों ने क्षतिग्रस्त कर दिया है। यह मकबरा राष्ट्रीय महत्व का स्मारक है, जिसकी सुरक्षा पुरातत्व विभाग की ओर से की जाती है। मकबरा दाउदनगर अनुमंडल अंतर्गत शमशेरनगर का है। घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने बताया कि सुबह जब कुछ लोग मकबरे के पास पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि मजार के हिस्से को नुकसान पहुंचाया गया है। तुरंत इसकी सूचना दाउदनगर थाना को दी गई। मकबरे की सुरक्षा में तैनात गार्ड ने भी विभागीय अधिकारियों को घटना की जानकारी दी। सूचना मिलते ही पुरातत्व विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और क्षतिग्रस्त मकबरे का गहन निरीक्षण किया। वरीय अधिकारियों को तुरंत दी गई जानकारी पुरातत्व विभाग की ओर से तैनात मकबरे के केयरटेकर साधु शरण यादव ने बताया कि जैसे ही मकबरे के क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिली, वरीय अधिकारियों को जानकारी दी गई। अधिकारियों के निर्देश पर तुरंत स्थल का निरीक्षण किया गया और सुरक्षा की दृष्टि से मकबरे के चारों दरवाजों को सील कर दिया गया है। यह ऐतिहासिक धरोहर है और इसके साथ इस तरह की छेड़छाड़ गंभीर अपराध की श्रेणी में आती है। घटना के बाद पुलिस भी हरकत में आ गई है। मकबरे में तैनात गार्ड के बयान के आधार पर दाउदनगर थाना में अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस आसपास के क्षेत्रों में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच कर रही है और संदिग्धों की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है। एसडीपीओ बोले- दोषी के खिलाफ होगी कार्रवाई एसडीपीओ अशोक कुमार दास ने बताया कि शमशेर खान के मकबरे में तोड़फोड़ की घटना को अंजाम देने वाले असामाजिक तत्वों को चिह्नित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिस की ओर से गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए गए हैं और दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। साथ ही उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने और प्रशासन को सहयोग करने की अपील की है। घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है। ग्रामीणों और बुद्धिजीवियों ने ऐतिहासिक धरोहर को नुकसान पहुंचाने की कड़ी निंदा की है और प्रशासन से मांग की है कि मकबरे की सुरक्षा और मजबूत की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। औरंगाबाद में स्थित ऐतिहासिक शमशेर खान के मकबरे को असामाजिक तत्वों ने क्षतिग्रस्त कर दिया है। यह मकबरा राष्ट्रीय महत्व का स्मारक है, जिसकी सुरक्षा पुरातत्व विभाग की ओर से की जाती है। मकबरा दाउदनगर अनुमंडल अंतर्गत शमशेरनगर का है। घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने बताया कि सुबह जब कुछ लोग मकबरे के पास पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि मजार के हिस्से को नुकसान पहुंचाया गया है। तुरंत इसकी सूचना दाउदनगर थाना को दी गई। मकबरे की सुरक्षा में तैनात गार्ड ने भी विभागीय अधिकारियों को घटना की जानकारी दी। सूचना मिलते ही पुरातत्व विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और क्षतिग्रस्त मकबरे का गहन निरीक्षण किया। वरीय अधिकारियों को तुरंत दी गई जानकारी पुरातत्व विभाग की ओर से तैनात मकबरे के केयरटेकर साधु शरण यादव ने बताया कि जैसे ही मकबरे के क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिली, वरीय अधिकारियों को जानकारी दी गई। अधिकारियों के निर्देश पर तुरंत स्थल का निरीक्षण किया गया और सुरक्षा की दृष्टि से मकबरे के चारों दरवाजों को सील कर दिया गया है। यह ऐतिहासिक धरोहर है और इसके साथ इस तरह की छेड़छाड़ गंभीर अपराध की श्रेणी में आती है। घटना के बाद पुलिस भी हरकत में आ गई है। मकबरे में तैनात गार्ड के बयान के आधार पर दाउदनगर थाना में अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस आसपास के क्षेत्रों में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच कर रही है और संदिग्धों की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है। एसडीपीओ बोले- दोषी के खिलाफ होगी कार्रवाई एसडीपीओ अशोक कुमार दास ने बताया कि शमशेर खान के मकबरे में तोड़फोड़ की घटना को अंजाम देने वाले असामाजिक तत्वों को चिह्नित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिस की ओर से गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए गए हैं और दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। साथ ही उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने और प्रशासन को सहयोग करने की अपील की है। घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है। ग्रामीणों और बुद्धिजीवियों ने ऐतिहासिक धरोहर को नुकसान पहुंचाने की कड़ी निंदा की है और प्रशासन से मांग की है कि मकबरे की सुरक्षा और मजबूत की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।


