दिल्ली में पली बढ़ी पूजा गुप्ता ने अपनी मेहनत और इरादों से वो कर दिखाया, जिसका सपना लाखों युवा देखते हैं। अपनी मेहनत, संघर्ष और आत्मविश्वास के साथ उसने एक बार नहीं बल्कि दो बार UPSC जैसी कठिन परीक्षा पास की। मेडिकल की पढ़ाई से शुरू हुआ उनका यह सफर IAS पद पर जाकर खत्म हुआ। उनका यह सफर बड़ा ही प्रेरणादायक रहा है और इस सफर में सफलता निसंदेह उनके हौसले और कभी हार नहीं मानने वाले व्यक्तित्व की वजह से मिल पाई। उनकी कहानी से यह प्रूव हो जाता है कि अगर इरादे आपके मजबूत हैं तो कोई भी लक्ष्य हासिल करना मुश्किल नहीं होता है।
पूजा के लिए उनकी मां बनी प्रेरणा
पूजा गुप्ता दिल्ली में एक सामान्य परिवार में बड़ी हुई हैं। उनके पिता प्राइवेट नौकरी करते थे और मां दिल्ली पुलिस में सब-इंस्पेक्टर थीं। बचपन से ही उन्होंने अपनी मां को वर्दी में और देश की सेवा करते ही देखा है। इसी वजह से उनके मन में भी देश की सेवा करने का सपना बचपन से ही आकार लेने लगा था। पूजा बचपन से ही पढ़ाई में बहुत तेज थी और अपना हर काम के पूरे मन के साथ करती थी। वह अपने जीवन में कुछ बड़ी करने की चाह रखती थी और यही चाह समय के साथ और मजबूत होती गई।
मेडिकल की पढ़ाई से सिविल सेवा तक का सफर
12वीं के बाद पूजा ने मेडिकल की पढ़ाई शुरू कर दी थी, लेकिन उनका मन कहीं न कहीं सिविल सर्विस की तरफ ही था। इस वजह से उन्होंने अपने दिल की सुनते हुए मेडिकल की पढ़ाई के साथ-साथ UPSC की तैयारी भी शुरू कर दी। मेडिकल की पढ़ाई और सिविल सर्विस की तैयारी दोनों चीजें एक साथ करना आसान नहीं था। दोनों ही चीजों में बहुत मेहनत लगती है, लेकिन पूजा अपने फैसले पर अटल रही और पूरे आत्मविश्वास के साथ जुटी रही। उन्होंने अपने समय का सही इस्तेमाल किया और पढ़ाई को पूरी गंभीरता से लिया। उनकी यही गंभीरता आगे चलकर उनकी सबसे बड़ी ताकत बनी।

दादा का सपना पूरा करने के लिए दो बार क्रैक किया UPSC
पूजा ने सही स्ट्रैटजी को फॉलो किया और UPSC CSE 2018 में ऑल इंडिया रैंक 147 हासिल कर IPS अधिकारी बनीं। इससे पूजा का आत्मविश्वास और मजबूत हो गया। उनके परिवार वालों को भी उन पर बहुत गर्व हुआ। लेकिन इसके बाद भी पूजा के मन में अभी भी एक बात की टीस रह गई थी। उनके दादा का सपना था कि वह IAS अधिकारी बनें। इसके चलते पूजा ने अपने दादा का यह सपना पूरा करने का फैसला लिया और IPS बनने के बाद भी अपनी पढ़ाई जारी रखी। नौकरी के साथ टाइम को सही तरह से मैनेज करते हुए पूरे आत्मविश्वास के साथ उन्होंने फिर से UPSC की परीक्षा दी और साल 2020 में ऑल इंडिया रैंक 42 हासिल कर IAS बनी।

पति भी सिविल सर्विस में कार्यरत
पूजा गुप्ता के पति शक्ति अवस्थी भी एक जान-माने आईपीएस ऑफिसर हैं। वह नोएडा में एडिशनल डीसीपी के पद पर हैं। शक्ति अवस्थी ने भी यूपीएससी परीक्षा दो बार पास की है। पहली बार में वह आईआरएस ऑफिसर बने थे और दोबारा परीक्षा देकर उन्होंने आईपीएस का पद हासिल किया। जब पूजा गुप्ता IAS बनीं तो शक्ति अवस्थी ने सोशल मीडिया पर खुशी जाहिर की और अपनी पत्नी की मेहनत और सफलता पर गर्व जताया।
तैयारी की स्ट्रैटिजी
पूजा ने अपनी तैयारी के लिए NCERT किताबों को आधार बनाया। इसके साथ ही उन्होंने रोज अखबार पढ़ा, करेंट अफेयर्स पर ध्यान दिया और टॉपर्स के इंटरव्यू सुनकर उनसे सीख ली। उनका ऑप्शनल सब्जेक्ट एंथ्रोपोलॉजी था, जिसे उन्होंने गहराई से समझा। साथ ही वह यह भी मानती हैं कि खुद का मूल्यांकन करना बहुत जरूरी है, क्योंकि इससे आपको कमजोरियों और ताकत का अंदाजा लग जाता है और आप अपनी कमजोरियों पर और मेहनत कर सकते हैं।


