गयाजी में स्वच्छता अभियान की खुली पोल:कचरा उठाने वाली गाड़ी में धान के बोझे, वीडियो सामने आने पर SDO ने जांच के आदेश दिए

गयाजी में स्वच्छता अभियान की खुली पोल:कचरा उठाने वाली गाड़ी में धान के बोझे, वीडियो सामने आने पर SDO ने जांच के आदेश दिए

गयाजी के डोभी प्रखंड की पचरतन पंचायत से एक ऐसा वीडियो सामने आया है, जिससे पूरे इलाके में स्वच्छता अभियान की असलियत सामने आ गई है। गांव की सड़कों-गलियों की सफाई के लिए खरीदी गई कचरा गाड़ी धड़ल्ले से अब खेतों का बोझा ढोने लगी है। धान के गट्ठर लदे इस कूड़ा वाहन का वीडियो गुरुवार को वायरल हुआ। इसके बाद शेरघाटी एसडीओ मनीष कुमार ने तुरंत जांच का आदेश दे दिया। कचरा गाड़ी बनी धान ढोने का साधन वीडियो में साफ दिख रहा है कि कचरा ढोने के लिए बनी बैट्री चालित गाड़ी पर बड़े-बड़े अक्षरों में पंचायत और मुखिया का नाम लिखा है। लेकिन उसमें कचरा नही, बल्कि किसान धान के बोझे लादकर ले जा रहे हैं। यह कोई पहली बार नहीं। स्थानीय लोगों के बीच चर्चा है कि गांव में कूड़ा उठाव होता भी है या नहीं, लेकिन धान ढुलाई में यह गाड़ी खूब उपयोग होती है। लोहिया स्वच्छता अभियान की हकीकत उजागर लोहिया स्वच्छता अभियान के तहत गांव-गांव में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए हर वार्ड में हाथ रिक्शा और पूरी पंचायत के लिए एक बैट्री चालित गाड़ी खरीदा गया था। लेकिन हकीकत यह है कि देखरेख के अभाव और सिस्टम की लापरवाही ने अभियान की हालत शुरू में ही कमजोर कर दी है। घर-घर डस्टबिन भी दिए गए, ताकि प्रतिदिन कचरा उठाव की व्यवस्था मजबूत हो। लेकिन जमीनी हकीकत इसके बिल्कुल उलट है। गांव में न तो नियमित सफाई दिखती है, न कचरा उठाव। कचरा गाड़ी ज्यादातर समय खाली खड़ी रहती है। ऐसे में धान ढुलाई करते इस वाहन का वीडियो सामने आते ही पूरे अभियान पर सवाल उठने लगे हैं। ऐसे में जब वायरल वीडियो में यही गाड़ी खेतों का बोझा ढोते दिखाई दिया, तब लोगों का गुस्सा और सवाल दोनों बढ़ गए। देखते इसका वीडियो तेजी से वायरल हो गया। एसडीओ ने कहा—दुरुपयोग बर्दाश्त नहीं एसडीओ मनीष कुमार ने वायरल वीडियो पर संज्ञान लेते हुए कहा—“स्वच्छता अभियान से जुड़े किसी भी संसाधन का दुरुपयोग नहीं होने दिया जाएगा। जांच शुरू हो गई है। दोषी पाए जाने पर संबंधित पदाधिकारियों व कर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी।” गांव की सफाई व्यवस्था पहले से ही सवालों के घेरे में है। ऐसे में कूड़ा गाड़ी के इस उपयोग ने पूरे अभियान की विश्वसनीयता पर चोट की है। गयाजी के डोभी प्रखंड की पचरतन पंचायत से एक ऐसा वीडियो सामने आया है, जिससे पूरे इलाके में स्वच्छता अभियान की असलियत सामने आ गई है। गांव की सड़कों-गलियों की सफाई के लिए खरीदी गई कचरा गाड़ी धड़ल्ले से अब खेतों का बोझा ढोने लगी है। धान के गट्ठर लदे इस कूड़ा वाहन का वीडियो गुरुवार को वायरल हुआ। इसके बाद शेरघाटी एसडीओ मनीष कुमार ने तुरंत जांच का आदेश दे दिया। कचरा गाड़ी बनी धान ढोने का साधन वीडियो में साफ दिख रहा है कि कचरा ढोने के लिए बनी बैट्री चालित गाड़ी पर बड़े-बड़े अक्षरों में पंचायत और मुखिया का नाम लिखा है। लेकिन उसमें कचरा नही, बल्कि किसान धान के बोझे लादकर ले जा रहे हैं। यह कोई पहली बार नहीं। स्थानीय लोगों के बीच चर्चा है कि गांव में कूड़ा उठाव होता भी है या नहीं, लेकिन धान ढुलाई में यह गाड़ी खूब उपयोग होती है। लोहिया स्वच्छता अभियान की हकीकत उजागर लोहिया स्वच्छता अभियान के तहत गांव-गांव में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए हर वार्ड में हाथ रिक्शा और पूरी पंचायत के लिए एक बैट्री चालित गाड़ी खरीदा गया था। लेकिन हकीकत यह है कि देखरेख के अभाव और सिस्टम की लापरवाही ने अभियान की हालत शुरू में ही कमजोर कर दी है। घर-घर डस्टबिन भी दिए गए, ताकि प्रतिदिन कचरा उठाव की व्यवस्था मजबूत हो। लेकिन जमीनी हकीकत इसके बिल्कुल उलट है। गांव में न तो नियमित सफाई दिखती है, न कचरा उठाव। कचरा गाड़ी ज्यादातर समय खाली खड़ी रहती है। ऐसे में धान ढुलाई करते इस वाहन का वीडियो सामने आते ही पूरे अभियान पर सवाल उठने लगे हैं। ऐसे में जब वायरल वीडियो में यही गाड़ी खेतों का बोझा ढोते दिखाई दिया, तब लोगों का गुस्सा और सवाल दोनों बढ़ गए। देखते इसका वीडियो तेजी से वायरल हो गया। एसडीओ ने कहा—दुरुपयोग बर्दाश्त नहीं एसडीओ मनीष कुमार ने वायरल वीडियो पर संज्ञान लेते हुए कहा—“स्वच्छता अभियान से जुड़े किसी भी संसाधन का दुरुपयोग नहीं होने दिया जाएगा। जांच शुरू हो गई है। दोषी पाए जाने पर संबंधित पदाधिकारियों व कर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी।” गांव की सफाई व्यवस्था पहले से ही सवालों के घेरे में है। ऐसे में कूड़ा गाड़ी के इस उपयोग ने पूरे अभियान की विश्वसनीयता पर चोट की है।  

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