अयोध्या के पटरंगा थाना क्षेत्र में एक स्कूली वैन चालक के साथ मारपीट और जातिसूचक गाली-गलौज का मामला सामने आया है। पीड़ित ने पुलिस पर कार्रवाई न करने और शिकायत दर्ज न करने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है। यह घटना बाराबंकी जिले के सिन्नी गांव निवासी विशाल कुमार के साथ हुई, जो अनुसूचित जाति समुदाय से हैं और अमहिया स्थित लोटस इंटरनेशनल कॉलेज में वाहन चालक के रूप में कार्यरत हैं। विशाल ने बताया कि पहली घटना 1 नवंबर की दोपहर करीब 3 बजे हुई थी। वे अशरफपुर गंगरेला गांव में बच्चों को छोड़ने जा रहे थे, तभी गांव निवासी अनूप यादव ने उनकी गाड़ी के सामने अपनी बाइक लगा दी। विशाल के आग्रह करने पर आरोपी ने जातिसूचक गालियां दीं और मारपीट करने का प्रयास किया। लोगों के बीच-बचाव के बाद मामला शांत हुआ, लेकिन आरोपी ने विशाल की गाड़ी जलाने और जान से मारने की धमकी दी थी। पीड़ित के अनुसार, दूसरी घटना 10 नवंबर की सुबह लगभग 7:45 बजे हुई। विशाल जब दोबारा बच्चों को लेकर स्कूल जा रहे थे, तब अशरफपुर गंगरेला के पास ही अनूप यादव, सुभाष यादव और 2-3 अज्ञात लोगों ने अपनी अर्टिगा कार से उनकी गाड़ी रोक ली। आरोप है कि हमलावरों ने विशाल को गाड़ी से खींचकर लात-घूंसों से पीटा, जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया और वाहन का दरवाजा तोड़ने की कोशिश की। घटना को अंजाम देने के बाद हमलावर गाड़ी फूंकने की धमकी देकर फरार हो गए। विशाल ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि पुलिस ने उन्हें दो से ढाई घंटे तक थाने पर बैठाए रखा और यह कहकर शिकायत दर्ज करने से मना किया कि अगर उनका मुकदमा लिखा गया, तो दूसरे पक्ष का भी मुकदमा लिखना पड़ेगा। पुलिस ने उन्हें मुकदमा न दर्ज कराने की सलाह दी। और अभी तक कार्यवाही आरोपियों पर नहीं हो सकी। इस मामले में पटरंगा थाना प्रभारी निरीक्षक शशिकांत यादव ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों में मारपीट हुई है और प्रकरण की जांच की जा रही है। जांच के बाद नियमानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।


