समस्तीपुर| सिटी सेंट्रल हाई स्कूल ग्रूप के मोहनपुर रोड सहित सभी शाखाओं में बुधवार सामा-चकेवा पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर छात्राओं ने पारंपरिक वेशभूषा में सामा-चकेवा के लोकगीतों पर मनमोहक प्रस्तुति दी। विद्यालय के निदेशक संजीव कुमार पांडेय ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि – “ऐसे पारंपरिक पर्व हमारी संस्कृति की आत्मा हैं। इनसे हमें एकता, प्रेम और भाई-बहन के स्नेह का संदेश मिलता है। इस अवसर पर वरीय प्राचार्य सी के ठाकुर, प्राचार्य मुल्लाथारा कविथा करुणाकरण, श्याम कुमार चौरसिया, सुषमा ठाकुर, रूपांजलि कुमारी आदि थे। गौड़ाबौराम| गौड़ाबौराम प्रखंड के कसरौड़ ककरौली पंचायत के दक्षिणी कसरौड़ गांव में कार्तिक कुंवर पूजा का आयोजन किया गया। श्रीश्री 108 कार्तिक कुंवर पूजा समिति के अध्यक्ष उमेश नायक ने बताया कि यह पूजा विगत 25 वर्षों से होती आ रही है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान कार्तिक का जन्मोत्सव मनाया जाता है। यह पूजा 5,6,7 नवंबर आयोजित की गई है। इस मेला में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया है। पूजा को सफल बनाने में सिकंदर ठाकुर, उमेश नायक, संजय पासवान, ललन नायक, जगदेव चौपाल आदि लोग लगे हुए थे। समस्तीपुर| सिटी सेंट्रल हाई स्कूल ग्रूप के मोहनपुर रोड सहित सभी शाखाओं में बुधवार सामा-चकेवा पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर छात्राओं ने पारंपरिक वेशभूषा में सामा-चकेवा के लोकगीतों पर मनमोहक प्रस्तुति दी। विद्यालय के निदेशक संजीव कुमार पांडेय ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि – “ऐसे पारंपरिक पर्व हमारी संस्कृति की आत्मा हैं। इनसे हमें एकता, प्रेम और भाई-बहन के स्नेह का संदेश मिलता है। इस अवसर पर वरीय प्राचार्य सी के ठाकुर, प्राचार्य मुल्लाथारा कविथा करुणाकरण, श्याम कुमार चौरसिया, सुषमा ठाकुर, रूपांजलि कुमारी आदि थे। गौड़ाबौराम| गौड़ाबौराम प्रखंड के कसरौड़ ककरौली पंचायत के दक्षिणी कसरौड़ गांव में कार्तिक कुंवर पूजा का आयोजन किया गया। श्रीश्री 108 कार्तिक कुंवर पूजा समिति के अध्यक्ष उमेश नायक ने बताया कि यह पूजा विगत 25 वर्षों से होती आ रही है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान कार्तिक का जन्मोत्सव मनाया जाता है। यह पूजा 5,6,7 नवंबर आयोजित की गई है। इस मेला में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया है। पूजा को सफल बनाने में सिकंदर ठाकुर, उमेश नायक, संजय पासवान, ललन नायक, जगदेव चौपाल आदि लोग लगे हुए थे।


