बॉलीवुड के किंग खान शाहरुख आज 60 साल के हो चुके हैं। उनके जन्मदिन के खास मौके पर फिल्म भूतनाथ के डायरेक्टर विवेक शर्मा ने दैनिक भास्कर से बातचीत में बताया है कि शाहरुख खान के अंदर आज भी एक बच्चा है, जो उन्हें नई चीजों को सीखने के लिए एक्साइटेड करता है। साथ ही उन्होंने बताया कि शाहरुख खान सीक्रेटली नानावटी हॉस्पिटल के कैंसर पेशेंट के इलाज का खर्च उठाते हैं, क्योंकि उनके माता-पिता का निधन भी कैंसर से ही हुआ था। यही गुण उन्हें बॉलीवुड का बादशाह बनाते हैं। विवेक शर्मा ने कहा- नमस्ते, मैं विवेक शर्मा। जब भी मैं शाहरुख खान के बारे में बात करता हूं, तो मैं उन्हें ‘शाह खान’ कहता हूं, मुझे लगता है कि मैं इकलौता हूं जो उन्हें इस नाम से बुलाता है। उनके साथ मेरे बहुत ही प्यारे अनुभव जुड़े हैं और एक चीज जो मैंने हमेशा महसूस की है, वह यह है कि शाह खान के अंदर एक बच्चा है, एक ‘चाइल्ड-लाइक एक्साइटमेंट’ है। यही बच्चा उन्हें इतना जोशीला और एक सच्चा विजनरी बनाता है। जोखिम लेने वाला प्रोड्यूसर और एक्टर शाह खान की सबसे बड़ी खासियत है उनका जोखिम लेने का साहस। वह फिल्मों का चुनाव ‘इंस्टिंक्ट’ और ‘वाइब’ पर करते हैं, न कि सिर्फ गणित पर। मुझे याद है, अमोल पालेकर जी ने उन्हें एक फिल्म की कहानी सुनाई थी। वह उन्हें इतनी पसंद आई कि जब हम कमालिस्तान स्टूडियो में एक विज्ञापन की शूटिंग कर रहे थे, तो उन्होंने तुरंत कहा, “विवेक, ये फिल्म तो हम अपने बैनर से बनाते हैं।” और उन्होंने अमोल जी को ऑफर कर दिया कि “आई विल प्रोड्यूस इट। (मैं इसे प्रोड्यूस करूंगा)” वह फिल्म थी ‘पहेली’। उसमें उनका लुक बिल्कुल अलग, एकदम राजस्थानी और रेगिस्तानी था, बड़ा साफा, एकदम एडवेंचरस। फिल्म शायद बॉक्स ऑफिस पर नहीं चली, लेकिन लोगों ने शाह खान के काम को बहुत सराहा। और यही उनकी निशानी है, जोखिम लेना और कुछ नया करने की हिम्मत। वह एक एडवेंचरस व्यक्ति हैं और हमेशा रिस्क लेते रहेंगे। उनका यही नजरिया उन्हें एक दूरदर्शी प्रोड्यूसर बनाता है। टेक्नोलॉजी का जुनून और दोस्तों के प्रति वफादारी शाह खान का टेक्नोलॉजी और वीएफएक्स (VFX) पर बहुत जोर रहता है। यह उनके अंदर के उसी बच्चे के कारण है, जो हमेशा नई चीजों को लेकर एक्साइटेड रहता है। वह इंडस्ट्री में टेक्नोलॉजी को लाने वाले पहले लोगों में से हैं, और यह उनका विजन ही है जो उन्हें सिनेमा की सीमाओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करता है। वह ‘यारों के यार’ हैं। दोस्तों के लिए हमेशा खड़े रहते हैं। मुझे आज भी याद है जब हम ‘भूतनाथ’ के लिए डेट्स एडजस्ट कर रहे थे। उस समय शाह खान एक बड़ा ‘जेट एयरवेज’ का विज्ञापन शूट कर रहे थे, जिसे शेखर कपूर डायरेक्ट कर रहे थे। उन्होंने बिना किसी सवाल के, वह शूट आगे बढ़ा दिया ताकि वह मुझे ‘भूतनाथ’ के लिए डेट्स दे सकें। यह उनका बड़प्पन है, दोस्तों और काम के प्रति उनकी वफादारी है। एक नेकदिल इंसान और साइलेंट चैरिटी शाह खान में एक नहीं, बल्कि बहुत सारे गुण हैं, जिनमें उनका नेक दिल सबसे ऊपर है। वह अपनी चैरिटी का गुणगान नहीं करते, वह चुपचाप बहुत कुछ करते हैं। बहुत से लोगों को नहीं पता होगा कि वह नानावती हॉस्पिटल में बच्चों के लिए फ्री कैंसर ट्रीटमेंट करवाते हैं। उनके खुद के माता-पिता की मृत्यु कैंसर से हुई थी, शायद इसलिए इस बीमारी के प्रति उनका दर्द और सेवा का भाव गहरा है। वह अपनी दरियादिली का प्रचार नहीं करते और यही बात उन्हें और महान बनाती है। यह उनका मानवीय पक्ष है, जो उनकी स्टारडम से कहीं ज्यादा चमकदार है। शाहरुख के पास भविष्य का विजन शाह खान सिर्फ एक एक्टर नहीं हैं, वह एक क्षमताओं से भरपूर प्रोड्यूसर हैं। आज भी वह चाहें तो ‘स्वदेस’ या ‘चक दे इंडिया’ जैसी दमदार और कंटेंट-ओरिएंटेड फिल्मों के दौर को वापस ला सकते हैं। मेरा मानना है कि उनका टैलेंट, रिस्क लेने की क्षमता, टेक्नोलॉजी के प्रति प्रेम, और दोस्तों के लिए खड़ा रहना, ये सभी मिलकर उन्हें इंडस्ट्री का ‘किंग खान’ बनाते हैं। मैं उन्हें शाह खान कहता हूं, क्योंकि उनके अंदर एक बादशाह जैसी दूरदर्शिता और एक बच्चे जैसी मासूमियत का अद्भुत संगम है। यह बहुत कम लोगों को पता होगा कि चक दे इंडिया पहले सलमान खान को ऑफर हुई थी, मगर स्क्रिप्ट के बारे में शाहरुख को पता चला तो उन्होंने सामने से आदित्य चोपड़ा को फोन किया। कहा कि फिल्म उन्हें करने दें। बदले में फीस भी आधी कर दूंगा। मेरी तरफ से शाह खान को जन्मदिन की बहुत-बहुत शुभकामनाएं और मैं उनके हमेशा खुश, स्वस्थ और सफल रहने की कामना करता हूं।
सलमान को मिली थी चक दे इंडिया:डायरेक्टर विवेक शर्मा बोले- शाहरुख को स्क्रिप्ट पसंद आई तो आदित्य चोपड़ा को मनाकर आधी फीस में काम किया


