नालंदा जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार और मरीजों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की। बैठक में जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की गई और कई अहम निर्देश जारी किए गए। जिलाधिकारी ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि सदर अस्पताल से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तक सभी जगहों पर ड्यूटी पर तैनात चिकित्सकों की जानकारी मरीजों और उनके परिजनों को आसानी से मिलनी चाहिए। इसके लिए दृश्य स्थान पर ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक का नाम और मोबाइल नंबर प्रदर्शित किया जाना चाहिए। साथ ही, किसी भी प्रकार की शिकायत के लिए संबंधित प्रभारी और सिविल सर्जन का मोबाइल नंबर भी स्पष्ट रूप से दिखाया जाए, ताकि आम जनता अपनी समस्याओं का त्वरित निदान करा सके। उपलब्ध सुविधाओं का ट्रैकर प्रदर्शित हो जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि सभी अस्पतालों में मरीजों की सुविधा के लिए अस्पताल में उपलब्ध सेवाओं का ट्रैकर प्रमुखता से प्रदर्शित किया जाए। दंत रोग उपचार और पैथोलॉजिकल जांच से संबंधित सुविधाओं की जानकारी भी मरीजों को स्पष्ट रूप से उपलब्ध होनी चाहिए। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि सभी मरीजों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएं। ओपीडी प्रदर्शन पर नजर एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए जिलाधिकारी ने सभी अस्पतालों से डॉक्टर वाइज ओपीडी की संख्या का प्रतिवेदन प्रस्तुत करने को कहा। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो चिकित्सक अधिक संख्या में मरीजों को देखते हैं और बेहतर सेवाएं प्रदान करते हैं, उन्हें प्रोत्साहित किया जाएगा। मातृ स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए जिलाधिकारी ने हाई रिस्क प्रेग्नेंसी (एचआरपी) मामलों की पहचान और उनके शत-प्रतिशत संस्थागत प्रसव को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। साथ ही यह भी कहा गया कि सभी गर्भवती महिलाओं को 102 एंबुलेंस की सुविधा हर हाल में उपलब्ध कराई जाए। मातृ मृत्यु के मामलों में जिलाधिकारी ने शत-प्रतिशत वर्बल अटॉप्सी और समीक्षा कराने का आदेश दिया, ताकि मृत्यु के कारणों का सही विश्लेषण हो सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। शव वाहन की उपलब्धता अनिवार्य मानवीय संवेदना को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि मृत व्यक्तियों को अस्पताल से घर ले जाने के लिए शत-प्रतिशत मॉर्चुरी वैन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। जरूरतमंदों तक पहुंचे स्वास्थ्य सेवा समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने कहा कि सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई स्वास्थ्य सेवाओं को प्रत्येक जरूरतमंद और असहाय व्यक्ति तक पहुंचाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे जनता की सेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें और किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। नालंदा जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार और मरीजों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की। बैठक में जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की गई और कई अहम निर्देश जारी किए गए। जिलाधिकारी ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि सदर अस्पताल से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तक सभी जगहों पर ड्यूटी पर तैनात चिकित्सकों की जानकारी मरीजों और उनके परिजनों को आसानी से मिलनी चाहिए। इसके लिए दृश्य स्थान पर ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक का नाम और मोबाइल नंबर प्रदर्शित किया जाना चाहिए। साथ ही, किसी भी प्रकार की शिकायत के लिए संबंधित प्रभारी और सिविल सर्जन का मोबाइल नंबर भी स्पष्ट रूप से दिखाया जाए, ताकि आम जनता अपनी समस्याओं का त्वरित निदान करा सके। उपलब्ध सुविधाओं का ट्रैकर प्रदर्शित हो जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि सभी अस्पतालों में मरीजों की सुविधा के लिए अस्पताल में उपलब्ध सेवाओं का ट्रैकर प्रमुखता से प्रदर्शित किया जाए। दंत रोग उपचार और पैथोलॉजिकल जांच से संबंधित सुविधाओं की जानकारी भी मरीजों को स्पष्ट रूप से उपलब्ध होनी चाहिए। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि सभी मरीजों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएं। ओपीडी प्रदर्शन पर नजर एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए जिलाधिकारी ने सभी अस्पतालों से डॉक्टर वाइज ओपीडी की संख्या का प्रतिवेदन प्रस्तुत करने को कहा। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो चिकित्सक अधिक संख्या में मरीजों को देखते हैं और बेहतर सेवाएं प्रदान करते हैं, उन्हें प्रोत्साहित किया जाएगा। मातृ स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए जिलाधिकारी ने हाई रिस्क प्रेग्नेंसी (एचआरपी) मामलों की पहचान और उनके शत-प्रतिशत संस्थागत प्रसव को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। साथ ही यह भी कहा गया कि सभी गर्भवती महिलाओं को 102 एंबुलेंस की सुविधा हर हाल में उपलब्ध कराई जाए। मातृ मृत्यु के मामलों में जिलाधिकारी ने शत-प्रतिशत वर्बल अटॉप्सी और समीक्षा कराने का आदेश दिया, ताकि मृत्यु के कारणों का सही विश्लेषण हो सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। शव वाहन की उपलब्धता अनिवार्य मानवीय संवेदना को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि मृत व्यक्तियों को अस्पताल से घर ले जाने के लिए शत-प्रतिशत मॉर्चुरी वैन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। जरूरतमंदों तक पहुंचे स्वास्थ्य सेवा समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने कहा कि सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई स्वास्थ्य सेवाओं को प्रत्येक जरूरतमंद और असहाय व्यक्ति तक पहुंचाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे जनता की सेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें और किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।


