आर के मिश्रा ने Gen-Z का समर्थन किया:दरभंगा से जनसुराज प्रत्याशी बोले- ये धरती अब बदलाव का इतिहास लिखेगी

आर के मिश्रा ने Gen-Z का समर्थन किया:दरभंगा से जनसुराज प्रत्याशी बोले- ये धरती अब बदलाव का इतिहास लिखेगी

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में जन सुराज पार्टी ने दरभंगा सदर विधानसभा सीट से भारतीय पुलिस सेवा (1986 बैच) के पूर्व अधिकारी राकेश कुमार मिश्रा (आर.के. मिश्रा) को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। आईआईटी-बीएचयू, वाराणसी से सिविल इंजीनियरिंग में बी.टेक. करने वाले आर.के. मिश्रा ने पुलिस सेवा में तीन दशक से अधिक समय तक अपनी सेवाएं दी हैं। अपने कार्यकाल में उन्होंने डीजी (होम गार्ड्स व फायर सर्विसेज, बिहार) के अलावा आईटीबीपी, सीआईएसएफ और बीएसएफ में एडीजी जैसे कई अहम पदों पर रहते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा, नक्सल उन्मूलन, आंतरिक सुरक्षा और पुलिस आधुनिकीकरण में महत्वपूर्ण योगदान दिया।उन्हें पुलिस मेडल (2003) और राष्ट्रपति पुलिस मेडल (2009) जैसे सम्मान भी मिले हैं। युवाओं को शिक्षा और मार्गदर्शन देते रिटायरमेंट के बाद आर.के. मिश्रा शिक्षा और मेंटरशिप के क्षेत्र में सक्रिय हैं। वे आर.के. मिशन स्कूल और एस.एस. गुरुकुल के माध्यम से युवाओं को शिक्षा और मार्गदर्शन प्रदान कर रहे हैं। टिकट की घोषणा के बाद दरभंगा में आयोजित प्रेस वार्ता में आर.के. मिश्रा ने कहा “मैं एक नए और सुरक्षित बिहार का सपना देखता हूं, जिसमें हर व्यक्ति को समान अवसर और सुरक्षा मिले। पुलिस सेवा के दौरान समाज की समस्याओं को करीब से समझा है, अब उनका राजनीतिक समाधान निकालने के लिए मैदान में उतरा हूं। दरभंगा की जनता से अपील है कि 16 अक्टूबर को नामांकन के दिन अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर हमारा मनोबल बढ़ाएं।” वास्तविक विकास और सुशासन का विकल्प मिलेगा जन सुराज पार्टी ने कहा कि आर.के. मिश्रा जैसे ईमानदार, अनुभवी और दूरदर्शी नेता के रूप में दरभंगा सदर की जनता को वास्तविक विकास और सुशासन का विकल्प मिलेगा। प्रत्याशी आर.के. मिश्रा ने कहा कि “दरभंगा का चुनाव आर.के. मिश्रा नहीं, बल्कि दरभंगा के तमाम नागरिक लड़ रहे हैं।” उन्होंने कहा कि पार्टी के आदेश के बाद उन्होंने दरभंगा से चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। “मैं नहीं चाहता था कि बाहर से आकर चुनाव लड़ूं, लेकिन स्थानीय कार्यकर्ताओं और जनता के आग्रह पर मैंने यह जिम्मेदारी स्वीकार की,”। अव्यवस्थित ट्रैफिक जैसी गंभीर समस्याओं से जूझ रहा शहर जन सुराज प्रत्याशी ने कहा कि दरभंगा शहर आज जलजमाव, पेयजल संकट और अव्यवस्थित ट्रैफिक जैसी गंभीर समस्याओं से जूझ रहा है।उन्होंने कहा, “घर से निकलते ही लोगों को गंदे पानी में पैर रखना पड़ता है। पेयजल की भारी समस्या है, लेकिन कोई ध्यान नहीं देता। दरभंगा के विकास के लिए पैसा आता है, पर जाता कहां है – इसका जवाब किसी के पास नहीं।”उन्होंने ROB के निर्माण में सालों से हो रही देरी पर भी सवाल उठाया और कहा कि “राज्य के दूसरे शहरों में ROB बन गए, लेकिन दरभंगा अब तक इंतजार कर रहा है।” आर.के. मिश्रा ने कहा कि जन सुराज पार्टी सत्ता नहीं, बल्कि व्यवस्था परिवर्तन के लिए मैदान में है।“हमारा उद्देश्य बिहार को शिक्षा, रोजगार और पलायन से मुक्ति दिलाना है। महिलाओं के सम्मान और युवाओं के भविष्य की सुरक्षा के लिए यह लड़ाई है।”उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार केवल चुनावी समय में लोगों को याद करती है, जबकि जन सुराज तीन वर्षों से बिहार के कोने-कोने में लोगों की समस्याओं पर काम कर रही है। दरभंगा से गहरा रिश्ता पूर्व आईजी रहे मिश्रा ने कहा कि उनका दरभंगा से गहरा रिश्ता है।“मैंने दरभंगा में दो साल तक आईजी के रूप में काम किया और हमेशा जनता के बीच रहकर सेवा की। मेरे पूर्वजों की जन्मस्थली भी दरभंगा जिले के रोहाड़ गांव में है, इसलिए यह माटी मेरे लिए भावनात्मक रूप से विशेष है। मैं भी दरभंगा का ही हूं। उन्होंने दावा किया कि “दरभंगा के लोग विकल्प चाहते हैं — और वह विकल्प जनसुराज पार्टी और आर.के. मिश्रा हैं। मिश्रा ने कहा कि शहर में माफिया संस्कृति और भ्रष्ट राजनीति से मुक्ति दिलाना उनका संकल्प है।“आपको यह तय करना है कि आप ऐसे नेता को चुनेंगे जो फोन नहीं उठाते या ऐसे को जो आपके काम के लिए हरदम उपलब्ध रहे। दरभंगा की जनता को अब पुराने ढांचे को तोड़ने का मौका मिला है,”। जनता जन सुराज की विचारधारा से जुड़ चुकी उन्होंने दावा किया कि हालिया सर्वे के अनुसार बिहार में 33% जनता जन सुराज की विचारधारा से जुड़ चुकी है और 36% मतदाता अभी निर्णय नहीं ले पाए हैं।18 % भाजपा के कोर वोटर हैं और 13% राजद के कोर वोटर हैं।“दरभंगा बदलाव की भूमिका लिखने जा रहा है। यह चुनाव किसी व्यक्ति का नहीं, बल्कि जनता के आत्मसम्मान का है,”। कहा कि आज की Gen Z पीढ़ी अपने हक और अधिकार को पाने के लिए पूरी तरह जागरूक है। उन्होंने कहा कि यह वही पीढ़ी है जिसने पड़ोसी देशों में भी सामाजिक और राजनीतिक बदलाव की शुरुआत की है। उन्होंने आगे कहा कि भारत की Gen Z आज शिक्षा, रोजगार, भुखमरी से मुक्ति और पलायन पर रोक जैसी मूलभूत मांगों को लेकर आवाज़ उठा रही है। “हमारी पार्टी सिर्फ सत्ता के लिए नहीं, बल्कि व्यवस्था परिवर्तन के लिए संघर्षरत है,”। उन्होंने Gen Z का खुल कर समर्थन किया। विचारधारा को आगे बढ़ाने मैदान में उतरे वक्ता ने बताया कि 9 अक्टूबर को जारी 51 उम्मीदवारों की सूची में समाज के विभिन्न वर्गों से जुड़े लोग शामिल हैं — डॉक्टर, वकील, अनुभवी कलाकार और पूर्व अधिकारी— जो जनसुरज की विचारधारा को आगे बढ़ाने मैदान में उतरे हैं। उन्होंने कहा कि “हमारी पार्टी एक बगिया की तरह है, जिसमें हर रंग के फूल खिले हुए हैं।” बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में जन सुराज पार्टी ने दरभंगा सदर विधानसभा सीट से भारतीय पुलिस सेवा (1986 बैच) के पूर्व अधिकारी राकेश कुमार मिश्रा (आर.के. मिश्रा) को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। आईआईटी-बीएचयू, वाराणसी से सिविल इंजीनियरिंग में बी.टेक. करने वाले आर.के. मिश्रा ने पुलिस सेवा में तीन दशक से अधिक समय तक अपनी सेवाएं दी हैं। अपने कार्यकाल में उन्होंने डीजी (होम गार्ड्स व फायर सर्विसेज, बिहार) के अलावा आईटीबीपी, सीआईएसएफ और बीएसएफ में एडीजी जैसे कई अहम पदों पर रहते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा, नक्सल उन्मूलन, आंतरिक सुरक्षा और पुलिस आधुनिकीकरण में महत्वपूर्ण योगदान दिया।उन्हें पुलिस मेडल (2003) और राष्ट्रपति पुलिस मेडल (2009) जैसे सम्मान भी मिले हैं। युवाओं को शिक्षा और मार्गदर्शन देते रिटायरमेंट के बाद आर.के. मिश्रा शिक्षा और मेंटरशिप के क्षेत्र में सक्रिय हैं। वे आर.के. मिशन स्कूल और एस.एस. गुरुकुल के माध्यम से युवाओं को शिक्षा और मार्गदर्शन प्रदान कर रहे हैं। टिकट की घोषणा के बाद दरभंगा में आयोजित प्रेस वार्ता में आर.के. मिश्रा ने कहा “मैं एक नए और सुरक्षित बिहार का सपना देखता हूं, जिसमें हर व्यक्ति को समान अवसर और सुरक्षा मिले। पुलिस सेवा के दौरान समाज की समस्याओं को करीब से समझा है, अब उनका राजनीतिक समाधान निकालने के लिए मैदान में उतरा हूं। दरभंगा की जनता से अपील है कि 16 अक्टूबर को नामांकन के दिन अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर हमारा मनोबल बढ़ाएं।” वास्तविक विकास और सुशासन का विकल्प मिलेगा जन सुराज पार्टी ने कहा कि आर.के. मिश्रा जैसे ईमानदार, अनुभवी और दूरदर्शी नेता के रूप में दरभंगा सदर की जनता को वास्तविक विकास और सुशासन का विकल्प मिलेगा। प्रत्याशी आर.के. मिश्रा ने कहा कि “दरभंगा का चुनाव आर.के. मिश्रा नहीं, बल्कि दरभंगा के तमाम नागरिक लड़ रहे हैं।” उन्होंने कहा कि पार्टी के आदेश के बाद उन्होंने दरभंगा से चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। “मैं नहीं चाहता था कि बाहर से आकर चुनाव लड़ूं, लेकिन स्थानीय कार्यकर्ताओं और जनता के आग्रह पर मैंने यह जिम्मेदारी स्वीकार की,”। अव्यवस्थित ट्रैफिक जैसी गंभीर समस्याओं से जूझ रहा शहर जन सुराज प्रत्याशी ने कहा कि दरभंगा शहर आज जलजमाव, पेयजल संकट और अव्यवस्थित ट्रैफिक जैसी गंभीर समस्याओं से जूझ रहा है।उन्होंने कहा, “घर से निकलते ही लोगों को गंदे पानी में पैर रखना पड़ता है। पेयजल की भारी समस्या है, लेकिन कोई ध्यान नहीं देता। दरभंगा के विकास के लिए पैसा आता है, पर जाता कहां है – इसका जवाब किसी के पास नहीं।”उन्होंने ROB के निर्माण में सालों से हो रही देरी पर भी सवाल उठाया और कहा कि “राज्य के दूसरे शहरों में ROB बन गए, लेकिन दरभंगा अब तक इंतजार कर रहा है।” आर.के. मिश्रा ने कहा कि जन सुराज पार्टी सत्ता नहीं, बल्कि व्यवस्था परिवर्तन के लिए मैदान में है।“हमारा उद्देश्य बिहार को शिक्षा, रोजगार और पलायन से मुक्ति दिलाना है। महिलाओं के सम्मान और युवाओं के भविष्य की सुरक्षा के लिए यह लड़ाई है।”उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार केवल चुनावी समय में लोगों को याद करती है, जबकि जन सुराज तीन वर्षों से बिहार के कोने-कोने में लोगों की समस्याओं पर काम कर रही है। दरभंगा से गहरा रिश्ता पूर्व आईजी रहे मिश्रा ने कहा कि उनका दरभंगा से गहरा रिश्ता है।“मैंने दरभंगा में दो साल तक आईजी के रूप में काम किया और हमेशा जनता के बीच रहकर सेवा की। मेरे पूर्वजों की जन्मस्थली भी दरभंगा जिले के रोहाड़ गांव में है, इसलिए यह माटी मेरे लिए भावनात्मक रूप से विशेष है। मैं भी दरभंगा का ही हूं। उन्होंने दावा किया कि “दरभंगा के लोग विकल्प चाहते हैं — और वह विकल्प जनसुराज पार्टी और आर.के. मिश्रा हैं। मिश्रा ने कहा कि शहर में माफिया संस्कृति और भ्रष्ट राजनीति से मुक्ति दिलाना उनका संकल्प है।“आपको यह तय करना है कि आप ऐसे नेता को चुनेंगे जो फोन नहीं उठाते या ऐसे को जो आपके काम के लिए हरदम उपलब्ध रहे। दरभंगा की जनता को अब पुराने ढांचे को तोड़ने का मौका मिला है,”। जनता जन सुराज की विचारधारा से जुड़ चुकी उन्होंने दावा किया कि हालिया सर्वे के अनुसार बिहार में 33% जनता जन सुराज की विचारधारा से जुड़ चुकी है और 36% मतदाता अभी निर्णय नहीं ले पाए हैं।18 % भाजपा के कोर वोटर हैं और 13% राजद के कोर वोटर हैं।“दरभंगा बदलाव की भूमिका लिखने जा रहा है। यह चुनाव किसी व्यक्ति का नहीं, बल्कि जनता के आत्मसम्मान का है,”। कहा कि आज की Gen Z पीढ़ी अपने हक और अधिकार को पाने के लिए पूरी तरह जागरूक है। उन्होंने कहा कि यह वही पीढ़ी है जिसने पड़ोसी देशों में भी सामाजिक और राजनीतिक बदलाव की शुरुआत की है। उन्होंने आगे कहा कि भारत की Gen Z आज शिक्षा, रोजगार, भुखमरी से मुक्ति और पलायन पर रोक जैसी मूलभूत मांगों को लेकर आवाज़ उठा रही है। “हमारी पार्टी सिर्फ सत्ता के लिए नहीं, बल्कि व्यवस्था परिवर्तन के लिए संघर्षरत है,”। उन्होंने Gen Z का खुल कर समर्थन किया। विचारधारा को आगे बढ़ाने मैदान में उतरे वक्ता ने बताया कि 9 अक्टूबर को जारी 51 उम्मीदवारों की सूची में समाज के विभिन्न वर्गों से जुड़े लोग शामिल हैं — डॉक्टर, वकील, अनुभवी कलाकार और पूर्व अधिकारी— जो जनसुरज की विचारधारा को आगे बढ़ाने मैदान में उतरे हैं। उन्होंने कहा कि “हमारी पार्टी एक बगिया की तरह है, जिसमें हर रंग के फूल खिले हुए हैं।”  

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