मधुबनी जिले में बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 की तैयारियों के तहत मधुबनी जिले में ईवीएम का द्वितीय रैंडमाइजेशन बुधवार को संपन्न हुआ। यह प्रक्रिया डीआरडीए सभागार, मधुबनी में संबंधित निर्वाची पदाधिकारियों की उपस्थिति में पूरी की गई। इस दौरान चुनाव लड़ने वाले अभ्यर्थी/उनके प्रतिनिधि और प्रेक्षक भी मौजूद रहे। द्वितीय रैंडमाइजेशन पूरा होने के बाद, मतदान केंद्रवार आवंटित ईवीएम की सूची और सुरक्षित (रिजर्व) ईवीएम की सूची सभी प्रतियोगी उम्मीदवारों के साथ साझा की गई। इन ईवीएम का उपयोग मतदान दिवस पर संबंधित मतदान केंद्रों पर किया जाएगा। डीपीआरओ परिमल कुमार ने बताया कि ईवीएम का द्वितीय रैंडमाइजेशन भारत निर्वाचन आयोग द्वारा प्रतिनियुक्त प्रेक्षक और संबंधित विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव लड़ने वाले अभ्यर्थियों की उपस्थिति में होता है। इस प्रक्रिया में प्रथम रैंडमाइजेशन के बाद विधानसभावार उपलब्ध कराए गए ईवीएम को यादृच्छिक (रैंडम) रूप से मतदान केंद्रवार आवंटित किया जाता है। मतदान केंद्र आवंटन के बाद शेष बचे ईवीएम और वीवीपैट को सुरक्षित रखा जाता है, जिनका उपयोग खराब मशीनों को बदलने के लिए किया जाता है। द्वितीय रैंडमाइजेशन की प्रक्रिया भारत निर्वाचन आयोग के ईवीएम मैनेजमेंट सिस्टम (ईएमएस) पोर्टल के माध्यम से की जाती है। ईवीएम के द्वितीय रैंडमाइजेशन से संबंधित विस्तृत दिशा-निर्देश “इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन मैनुअल” में दिए गए हैं, जो भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट https://www.eci.gov.in/evm-vvpat पर उपलब्ध हैं। मधुबनी जिले में बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 की तैयारियों के तहत मधुबनी जिले में ईवीएम का द्वितीय रैंडमाइजेशन बुधवार को संपन्न हुआ। यह प्रक्रिया डीआरडीए सभागार, मधुबनी में संबंधित निर्वाची पदाधिकारियों की उपस्थिति में पूरी की गई। इस दौरान चुनाव लड़ने वाले अभ्यर्थी/उनके प्रतिनिधि और प्रेक्षक भी मौजूद रहे। द्वितीय रैंडमाइजेशन पूरा होने के बाद, मतदान केंद्रवार आवंटित ईवीएम की सूची और सुरक्षित (रिजर्व) ईवीएम की सूची सभी प्रतियोगी उम्मीदवारों के साथ साझा की गई। इन ईवीएम का उपयोग मतदान दिवस पर संबंधित मतदान केंद्रों पर किया जाएगा। डीपीआरओ परिमल कुमार ने बताया कि ईवीएम का द्वितीय रैंडमाइजेशन भारत निर्वाचन आयोग द्वारा प्रतिनियुक्त प्रेक्षक और संबंधित विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव लड़ने वाले अभ्यर्थियों की उपस्थिति में होता है। इस प्रक्रिया में प्रथम रैंडमाइजेशन के बाद विधानसभावार उपलब्ध कराए गए ईवीएम को यादृच्छिक (रैंडम) रूप से मतदान केंद्रवार आवंटित किया जाता है। मतदान केंद्र आवंटन के बाद शेष बचे ईवीएम और वीवीपैट को सुरक्षित रखा जाता है, जिनका उपयोग खराब मशीनों को बदलने के लिए किया जाता है। द्वितीय रैंडमाइजेशन की प्रक्रिया भारत निर्वाचन आयोग के ईवीएम मैनेजमेंट सिस्टम (ईएमएस) पोर्टल के माध्यम से की जाती है। ईवीएम के द्वितीय रैंडमाइजेशन से संबंधित विस्तृत दिशा-निर्देश “इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन मैनुअल” में दिए गए हैं, जो भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट https://www.eci.gov.in/evm-vvpat पर उपलब्ध हैं।


