मुजफ्फरनगर के जट मुझेड़ा गांव में मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) ने एक बड़ी पंचायत का आयोजन किया। इसमें बढ़ते वायु व जल प्रदूषण और दिल्ली से आने वाले प्रतिबंधित कचरे (आरडीएफ) के खिलाफ तीखा विरोध दर्ज कराया गया। पंचायत को संबोधित करते हुए भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने जिला प्रशासन और औद्योगिक इकाइयों को कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने सवाल उठाया कि जब दिल्ली में आरडीएफ नहीं जलाया जा सकता, तो मुजफ्फरनगर में इसे जलाने की अनुमति कैसे दी जा सकती है। टिकैत ने स्पष्ट किया कि दिल्ली से आने वाला आरडीएफ किसी भी कीमत पर मुजफ्फरनगर में नहीं आने दिया जाएगा। उन्होंने औद्योगिक इकाइयों से प्रदूषित जल का बहाव तुरंत रोकने और पर्यावरणीय नियमों का पालन करने की अपील की। उन्होंने किसानों और ग्रामीणों की चिंताओं को सामने रखते हुए कहा कि प्रदूषण से खेती, पशुधन और मानव स्वास्थ्य पर गंभीर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। टिकैत ने आंदोलन को मजबूत करने और प्रशासन से ठोस कार्रवाई की मांग की। पंचायत में बड़ी संख्या में ग्रामीण और भाकियू कार्यकर्ता मौजूद रहे। इस दौरान एसडीएम सदर और उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी भी पंचायत में उपस्थित थे। एसडीएम सदर ने बताया कि बुधवार दोपहर मुजफ्फरनगर के जिला पंचायत भवन में किसानों, ग्रामवासियों, जिला प्रशासन और औद्योगिक इकाइयों के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक में समस्या के समाधान के लिए सभी पक्षों की बात सुनी जाएगी। पंचायत के बाद क्षेत्र में प्रदूषण और आरडीएफ को लेकर चर्चा तेज हो गई है। ग्रामीणों ने स्वच्छ पर्यावरण और स्वास्थ्य की रक्षा के लिए शांतिपूर्ण संघर्ष जारी रखने की बात कही है, जबकि प्रशासन ने नियमानुसार कार्रवाई का आश्वासन दिया है।


