चित्रकूट के अमवां मोड़ पर हुई लूट की घटना का राजापुर पुलिस ने खुलासा करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके कब्जे से लूटे गए सोने-चांदी के जेवरात, अवैध तमंचा-कारतूस, मोबाइल फोन और घटना में इस्तेमाल की गई बोलेरो कार व मोटरसाइकिल बरामद की है। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह के निर्देश पर की गई। पुलिस के अनुसार, यह घटना 7 दिसंबर 2025 की शाम को हुई थी। वादी कैलाश निषाद अपनी पत्नी के साथ बोलेरो से राजापुर बाजार से घर लौट रहे थे। अमवां मोड़ पर पहले से घात लगाए बदमाशों ने उनकी गाड़ी रुकवाकर मारपीट की और महिला के गले से सोने का लॉकेट, पायल तथा मोबाइल फोन लूट लिया। इस संबंध में थाना राजापुर में मुकदमा दर्ज किया गया था। पूछताछ में हुआ खुलासा 12 दिसंबर को मुखबिर की सूचना पर राजापुर पुलिस ने बरुआ मोड़ मंदिर के पास घेराबंदी कर चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में सामने आया कि बोलेरो चालक जीतलाल निषाद ने ही अपने रिश्तेदार सुखलाल उर्फ दुखी के साथ मिलकर लूट की पूरी साजिश रची थी। उसने लालच में आकर अपने ही गांव के परिचितों को निशाना बनाया। वारदात को अंजाम देने के बाद, जीतलाल निषाद ने खुद को निर्दोष दिखाने के लिए डायल 112 पर कॉल भी की थी। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में जीतलाल निषाद, सुखलाल उर्फ दुखी, उमेश कुमार और जगतपाल शामिल हैं। पुलिस ने उनके पास से टूटे हुए सोने के लॉकेट, चेन के टुकड़े, चांदी की पायल, एक अवैध 12 बोर तमंचा, जिंदा व खोखा कारतूस और लूटा गया मोबाइल फोन बरामद किया है। आरोपियों का आपराधिक इतिहास भी है, उनके खिलाफ पहले से कई मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) और आर्म्स एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। घटना में प्रयुक्त दोनों वाहनों को भी सीज कर दिया गया है। पुलिस अधीक्षक ने इस सफल खुलासे के लिए टीम की सराहना की और कहा कि अपराधियों के खिलाफ सख्त अभियान जारी रहेगा।


