मुंबई के पास विरार स्टेशन पर एक दर्दनाक हादसा हो गया। पश्चिम रेलवे में तैनात एक मोटरमैन की एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। इस घटना ने रेलवे कर्मचारियों की सुरक्षा और कामकाजी हालात को लेकर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
विरार स्टेशन पर ड्यूटी के दौरान पश्चिम रेलवे (WR) के एक मोटरमैन की एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। यह हादसा शनिवार रात उस समय हुआ जब पीड़ित मोटरमैन शंटिंग यानी ट्रेन के डिब्बों को एक ट्रैक से दूसरे पर ले जाने का काम कर रहा था।
कैसे हुआ हादसा?
मृतक मोटरमैन की पहचान दिलीप कुमार साहू (Dilip Kumar Sahu) के तौर पर हुई है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार, दिलीप कुमार ने दोपहर ढाई बजे अपनी ड्यूटी शुरू की थी। शनिवार रात करीब आठ बजे वे लोकल ट्रेन के डिब्बे को प्लेटफॉर्म नंबर 4ए पर लाने के लिए शंटिंग कर रहे थे।
इसी दौरान, रेलवे ट्रैक पार करते समय वे डाउन लाइन पर आ रही ट्रेन नंबर 12903 गोल्डन टेम्पल मेल (Golden Temple Mail) की चपेट में आ गए। हादसे के तुरंत बाद एक्सप्रेस ट्रेन के लोको पायलट और मैनेजर ने इसकी सूचना विरार स्टेशन मास्टर को दी, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। दिलीप कुमार साहू गंभीर रूप से घायल हुए थे और मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
परिजनों को दी गई सहायता, नौकरी भी मिलेगी
पश्चिम रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि दिलीप कुमार साहू का अंतिम संस्कार हो चुका है। रेलवे प्रशासन ने पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए तत्काल सहायता प्रदान की है। ऑन-ड्यूटी मृत्यु (IOD) होने के कारण परिवार को 30,000 रुपये अंतिम संस्कार सहायता और 25,000 रुपये की तत्काल राहत राशि प्रदान की गई। साथ ही 25 लाख रुपये की अनुग्रह राशि, 60000 रुपये का ग्रुप इंश्योरेंस और ग्रेच्युटी के साथ-साथ NPS योगदान के निपटान की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके अलावा, परिवार के एक योग्य सदस्य को अनुकंपा के आधार पर रेलवे में नौकरी दी जाएगी।
रविवार को अंतिम संस्कार के बाद पीड़ित परिवार अपने पैतृक गांव के लिए रवाना हो गया है। इस घटना ने रेलवे कर्मचारियों के बीच शोक की लहर पैदा कर दी है और एक बार फिर रेलवे कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।


